IND vs ENG: रोहित शर्मा ने भारतीय टीम को ओपनिंग करते हुए कई मुकाबले जिताए। उन्होंने कई ऐसी पारियां खेली, जिनकी याद भारतीय क्रिकेट फैंस के मन में अभी भी ताजा है। फिलहाल वह टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले चुके हैं। उनके बाद टेस्ट टीम की कमान शुभमन गिल को मिली है। जहां गिल की कप्तानी में टीम इंडिया इंग्लैंड में दो टेस्ट मैच खेल चुकी है। इन दो मैचों में गिल ने इतने रन बना दिए हैं, जितने रोहित इंग्लैंड की धरती पर अपने पूरे टेस्ट करियर में नहीं बना पाए थे।
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड की धरती पर पहला टेस्ट मैच साल 2014 में खेला था, तब मैच की दोनों पारियों में उनके बल्ले से कुल 34 रन निकले थे। इसके बाद इंग्लैंड में अगला टेस्ट मैच खेलने के लिए उन्हें 7 साल लग गए और 2021 में मौका मिल पाया। जहां न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उन्होंने कुल 64 रन बनाए थे। फिर साल 2021 में ही उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ उन्हीं की धरती पर चार टेस्ट मैच खेले और 368 रन बनाए। इसके बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 का फाइनल भी रोहित ने इंग्लैंड में खेला और उनके बल्ले से सिर्फ 58 रन निकले। इस तरह से उन्होंने इंग्लैंड में 7 टेस्ट खेले और कुल 524 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं।
शुभमन गिल मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान हैं और कप्तान बनते ही उनके प्रदर्शन में निखार सामने आया है। मौजूदा दौरे पर उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 147 रन और 8 रनों की पारियां खेली। भले ही इस मुकाबले में भारतीय टीम को हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया।
दूसरे टेस्ट मैच में गिल ने शानदार शतक जड़ा। पहली पारी में उन्होंने 269 रन बनाए, जिसमें 30 चौके और तीन छक्के शामिल रहे। उनके सामने इंग्लैंड के गेंदबाज टिक नहीं पाए। दूसरी पारी में गिल का जलवा कायम रहा और उन्होंने 161 रन जोड़े। इस तरह से दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में गिल ने कुल 585 रन बनाए, जिसमें 3 शतक शामिल हैं।
इंग्लैंड की धरती पर शुभमन गिल ने पिछले दो टेस्ट मैच में कुल 585 रन बनाए हैं, जबकि रोहित शर्मा अपने पूरे टेस्ट करियर में 524 रन ही बना पाए। रोहित के नाम इंग्लैंड में एक टेस्ट शतक दर्ज है, वहीं गिल ने पिछली चार पारियों में ही तीन शतक जड़ दिए हैं। यह तुलना न केवल गिल के उभरते सितारे को दर्शाती है, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी देती है।