गोलियां की तड़तड़ाहट से दहल उठा पलवल: चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए गोलियों से भूना, खौफनाक वारदात से तनाव

गोलियां की तड़तड़ाहट से दहल उठा पलवल - चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए गोलियों से भूना, खौफनाक वारदात से तनाव
| Updated on: 02-Apr-2022 10:01 AM IST
पलवल के गांव धतीर में बदमाशों ने वर्ष 2012 में हुई चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए करीब 12-13 राउंड फायरिंग कर ईश्वर उर्फ भोला (45) को जान से मार डाला। ईश्वर को करीब छह गोलियां लगीं। गदपुरी थाना पुलिस ने चार नामजद सहित आठ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। जिला नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। 

धतीर चौकी प्रभारी हरिओम के अनुसार, गांव धतीर निवासी कृष्ण ने दी शिकायत में बताया कि बृहस्पतिवार शाम वह  मौसी के लड़के ईश्वर उर्फ भोला के साथ करीब 6.30 बजे अल्लीका गांव की तरफ स्थित अपने खेतों पर जा रहा था। रास्ते में शमशान घाट से पहले मोबाइल टावर के नजदीक अनिल, राजू, योगेश सहित 7-8 बदमाशों ने उसका रास्ता रोक लिया। 

आरोपियों ने जान से मारने की नीयत से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। वह खेतों की तरफ भाग गया, जबकि भोला गली और प्लॉटों की तरफ भाग गया। आरोपियों ने भोला को घेर लिया और सभी ने अवैध हथियारों से उस पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस दौरान करीब 13 गोलियां चलाई गईं, जिनमें से छह गोलियां भोला को लगीं। 

इसी दौरान काले रंग की स्कॉर्पियो आई, जिसमें सभी आरोपी बैठकर फरार हो गए। गाड़ी चला रहे युवक को वह सामने आने पर पहचान सकता है। शिकायत में कहा गया कि भागते समय आरोपियों ने कहा कि संतराम की मौत का बदला ले लिया है। शिकायतकर्ता ने कहा कि भागदौड़ के दौरान उसका फोन कहीं गिर गया तो इस घटना की जानकारी देने के लिए घर पहुंचा। घरवालों के साथ भोला को दो निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन दोनों जगह डॉक्टरों ने गंभीर हालत बताते हुए उसे रेफर कर दिया। बाद में जिला नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने भोला को मृत घोषित कर दिया। 

वर्ष 2011 में हुआ था झगड़ा, 2012 में कर दी हत्या 

शिकायत के अनुसार, वर्ष 2011 में ईश्वर उर्फ भोला और उसके पिता ओमप्रकाश का गांव निवासी महेश से झगड़ा हो गया था। वर्ष 2012 में महेश के चाचा संतराम की हत्या हो गई, जिसका आरोप भोला पर लगा था। इस मामले में भोला जेल में भी बंद रहा था। बाद में दोनों झगड़ों का पंचायती तौर पर फैसला हो गया था। 

छह दिन पहले ही हुई थी मां की मौत

जानकारी के अनुसार, भोला की मां का करीब छह दिन पहले आकस्मिक निधन हो गया। बृहस्पतिवार शाम शोक से उठने के बाद भोला अपने मौसी के लड़के कृष्ण के साथ खेतों की तरफ जा रहा था। तभी उसकी हत्या कर दी गई। मां की मौत से परिवार अभी उभरा भी नहीं था कि बेटे की भी हत्या कर दी गई। 

रंजिश में ईश्वर उर्फ भोला की हत्या की गई है। हत्या के आरोप में अनिल, राजू, योगेश व महेश सहित आठ के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सभी आरोपी फरार हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। - अनिल कुमार, डीएसपी


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