Donald Trump News: अमेरिका में रहने वाले ग्रीन कार्ड धारकों के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। अमेरिकी कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) ने ग्रीन कार्ड वालों को सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर आपके रिकॉर्ड में कोई पुराना गलत काम या आपराधिक इतिहास है, तो आपका ग्रीन कार्ड रद्द हो सकता है। इतना ही नहीं, अमेरिका में दाखिल होते वक्त आपको हिरासत में भी लिया जा सकता है। CBP ने साफ कह दिया है, ग्रीन कार्ड रखना कोई हक नहीं, बल्कि विशेषाधिकार है।
CBP का कहना है कि अमेरिका के इमिग्रेशन कानून सरकार को पूरा हक देते हैं कि वो उन ग्रीन कार्ड धारकों का स्टेटस छीन ले, जिन्होंने किसी भी तरह से कानून तोड़ा हो। चाहे वो बड़ा अपराध हो, जैसे ड्रग तस्करी, या फिर छोटी-मोटी गलती, अब सबकी सख्त जांच होगी। अगर आप अमेरिका के किसी भी एंट्री पॉइंट पर पहुंचे और आपके रिकॉर्ड में कुछ गड़बड़ मिली, तो आपको अनिवार्य हिरासत का सामना करना पड़ सकता है। यानी बिना देर किए आपको हिरासत में ले लिया जाएगा।
इस चेतावनी के बाद से ग्रीन कार्ड धारकों में खलबली मच गई है। कई लोग, जो सालों से अमेरिका में रहकर अपना घर बसा चुके हैं, अब डर रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि CBP की ये भाषा शैली किसी चेतावनी से कम और डराने-धमकाने जैसी ज्यादा है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या अब ग्रीन कार्ड को सचमुच स्थायी माना जाएगा या ये बस एक शर्तों वाला स्टेटस बनकर रह गया है? CBP का ये रुख दिखाता है कि अमेरिका अब ग्रीन कार्ड को लेकर पहले जैसी नरमी नहीं बरतने वाला।
अमेरिका का इमिग्रेशन ऐंड नेशनलिटी एक्ट (INA) साफ कहता है कि कुछ खास अपराधों—like ड्रग तस्करी, धोखाधड़ी, या घरेलू हिंसा—के लिए ग्रीन कार्ड धारकों को डिपोर्ट किया जा सकता है। लेकिन अब तो छोटे-मोटे अपराधों पर भी एजेंसियां सख्ती दिखा रही हैं। यानी अगर आपके पुराने रिकॉर्ड में कोई छोटी सी गलती भी दर्ज है, तो वो आपके लिए मुसीबत बन सकती है।
अमेरिका को हमेशा से मौकों की धरती कहा जाता रहा है, कई लोग तो ऐसे हैं, जिन्होंने छोटी-मोटी गलतियां कीं, लेकिन अब उन्हें हिरासत या डिपोर्टेशन का खतरा सता रहा है।
CBP की इस सख्ती ने ग्रीन कार्ड धारकों के बीच असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है। लोग सोच रहे हैं कि क्या उनका ग्रीन कार्ड अब सचमुच सुरक्षित है? अमेरिकी एजेंसियों की भाषा अब पहले से ज्यादा तीखी और चेतावनी भरी हो गई है। ये सवाल अब सबके मन में है कि क्या ग्रीन कार्ड अब एक स्थायी पहचान है या बस कुछ शर्तों पर दी गई छूट? इस खबर ने न सिर्फ अप्रवासी समुदाय को हिलाकर रख दिया है, बल्कि ये भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अमेरिका का अप्रवासियों के प्रति रवैया अब कितना बदल चुका है।