Share Market Today: नए साल के आगमन के साथ ही भारतीय शेयर बाजार ने जोरदार शुरुआत की है। गुरुवार को
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का बेंचमार्क
सेंसेक्स 1,436.30 अंकों (1.83%) की उछाल के साथ 79,943.71 पर बंद हुआ, जबकि
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का
निफ्टी 445.75 अंकों (1.88%) की बढ़त के साथ 24,188.65 पर बंद हुआ। बाजार में आज व्यापक खरीदारी देखी गई, जिसमें 2,312 शेयरों में तेजी, 1,496 में गिरावट, और 108 शेयरों में स्थिरता दर्ज की गई।
लाभ और हानि वाले प्रमुख स्टॉक्स
निफ्टी में
बजाज फिनसर्व,
आयशर मोटर्स,
बजाज फाइनेंस,
मारुति सुजुकी, और
श्रीराम फाइनेंस सबसे अधिक लाभ में रहे। वहीं,
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज और
सन फार्मा जैसे दिग्गजों को नुकसान का सामना करना पड़ा।

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में मजबूती
गुरुवार को
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने भी 1% की बढ़त हासिल की।
ऑटो इंडेक्स ने 3.5% की शानदार बढ़त दर्ज की, जबकि
आईटी इंडेक्स 2% चढ़ा। इसके अलावा, सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुए।बाजार की तेजी में मुख्य योगदान
बैंकिंग और आईटी शेयरों में मजबूत खरीदारी और आगामी तिमाही आय को लेकर सकारात्मक रुख का रहा। इसके साथ ही फार्मा, एफएमसीजी, और ऊर्जा शेयरों में भी निवेशकों का भरोसा दिखा।
दिसंबर में विनिर्माण गतिविधियों में गिरावट
हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए विनिर्माण क्षेत्र से कुछ कमजोर संकेत मिले।
मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) दिसंबर में 56.5 से गिरकर 56.4 पर आ गया। यह दर्शाता है कि लागत में कमी और नौकरियों में वृद्धि के बावजूद मांग में गिरावट हुई।
रुपये की कमजोरी जारी
डॉलर की मजबूत मांग और विदेशी फंड के आउटफ्लो के चलते गुरुवार को भारतीय रुपया 9 पैसे गिरकर
85.73 पर बंद हुआ। आयातकों की ओर से डॉलर की खरीदारी और विदेशी निवेशकों के बाजार से बाहर निकलने ने रुपये को कमजोर किया।
वैश्विक बाजार का प्रदर्शन
गुरुवार को एशियाई और यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला।
- शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 2.7% गिरकर 3,262.56 पर और हांगकांग का हैंग सेंग 2.2% गिरकर 19,623.32 पर बंद हुआ।
- फ्रांस का CAC 40 0.5% गिरा, जबकि जर्मनी का DAX 0.2% बढ़त पर बंद हुआ।
- अमेरिकी बाजारों में S&P 500 और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज के वायदे 0.4% ऊपर रहे।
आगे की उम्मीदें
विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में यह तेजी आगामी तिमाही नतीजों से जुड़ी सकारात्मक उम्मीदों और तकनीकी सहायक संकेतों की वजह से है। हालांकि, डॉलर की मजबूती और वैश्विक स्तर पर बढ़ती अनिश्चितता निवेशकों के लिए चिंता का विषय बनी रह सकती है।भारतीय बाजार का यह शानदार प्रदर्शन नए साल की शुरुआत के लिए सकारात्मक संकेत है। निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि घरेलू और वैश्विक कारक बाजार को और ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।