Wrestlers Protest: आज किसान यूनियन की पहलवानों के समर्थन में महापंचायत, सरकार को मिला है 5 दिन का अल्टिमेटम
Wrestlers Protest - आज किसान यूनियन की पहलवानों के समर्थन में महापंचायत, सरकार को मिला है 5 दिन का अल्टिमेटम
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एवं बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों के समर्थन में गुरुवार को किसान यूनियन महापंचायत कर रही है। किसान यूनियन के टिकैत गुट ने आज मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई है। इस महापंचायत में पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने दावा किया है कि महापंचायत में पास की खाप पंचायतों के नेता शामिल होंगे। नरेश टिकैत पहले ही केंद्र सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दे चुके हैं। ‘जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी’रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मामले की जांच को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने जब बृजभूषण शरण सिंह पर एक्शन लेने को लेकर सवाल आया तो उन्होंने कहा कि जांच चल रही है और जल्दी ही नतीजा भी आ जाएगा। बता दें कि पहलवानों के आंदोलन को हर गुजरते दिन के साथ समर्थन बढ़ रहा है और खाप पंचायतों एवं किसान यूनियन के साथ साथ कई सियासी पार्टियां भी पहलवानों को अपना समर्थन दे रही हैं।बृजभूषण ने भी ठोकी तालकिसान यूनियन पहलवानों के समर्थन में अपनी महापंचायत को मेगा इवेंट बनाने में जुटा है, लेकिन इसमें आंदोलन कर रहे पहलवान शामिल होंगे या नहीं इस पर अभी सस्पेंस बना हुआ है। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह पर इन आरोपों का कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है और वह खुलेआम घूम रहे हैं। बृजभूषण शरण सिंह बुधवार को बारबंकी में थे, वहां उन्होंने शिवमंदिर में पूजा की। इसके बाद उन्होंने राजपूत समाज की एक पब्लिक मीटिंग में हिस्सा लिया, जहां बृजभूषण ने कहा कि भगवान राम उनसे कुछ बड़ा करवाना चाहते हैं तभी उन पर इस तरह के आरोप लग रहे हैं।15 दिन में पूरी होगी जांच!पहलवान इस बात से नाराज हैं कि अब तक बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया है। कहा जा रहा है कि अगले 15 दिनों में दिल्ली पुलिस अपनी जांच पूरी कर लेगी, इसके बाद ही ये तय होगा कि इसमें चार्जशीट दाखिल होगी या फिर एफएआर यानी क्लोजर रिपोर्ट। दिल्ली पुलिस के रवैये पर कपिल सिब्बल ने सवाल खड़े किए हैं। सिब्बल ने कानून का हवाला देते हुए पॉक्सो एक्ट में तुरंत गिरफ्तारी की धारा याद दिलाई है और ये भी आरोप लगा दिया कि पुलिस पर दबाव है।