चुनावी समर: भाजपा ने ऐसे तैयार किया है 'मिशन गुजरात'! यूपी के सफल ब्लू प्रिंट पर चलेगा यह मॉडल

चुनावी समर - भाजपा ने ऐसे तैयार किया है 'मिशन गुजरात'! यूपी के सफल ब्लू प्रिंट पर चलेगा यह मॉडल
| Updated on: 17-Apr-2022 03:37 PM IST
इसी साल के आखिरी महीने तक गुजरात में विधानसभा के चुनाव होने हैं और भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी समर सजाने के लिए पूरी राजनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी है। कहने को तो यह राजनैतिक चौसर 11 मार्च से ही गुजरात में बिछनी शुरू हो गई थी, लेकिन उत्तर प्रदेश के सफल "पॉलिटिकल ब्लूप्रिंट" पर तैयार होने वाला "मिशन गुजरात" का यह मॉडल सोमवार से यानी 18 अप्रैल से शुरू होने वाला है। इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गुजरात के तीन दिवसीय दौरे से करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से अपने तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात में रहेंगे। इस दौरान वह गुजरात में अलग-अलग इलाकों में न सिर्फ लोगों से मुखातिब होंगे बल्कि पूरे प्रदेश में तकरीबन 30000 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट की सौगात भी देने वाले हैं। भारतीय जनता पार्टी के चुनावों की रणनीति संभालने वाले एक प्रमुख नेता कहते हैं दरअसल यह बिल्कुल उसी तर्ज पर शुरू हो रहा है जैसा कि उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल से पहले शुरुआत की गई थी। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह ने तकरीबन 6 महीने पहले ही जबरदस्त तरीके से राजनैतिक माहौल बनाना शुरू कर दिया था। ठीक उसी तरह गुजरात में भी तैयारियां की जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह इसी साल देश के पांच अलग राज्यों में हुए चुनावों के परिणाम आने के अगले दिन से ही गुजरात में चुनाव की कमर कस कर मैदान में उतर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां 10 मार्च को परिणाम आने के बाद 11 मार्च को ही गुजरात पहुंच गए थे जबकि हाल के दिनों मे देश के गृह मंत्री अमित शाह भी गुजरात के अलग-अलग जिलों से होकर आए हैं।

पहले से ही कर ली गई हैं सारी तैयारियां

चुनावी रणनीति बनाने वाली टीम के एक अहम सदस्य बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में अपने तीन दिनों की विजिट के दौरान लाखों लोगों से मुखातिब होंगे। इसके अलावा वह गुजरात में किसानों और महिलाओं से मुखातिब होंगे। गुजरात भाजपा से जुड़े एक नेता बताते हैं कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों से पहले ही सारी तैयारियां कर ली गई है। योजना के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के बनासकांठा में महिला दुग्ध उत्पादकों से मुलाकात करेंगे। योजना के मुताबिक प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों से तकरीबन तीन लाख से ज्यादा महिलाएं इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे इसके अलावा प्रधानमंत्री कृषि उत्पाद को से भी एक बड़ा जनसंवाद करने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में अपने दौरे के दौरान गुजरात के जनजातीय इलाके दाहोड में आयोजित होने वाले जनजाति सम्मेलन में शामिल होंगे। इस दौरान लाखों लोगों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन कार्यक्रमों के अलावा गुजरात के जामनगर में विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से बनने वाले ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडीशनल मेडिसिन की आधारशिला भी रखेंगे। इस कार्यक्रम में मॉरीशस के प्रधानमंत्री समेत विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुखिया भी मौजूद होंगे। गुजरात भारतीय जनता पार्टी से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले 18 अप्रैल को गांधीनगर में बने कमांड एवं कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे।

अलगे कुछ दिनों में गुजरात दौरे बढ़ाएंगे मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 11 मार्च के बाद गुजरात में यह दूसरा दौरा है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ महीनों तक प्रधानमंत्री गुजरात में अपने दौरे लगातार बढ़ाते जाएंगे। योजना के मुताबिक शुरुआत के कुछ महीनों में तो वह लगभग हर महीने गुजरात जाएंगे इस दौरान केंद्र और राज्य की तमाम परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। योजना के मुताबिक जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जाएगा उसी तरीके से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री समेत नरेंद्र मोदी कैबिनेट के नेताओं और मंत्रियों के दौरे बढ़ते जाएंगे। 

सीधे जनता को होता है फायदा

राजनीतक विश्लेषक और पॉलीटिकल एनालिसिस एंड डाटा सेंटर के कन्वीनर डीके चक्रवर्ती कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी ने ठीक इसी पैटर्न पर उत्तर प्रदेश में भी चुनाव लड़ा था। वो कहते हैं प्रधानमंत्री और अमित शाह के शुरुआती दौर में केंद्र और प्रदेश की तमाम योजना और परियोजनाओं के शुभारंभ एवं शिलान्यास के साथ ही शुरू हुए थे। वह कहते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता गया धीरे-धीरे यह शुभारंभ और शिलान्यास के कार्यक्रम खत्म होते गए और भाजपा के बड़े नेताओं के कार्यक्रम राजनीतिक रैलियों और जनसंवाद जैसे बड़े-बड़े कार्यक्रमों में तब्दील होते गए। भारतीय जनता पार्टी के चुनावी रणनीति बनाने वाली कमेटी के एक अहम सदस्य बताते हैं कि दरअसल डबल इंजन की सरकार वाले राज्यों में इसका फायदा सीधे तौर पर जनता को होता है। क्योंकि केंद्र और राज्य की सरकार में भारतीय जनता पार्टी ही होती है तो केंद्र और राज्य की योजनाओं का शिलान्यास उद्घाटन भी बड़े नेता ही करते हैं। भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से जुड़े एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में जिस तरीके से चुनावी समर में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी राजनीतिक रैलियों का आगाज किया था वह सफल ब्लूप्रिंट के तौर पर सिर्फ गुजरात ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी अपनाया जाने वाला है।


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