Bangladesh Violence: 17 साल बाद बांग्लादेश लौटे तारिक रहमान, बोले- 'यह सपना नहीं, बांग्लादेश का भविष्य'
Bangladesh Violence - 17 साल बाद बांग्लादेश लौटे तारिक रहमान, बोले- 'यह सपना नहीं, बांग्लादेश का भविष्य'
बांग्लादेश ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम देखा, जब बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेता तारिक रहमान, जो पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया और शहीद राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बेटे हैं, 17 साल के लंबे निर्वासन के बाद अपनी मातृभूमि लौटे. उनकी वापसी ढाका में हजारों उत्साही समर्थकों द्वारा एक भव्य स्वागत के साथ हुई, जिन्होंने सड़कों पर उतरकर अपने नेता के प्रति अपना अटूट समर्थन और स्नेह व्यक्त किया और तारिक रहमान अपनी पत्नी ज़ुबैदा और बेटी जाइमा के साथ ढाका पहुंचे, जिससे यह क्षण उनके परिवार और उनके समर्थकों दोनों के लिए बेहद भावुक हो गया.
भावुक वापसी और जनसैलाब का स्वागत
तारिक रहमान की ढाका वापसी एक साधारण यात्रा नहीं थी, बल्कि यह एक. भावनात्मक पुनर्मिलन था, जिसे उनके समर्थकों के विशाल जनसैलाब ने अविस्मरणीय बना दिया. ढाका की सड़कें बीएनपी के झंडों और नारों से गूंज उठीं, क्योंकि हजारों लोग अपने प्रिय नेता की एक झलक पाने के लिए एकत्र हुए थे और यह स्वागत उनके लिए इतना गहरा था कि उन्होंने इसे अपने जीवन का सबसे भावुक क्षण बताया. उन्होंने अपने खुले पत्र में इस जनसैलाब और लोगों के अपनेपन को जीवनभर न भूलने वाला अनुभव बताया, जो उनके और उनके परिवार के लिए अविस्मरणीय है. यह जनसमर्थन उनकी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण शक्ति प्रदर्शन भी था, विशेष रूप से आगामी चुनावों और उनकी मां खालिदा जिया के स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए.सभी बांग्लादेशियों के प्रति आभार व्यक्त
अपनी वापसी के बाद, तारिक रहमान ने बांग्लादेश की जनता के नाम एक खुला पत्र लिखा, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया. इस पत्र में उन्होंने अपने समर्थकों, नागरिक समाज के सदस्यों, युवाओं, किसानों, श्रमिकों और विभिन्न पेशेवर वर्गों के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि बीता हुआ गुरुवार उनके दिल में हमेशा बसा रहेगा, वह दिन जब वह 17 साल के बाद अपनी मातृभूमि की धरती पर लौटे. उन्होंने लोगों के गर्मजोशी भरे स्वागत, ढाका की सड़कों पर उमड़ते लोगों के समूह और लाखों लोगों की दुआओं को ऐसे पल बताया जिन्हें वह कभी नहीं भूल पाएंगे. यह आभार व्यक्त करना उनकी विनम्रता और लोगों के साथ उनके गहरे जुड़ाव को दर्शाता है.
अपने पत्र में, तारिक रहमान ने बांग्लादेश की सच्ची शक्ति पर भी प्रकाश डाला और उन्होंने कहा कि इस घर वापसी पर उनके परिवार और उनके मन में जो सम्मान और प्रेम है, उसे शब्दों में पूरी तरह व्यक्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने उन समर्थकों को विशेष धन्यवाद दिया, जिन्होंने हर मुश्किल घड़ी में उनका साथ दिया और कभी उम्मीद नहीं छोड़ी, यह कहते हुए कि उनका साहस उन्हें आज भी शक्ति देता है और उन्होंने उन सभी लोगों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें याद दिलाया कि बांग्लादेश की सच्ची शक्ति हमेशा उसके लोगों में निहित है, जब वे एकजुट होते हैं. यह संदेश एकता और सामूहिक शक्ति पर केंद्रित था, जो देश के भविष्य के लिए उनकी दृष्टि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.शांतिपूर्ण राजनीतिक संस्कृति की आवश्यकता
तारिक रहमान ने अपने पत्र में अन्य राजनीतिक दलों और आंदोलनों के नेताओं के प्रति भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनकी वापसी का स्वागत किया और उन्होंने लोकतंत्र, बहुदलीय व्यवस्था और बदले की राजनीति से ऊपर उठकर एक शांतिपूर्ण राजनीतिक संस्कृति की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि वह गर्मजोशी से स्वागत और लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण राजनीतिक संस्कृति के लिए व्यक्त की गई. आशा और साथ ही प्रतिशोध से प्रेरित राजनीति से ऊपर उठने के आह्वान के लिए भी आभारी हैं. उन्होंने इन शब्दों को विनम्रता और सम्मान के साथ स्वीकार किया, जो देश में एक अधिक सामंजस्यपूर्ण राजनीतिक माहौल बनाने की उनकी इच्छा को दर्शाता है.यह सपना नहीं, बांग्लादेश के लिए एक योजना
अपने भाषण में, तारिक रहमान ने बांग्लादेश के भविष्य के लिए. एक विस्तृत योजना प्रस्तुत की, जिसे उन्होंने केवल एक सपना नहीं बताया. उन्होंने एक ऐसे देश की कल्पना की जहां शांति और गरिमा का विकास हो, जहां हर समुदाय सुरक्षित और सम्मानित महसूस करे, और जहां हर बच्चा आशा के साथ आगे बढ़ सके. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह योजना सभी बांग्लादेशियों के लिए है, एक ऐसा बांग्लादेश जो साथ मिलकर आगे बढ़ता है और यह दृष्टिकोण समावेशिता और प्रगति पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य देश के सभी नागरिकों के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करना है.आगामी चुनाव और बीएनपी का नेतृत्व
तारिक रहमान की वापसी ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश में राजनीतिक परिदृश्य महत्वपूर्ण बदलावों से गुजर रहा है. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने 12 फरवरी 2026 को चुनावों की घोषणा की है, जिसके बाद वह चुनी हुई सरकार को सत्ता सौंप देंगे. इस पृष्ठभूमि में, तारिक रहमान की वापसी बीएनपी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. उनकी मां और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया 23 नवंबर से गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं, जिससे बीएनपी के नेतृत्व में एक शून्य की स्थिति बन गई है और ऐसे में, तारिक को बीएनपी की बागडोर संभालने और पार्टी को आगामी चुनावों के लिए तैयार करने में एक अहम कड़ी माना जा रहा है. उनकी वापसी पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान कर सकती है, जिससे बांग्लादेश की राजनीति में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी.