Mahakumbh 2025: महाकुंभ में नौकरियों की बहार, 12 लाख लोगों को मिल सकता है रोजगार

Mahakumbh 2025 - महाकुंभ में नौकरियों की बहार, 12 लाख लोगों को मिल सकता है रोजगार
| Updated on: 21-Jan-2025 06:00 AM IST
Mahakumbh 2025: प्रयागराज के संगम तट पर चल रहे महाकुंभ ने न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर किया है, बल्कि आर्थिक और रोजगार के अवसरों का भी बड़ा मंच तैयार किया है। एनएलबी सर्विसेज के सीईओ सचिन अलुग के अनुसार, इस ऐतिहासिक आयोजन के दौरान लगभग 12 लाख अस्थायी रोजगार सृजित होने की संभावना है। यह आकलन एनएलबी सर्विसेज के आंतरिक डेटा और उद्योग से प्राप्त रिपोर्टों पर आधारित है।

महाकुंभ का व्यापक आर्थिक प्रभाव

महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक आयोजित हो रहा है, जिसमें लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। सचिन अलुग ने इसे आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बताते हुए कहा कि यह आयोजन विभिन्न क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देगा।

महाकुंभ का प्रभाव बुनियादी ढांचे के विकास, कार्यक्रम प्रबंधन, सुरक्षा सेवाओं, स्थानीय व्यापार, पर्यटन, मनोरंजन, और बागवानी जैसे कई क्षेत्रों में महसूस किया जाएगा। यह आयोजन पारंपरिक और आधुनिक व्यवसायों के लिए नई संभावनाएं पैदा कर रहा है।

पर्यटन और आतिथ्य उद्योग: 4.5 लाख रोजगार

महाकुंभ के दौरान पर्यटन और आतिथ्य उद्योग में 4.5 लाख से अधिक अस्थायी रोजगार सृजित होने की संभावना है। इन रोजगारों में होटल स्टाफ, टूर गाइड, पोर्टर, यात्रा सलाहकार, और कार्यक्रम समन्वयक जैसे पद शामिल हैं। श्रद्धालुओं की विशाल संख्या के कारण होटल और लॉज जैसे आतिथ्य स्थलों में अभूतपूर्व मांग देखी जा रही है।

परिवहन और लॉजिस्टिक्स: 3 लाख नौकरियां

परिवहन और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में लगभग 3 लाख अस्थायी रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद है। ड्राइवर, आपूर्ति शृंखला प्रबंधक, कूरियर कर्मी, और सहायक कर्मचारी इस क्षेत्र की प्रमुख भूमिकाएं होंगी।

स्वास्थ्य सेवाएं: 1.5 लाख अवसर

महाकुंभ के दौरान लगाए गए अस्थायी चिकित्सा शिविरों में 1.5 लाख से अधिक फ्रीलांस नर्सों, अर्ध-चिकित्सा स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देते हुए यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है।

सूचना प्रौद्योगिकी और खुदरा व्यापार

महाकुंभ के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लगभग 2 लाख पेशेवरों की मांग है। इसके अतिरिक्त, धार्मिक वस्तुओं, स्मृति चिन्ह, और स्थानीय उत्पादों की बढ़ती मांग के चलते खुदरा व्यवसाय में भी लगभग 1 लाख रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।

एक ऊर्जा केंद्र के रूप में महाकुंभ

महाकुंभ जैसे आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि वे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियों को नई दिशा देते हैं। यह आयोजन प्रयागराज को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।

महाकुंभ का यह रूप रोजगार, सांस्कृतिक विकास और आर्थिक प्रगति का प्रतीक बन गया है, जो भविष्य में भी बड़े आयोजनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

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