बर्थडे स्पेशल: राजीव गांधी की नजरों में ऐसी थीं सोनिया, पेपर नैपकिन पर लिखी थी सोनिया के लिए पहली कविता

बर्थडे स्पेशल - राजीव गांधी की नजरों में ऐसी थीं सोनिया, पेपर नैपकिन पर लिखी थी सोनिया के लिए पहली कविता
| Updated on: 09-Dec-2019 11:50 AM IST
Happy Birthday Sonia Gandhi | कांग्रेस की अध्‍यक्ष सोनिया गांधी अब 73 साल की हो गई हैं। हाल ही 9 दिसंबर के दिन उन्‍होंने अपना जन्‍मदिन मनाया। विधानसभा चुनावों में जीत के साथ ही कांग्रेस का कुनबा एक बार फिर मजबूत हो रहा है। भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस ने बीते दिनों सोशल मीडिया पर दो थ्रोबैक तस्‍वीरें पोस्‍ट की हैं, जो खूब वायरल हो रही हैं। ये तस्‍वीरें सोनिया गांधी की हैं। दिलचस्‍प बात यह है कि सोनिया की ये तस्‍वीरें उनके पति और देश से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने खींची थीं।

दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में शुमार

दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिलाओं में शुमार सोनिया गांधी यकीनन इन तस्‍वीरों में बेहद खूबसूरत दिख रही हैं। निश्‍चय ही सोनिया का सादगी भरा यही अंदाज राजीव गांधी को भा गया। इन फोटोज को इंस्टाग्राम पर @INCIndia के आध‍िकारिक प्रोफाइल से शेयर किया गया है। कांग्रेस ने तस्‍वीर पोस्‍ट करते हुए कैप्‍शन दिया, ‘The grace and charm of #SoniaGandhi captured through the lens of #RajivGandhi! #TBT #ThrowbackThursday.’

ग्रीक रेस्‍त्रां में वह पहली मुलाकात

राजीव गांधी और सोनिया गांधी की प्रेम कहानी भी कम दिलचस्‍प नहीं है। दोनों की मुलाकात कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एक ग्रीक रेस्‍त्रां में हुई थी। राजीव गांधी के लिए यह पहली नजर का प्यार था। बताया जाता है कि राजीव गांधी ने तब रेस्‍त्रां के मालिक से सोनिया के करीब वाली सीट देने की रिक्‍वेस्‍ट भी की थी। रेस्‍त्रां के मालिक ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था।

राजीव ने नैपकिन पर लिखी थी कविता

रेस्‍त्रां के मालिक ने इंटरव्‍यू में बताया कि उन्‍होंने उस दिन राजीव गांधी की आंखों में पहली नजर में प्‍यार की वह चमक देखी थी, जो आम तौर पर सिर्फ किताबों के पन्‍नों में बसती है। बताया जाता है कि राजीव गांधी ने उसी दिन रेस्‍त्रां में पेपर नैपकिन पर सोनिया के लिए एक कविता भी लिखी थी और महंगी वाइन बॉटल के साथ सोनिया को भेजा था।

‘देखते ही समझ गया था, यही वो लड़की है’

सिमी ग्रेवाल को दिए एक इंटरव्यू में राजीव गांधी ने खुद भी इस बात को स्‍वीकार किया था। वह कहते हैं, ‘सोनिया को पहली बार देखकर ही मैं समझ गया था कि यही वो लड़की है जो मेरे लिए बनी है। वो बहुत स्ट्रेट फॉरवर्ड और आउटस्पोकन है। वह कभी कुछ नहीं छुपाती। वो काफी मिलनसार हैं।’

लुसियाना में हुआ है सोनिया का जन्‍म

मूल रूप से इटली की रहने वाली सोनिया गांधी का असली नाम एडविग एंटोनिया अलबिना मायनो था। 9 दिसंबर 1946 को उनका जन्‍म लुसियाना शहर में हुआ था। रेस्‍त्रां में उस दिन की मुलाकात के बाद दोनों अक्‍सर मिलने लगें। बातों और मुलाकातों के दौर में प्‍यार अपनी रफ्तार से बढ़ रहा था।

सोनिया गांधी ने पैरेंट्स को लिखी थी चिट्ठी

सोनिया गांधी एक साधारण परिवार से पली-बढ़ीं। लिहाजा, कैंब्रिज में पढ़ाई के साथ वह एक रेस्‍त्रां में पार्टटाइम काम भी करती थीं। सोनिया गांधी ने राजीव और अपने प्‍यार के बारे में परिवार वालों को चिट्ठी लिखकर जानकारी दी थी। उन्‍होंने खत में लिखा, ‘मैं एक भारतीय लड़के से प्यार करती हूं। वह एक खिलाड़ी है। नीली आंखों वाले ऐसे ही राजकुमार का मैं हमेशा से सपना देखती थी।’

1968 में पहली बार आई थीं इंडिया

पहली बार सोनिया गांधी 1968 में भारत आईं थीं। उस समय इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं। अमिताभ बच्‍चन और राजीव गांधी पक्‍के दोस्‍त थे। ऐसे में जब शादी से पहले सोनिया भारत आईं, तो वह अमिताभ के घर में ही रुकी थीं। 13 जनवरी 1968 की उस सर्द सुबह में अतिमाभ बच्‍चन ही सोनिया गांधी को लेने एयरपोर्ट पहुंचे थे। उस दिन सोनिया उनके दोस्‍त राजीव की मंगेतर के रूप में भारत आई थीं।

तेजी बच्‍चन ने इंदिरा को किया था राज़ी

कहा जाता है कि अमिताभ बच्‍चन की मां तेजी बच्‍चन ने सोनिया गांधी को बेटी की तरह रखा। उन्‍हें भारतीय संस्‍कृति की सीख दी। दोनों की शादी में भी तेजी बच्‍चन ही मध्यस्थ की भूमिका निभा रही थीं। इंदिरा एक इतालवी लड़की को परिवार की बहू बनाने के लिए राज़ी नहीं थीं। लेकिन वह तेजी बच्‍चन ही थीं, जिन्‍होंने इंदिरा गांधी को शादी के लिए तैयार किया था।

एक साल बाद पक्‍की हो गई थी शादी

एक साल बाद 1969 में ही सोनिया और राजीव गांधी की शादी पक्की हो गई। सोनिया और उनका परिवार कुछ दिनों के लिए विलिंगडन क्रीसेंट स्थित बच्चन परिवार के आवास पर ठहरा। बाद में दोनों की शादी हुई और शादी के बाद सोनिया गांधी को 1983 में भारत की नागरिकता मिल गई। 1991 में राजीव गांधी की हत्‍या के 7 साल बाद सोनिया गांधी ने राजनीति की दुनिया में कदम रखा। उन्‍होंने रिकॉर्ड 19 साल कांग्रेस दफ्तर को दिए हैं।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।