Share Market News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ और इजरायल-ईरान युद्ध जैसे वैश्विक घटनाक्रमों के चलते हाल के महीनों में जियोपॉलिटिकल टेंशन में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। इस अस्थिर माहौल का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा है, जहाँ उतार-चढ़ाव ने निवेशकों के लिए भरोसेमंद और टिकाऊ स्टॉक्स ढूंढना एक बड़ी चुनौती बना दिया है। लेकिन इसी दौर में एक ऐसा शेयर भी है जिसने सभी आशंकाओं को दरकिनार करते हुए निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है — हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स।
₹0.12 से ₹39.19 तक का सफर: हजूर का मल्टीबैगर अवतारहजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स एक ऐसा शेयर है जिसने बीते पांच वर्षों में जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है। जून 2020 में मात्र ₹0.12 की कीमत पर उपलब्ध इस शेयर ने अब BSE पर ₹39.19 तक की उड़ान भर ली है। इसका मतलब है कि अगर किसी निवेशक ने जून 2020 में इस स्टॉक में ₹1 लाख का निवेश किया होता, तो आज उसकी वैल्यू लगभग ₹3.27 करोड़ हो चुकी होती। यह किसी भी निवेशक के लिए सपने जैसी वापसी है।
हालिया प्रदर्शन: लॉन्ग टर्म चमकदार, शॉर्ट टर्म में सुस्तीशुक्रवार को हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स का शेयर ₹38.50 पर खुला और कारोबारी सत्र के अंत में लगभग 2.5% की बढ़त के साथ ₹39.19 पर बंद हुआ। पांच साल में इसने 32,558% की उछाल दर्ज की है — जो इसे एक क्लासिक मल्टीबैगर बनाता है।
हालांकि, हालिया महीनों में प्रदर्शन में थोड़ी सुस्ती आई है:- पिछले एक साल में स्टॉक केवल 13% बढ़ा है।
- पिछले छह महीनों में इसमें 21% की गिरावट दर्ज की गई।
- 2025 की शुरुआत से अब तक, इसने लगभग 27% का नुकसान दिया है — जनवरी में यह ₹53 से ज्यादा पर था।
- कंपनी की वित्तीय स्थिति: चौथी तिमाही में गिरावट
- वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन उम्मीद से कमजोर रहा:
- कंपनी का नेट प्रॉफिट 69% घटकर ₹16.78 करोड़ रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में ₹53.93 करोड़ था।
- इसके मुख्य रियल एस्टेट ऑपरेशन से रेवेन्यू 46% की गिरावट के साथ ₹249 करोड़ रहा, जो पिछली बार ₹464 करोड़ था।
डिविडेंड से उम्मीदें बरकरारकंपनी ने 30 मई 2025 को ₹1 फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयरों पर ₹0.20 का अंतिम डिविडेंड घोषित किया है, जो शेयरधारकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह कुल शेयर मूल्य का 20% डिविडेंड है, जो दिखाता है कि कंपनी अपने लाभांश वितरण में निरंतरता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है।
निष्कर्ष: रिस्क के बावजूद लॉन्ग टर्म में भरोसेमंदहजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स ने दिखाया है कि सही समय पर सही शेयर में निवेश लंबी अवधि में कितना बड़ा फायदा पहुंचा सकता है। हालांकि कंपनी के मौजूदा तिमाही नतीजे थोड़े कमजोर हैं और स्टॉक में अस्थिरता बनी हुई है, लेकिन लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह अब भी एक आकर्षक विकल्प बना हुआ है।