Lok Sabha Elections: कभी येचुरी ने दी टेंशन, तो कभी ममता का भी मोहभंग, फिर कैसे चल पाएगा INDIA गठबंधन?

Lok Sabha Elections - कभी येचुरी ने दी टेंशन, तो कभी ममता का भी मोहभंग, फिर कैसे चल पाएगा INDIA गठबंधन?
| Updated on: 06-Nov-2023 09:00 AM IST
Lok Sabha Elections: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद अब माकपा के नेता सीताराम येचुरी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है. अखिलेश यादव और नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन को लेकर दिए गए बयान से पहले ही हो-हल्ला मचा हुआ है और अब माकपा महासचिव सीताराम युचेरी ने साफ कह दिया है कि बंगाल में लेफ्ट पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ चुनाव नहीं लड़ेगी. ऐसे में लोकसभा चुनाव में बंगाल में कांग्रेस, टीएमसी और लेफ्ट पार्टी का एक साथ आना संभव नहीं है.

इसका ताजा उदाहरण तेलंगाना विधानसभा चुनाव में भी दिख गया है. तेलंगाना विधासनभा चुनाव में लेफ्ट की मांगी सीटों को कांग्रेस ने देने से इनकार कर दिया, तो माकपा ने अकेले 17 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया है. तेलंगाना में कांग्रेस और माकपा के बीच कोई समझौता नहीं हुआ है.

अब कुछ ऐसे ही हालात बंगाल में भी बन रहे हैं. टीएमसी कांग्रेस को केवल दो सीट छोड़ने के लिए राजी है, जबकि लेफ्ट को एक भी सीट नहीं देना चाहती है. इसे न तो कांग्रेस और न ही लेफ्ट ही मानने के लिए तैयार है. ऐसे में बंगाल में गठबंधन को लेकर मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है.

टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी भी बंगाल में गठबंधन के लिए बहुत उत्साहित नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि हाल में कांग्रेस के रवैये से ममता बनर्जी का भी गठबंधन को लेकर मोहभंग हो रहा है.

बंगाल में टीएमसी के साथ नहीं होगा समझौता-येचुरी

हाल में सीपीएम महासचिव ने बंगाल के सत्तारूढ़ दल टीएमसी पर कटाक्ष करते हुए कहा था, तृणमूल एक अलोकतांत्रिक और भ्रष्ट सरकार है. यह पार्टी कभी भी बीजेपी का विकल्प नहीं थी. यह कभी नहीं हो सकता. बीजेपी और आरएसएस को हटाने के लिए वैकल्पिक राजनीति की जरूरत है और आरएसएस का एक राजनीतिक लक्ष्य है.’

सीताराम येचुरी ने कहा, ”तृणमूल अगर INDIA गठबंधन में आकर हमारे साथ लड़ती है तो कोई आपत्ति नहीं है. वामदल और उसके सहयोगी विकल्प बन सकते हैं. जमीनी स्तर पर कब तक रहेंगे या नहीं, इसका जवाब जनता देगी. अगर बीजेपी के साथ समझौता हुआ तो भी लोग इसका जवाब देंगे.’

राज्य में सीट बंटवारे के सवाल पर सीताराम येचुरी ने कहा, ”हम INDIA गठबंधन में हैं और कांग्रेस भी. केरल में हमारी बड़ी चुनावी लड़ाई कांग्रेस से है. लेकिन गठबंधन पर इसका कोई असर नहीं है. भले ही राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन में टीएमसी रहे, बंगाल में सीटों से कोई समझौता नहीं होगा.”

लेफ्ट-कांग्रेस साथ-साथ, टीएमसी से बन रही है दूरी

बंगाल में वर्तमान में ऐसी राजनीतिक स्थिति बन रही है कि तीनों ही पार्टियों को एक मंच पर रहना संभव नहीं है और कांग्रेस भी तृणमूल कांग्रेस की जगह लेफ्ट को तरजीह दे रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इसके पहले भी बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनाव लड़े थे और यह लड़ाई तृणमूल कांग्रेस के साथ हुई थी.

अब लोकसभा चुनाव में भी कुछ ऐसे ही समीकरण बनते दिख रहे हैं, जहां लेफ्ट और कांग्रेस एक साथ मिलकर टीएमसी और बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. चाहे कोई भी राजनीतिक समीकरण बने, लेकिन यह साफ दिख रहा है कि बंगाल में गठबंधन में तकरार मचना तय है.

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