Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में निर्दोष लोगों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे भारत को झकझोर दिया है। इस कायराना हरकत के पीछे पाकिस्तान परस्त आतंकियों का हाथ होने की पुष्टि के बाद देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी है। लोगों के मन में सवाल गूंज रहा है – "आखिर कब तक हमारे लोग ऐसे ही मरते रहेंगे?" मगर इस बार तस्वीर बदली-बदली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों ने साफ कर दिया है कि अब भारत बदला लेने की तैयारी में है – वो भी ऐसा बदला जो दुश्मनों की नींव तक हिला देगा।
पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा यानी LOC पर गतिविधियां तेज हो चुकी हैं। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना एक साथ उच्च स्तर की जंगी तैयारियों में जुट गई हैं। जमीन से लेकर आसमान और समंदर तक, हर मोर्चे पर भारत ने ताकतवर संदेश दे दिया है – अबकी बार जवाब सख्त और निर्णायक होगा।
भारतीय वायुसेना का हालिया युद्धाभ्यास – ‘ऑपरेशन आक्रमण’ – इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। राफेल और सुखोई जैसे उन्नत फाइटर जेट्स की उड़ानें ये दिखा रही हैं कि भारत किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार है। वायुसेना की हाई अलर्ट स्थिति और लगातार हो रहे वॉर ड्रिल्स इस बात का संकेत हैं कि भारत अब ‘आर या पार’ की मुद्रा में है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान में हलचल मची हुई है। LOC के पास उसकी सेना ने फाइटर जेट्स और सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है। लेकिन हकीकत ये है कि पाकिस्तान के पास भारतीय सेना से लड़ने की न तो सामर्थ्य है, न ही मनोबल। एक अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक, अगर भारत-पाकिस्तान के बीच खुली जंग होती है तो पाकिस्तान की सेना कुछ ही दिनों में पूरी तरह से तबाह हो सकती है।
आतंकियों में भी घबराहट है। बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को खाली कराया जा रहा है। आतंकी कमांडरों को सेफ हाउस में शिफ्ट किया गया है। पीओके और खैबर पख्तूनख्वा के ट्रेनिंग कैंप भी खाली कर दिए गए हैं। इसका साफ मतलब है – भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की आहट पाकिस्तान को सुनाई देने लगी है।
पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खुद को बेगुनाह साबित करने की नाकाम कोशिश कर रहा है। मगर भारत के पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं जो दिखाते हैं कि पहलगाम हमला पीओके से संचालित हुआ था। लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के लॉन्च पैड से ये हमला करवाया गया, और अब भारत इस हरकत का करारा जवाब देने के मूड में है।
CIA की एक डी-क्लासिफाइड रिपोर्ट में भी साफ कहा गया है कि पाकिस्तान की सेना खुद जानती है कि भारत से दो-दो हाथ करने की कीमत क्या होगी। इसीलिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बातचीत की दुहाई दे रहे हैं। मगर अब भारत के सब्र का बांध टूट चुका है।
ये 90 के दशक का भारत नहीं है जो कूटनीतिक चिट्ठियों और बयानबाजियों तक सीमित रहता था। अब भारत आतंक के खिलाफ अपने हर विकल्प खुला रखे हुए है। ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर अग्नि-5 तक, और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम से लेकर आधुनिकतम फाइटर जेट्स तक – भारत की ताकत ऐसी है कि पाकिस्तान चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, वह लंबे समय तक टिक नहीं पाएगा।
भारत ने साफ कर दिया है कि अब हर आतंकी हरकत का जवाब उस जमीन पर मिलेगा, जहां से वो निकली है। पाकिस्तान की घबराहट इस बात का संकेत है कि भारत का अगला कदम निर्णायक होगा। ये सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि आतंक के जनक को उसकी जड़ों से खत्म करने की शुरुआत होगी।