Media Mantra: तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप ने मिडिया को ग़रीबों की लड़ाई की आवाज बनने के लिए कहा

Media Mantra - तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप ने मिडिया को ग़रीबों की लड़ाई की आवाज बनने के लिए कहा
| Updated on: 17-Sep-2020 07:57 PM IST
न्यूज हैल्पलाइन . मुम्बई | कोरोनावायरस के समय में और उसके अलावा भी किसनों, गरीबों, मजदूरों और सड़क पर गुजारा कर रहें लोगों की बात करना जैसे भारतीय Media भूल चुकी हैं। इस कठिन समय के दौरान भी टीआरपी की होड़ मची हैं और जमीनी स्तर की सच्चाई मानों कहीं गायब सी हो गई हैं चाहे कोरोना के समय में मजदूरों के प्रवास की बात हो, मजदूरों और युवा के बेरोजगारी की हो, हरियाणा के किसानों का प्रर्दशन हो या दिल्ली के रेलवे ट्रैक बनाने पर गरीबों झोपड़पट्टी उड़ानी हो। इन सभी का कवरेज Media जैसे भूल सी गई हैं।

इन सभी के बीच Media हाऊस टीआरपी की होड़ में केवल आर्थिक रूप से मजबूत लोगों की खबर यानी की सुशांत के केस को गंभीरता से ले रहा हैं और इसे राष्ट्रीय मुद्दा के रूप में पेश कर रहा हैं। ऐसे में कंगना रनौत, बॉलीवुड इंडस्ट्री के माफिया, रेहा चक्रवर्ती और उन सबके बीच फंसी दांव-पेच को मिडिया खुद ही सुलझा रहा हैं।

और ऐसे में अपनी भूमिका भूल चुकी मिडिया को उनका काम याद दिलाने के लिए तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप ने इंस्टा पर एक विडियो शेयर किया। जिसमें मिडिया द्वारा इन आर्थिक रूप से मजबूत लोगों की कवरेज को ज्यादा दिखाने और गरीबों की पीड़ा पर आवाज ना उठाने के कवरेज को दिखाया गया और इन सभी कवरेज को अनुभव सिन्हा और आयुष्मान खुराना द्वारा बनाई फिल्म 'आर्टिकल 15' के गाने 'काहब तो लग जाई धक्क से' के साथ जोड़ा गया।

बता दें कि, यह गाना पूरी तरह से गरीबों और अमीरों की हक्क की आवाज मे भेदभाव को पूरी तरह बंया करता हैं। विडियो में कंगना के घर तोड़ने के बीएमसी के ड्रामा, रिया की गिरफ्तारी और सुशांत के लिए देशवासियों से आवाज उठाने की बात कहीं गई। और विडियो के अंत में 'सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा' गाने के धून के साथ यह बताया जाता हैं कि कंगना, सुशांत और रेहा की लड़ाई में पूरा देश शामिल हैं पर गरीब और किसान जो की सच्चे भारत की पहचान हैं उसे लोग भूल गए हैं।

कुछ इसी तरह के विडियो को शेयर कर तापसी और अनुराग ने लोगों को जागरूक किया और मिडिया को उनकी भूमिका याद दिलाई। हम भी आपसे यहीं कहेंगे कि, मनोरंजन से भरी खबर देखना ठीक हैं पर हक्क की आवाज मे अग्रसर होकर गरीबों की मदद करना भी आपकी उतनी ही जिम्मेदारी हैं।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।