दिल्ली: आज देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली मेट्रो दौड़ेगी ट्रेक पर, होगा 37 किलोमीटर का सफर
दिल्ली - आज देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली मेट्रो दौड़ेगी ट्रेक पर, होगा 37 किलोमीटर का सफर
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Updated on: 28-Dec-2020 07:10 AM IST
Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर को देश की पहली पूर्ण स्वचालित चालक रहित ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन 37 किमी का सफर तय करेगी। यह ट्रेन दिल्ली मेट्रो का एक हिस्सा होगी दरअसल, दिल्ली मेट्रो दिल्ली-एनसीआर में अपने रेल नेटवर्क का विस्तार कर रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी बयान के अनुसार, चालक रहित ट्रेन पूरी तरह से स्वचालित होगी और मानव गलतियों की संभावना को समाप्त कर देगी। दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन और पिंक लाइन पर देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन चलाई जानी है। पहले चरण में, ड्राइवर रहित ट्रेन मैजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के बीच कुल 37 किमी की दूरी के लिए चलेगी। उसके बाद 2021 में पिंक लाइन में 57 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस मेट्रो चलाने की योजना है। जो मजलिस पार्क से शिव विहार तक की दूरी तय करेगा। इस तरह कुल 94 किलोमीटर ड्राइवर रहित ट्रेन चलाने की योजना है। ट्रेन में 6 कोच होंगेदिल्ली मेट्रो ने ड्राइवरलेस ट्रेन को एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि बताया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) पिछले लगभग 3 वर्षों से ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का परीक्षण कर रहा है। दिल्ली मेट्रो ने पहली बार सितंबर 2017 में अपना परीक्षण शुरू किया।अगर खासियत की बात करें तो आम मेट्रो ट्रेन की तरह ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच होंगे। हालांकि इसमें कई उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। चालक रहित ट्रेन की अधिकतम गति 95 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जबकि यह 85 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ अपनी यात्रा शुरू करेगी।2,280 यात्री एक बार में यात्रा कर सकेंगेचालक रहित ट्रेन में 2,280 यात्री एक बार में यात्रा कर सकते हैं। यह प्रत्येक कोच में 380 यात्रियों को ले जा सकता है। इसके अलावा, पीएम मोदी 28 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यात्रा के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) भी जारी करेंगे।DMRC के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि DMRC मेट्रो ढांचे में स्वचालित ट्रेन पर्यवेक्षण प्रणाली का उपयोग करेगा। चालक रहित ट्रेन को नियंत्रण कक्ष से स्वचालित रूप से संचालित किया जाएगा। चालक रहित ट्रेन में केबिन नहीं होगा, कोच का डिजाइन नया होगा। सबसे खास फीचर ट्रेन के अंदर और बाहर अत्याधुनिक कैमरे होंगे। किसी भी दुर्घटना के समय सेंसर आधारित ब्रेक तुरंत लगाया जाएगा।आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो 2002 में शुरू हुई थी, जिसे अब 18 साल हो गए हैं। पहली बार, इसका संचालन 8.4 किलोमीटर लंबे शाहदरा और तीस हजारी के बीच शुरू हुआ। आज, 11 मेट्रो लाइनों और 390 किमी नेटवर्क के साथ, दिल्ली मेट्रो देश का ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बन गया है।
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