Trump China Visit: ट्रंप अप्रैल 2026 में चीन जाएंगे, शी जिनपिंग को भी अमेरिका आने का न्योता
Trump China Visit - ट्रंप अप्रैल 2026 में चीन जाएंगे, शी जिनपिंग को भी अमेरिका आने का न्योता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया है कि वह अप्रैल 2026 में चीन की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। यह यात्रा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा दिए गए निमंत्रण को स्वीकार करने के बाद होगी, जिसकी जानकारी ट्रंप ने सोमवार को सुबह शी जिनपिंग के साथ फोन पर हुई बातचीत के बाद दी। यह उच्च-स्तरीय कूटनीति दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और जटिल वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
अमेरिका-चीन कूटनीति में एक नया अध्याय
यह आगामी यात्रा अमेरिका और चीन के बीच संबंधों में एक नया अध्याय खोलेगी, जो दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं और भू-राजनीतिक शक्तियां हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने न केवल चीन जाने का निमंत्रण स्वीकार किया है, बल्कि उन्होंने अगले वर्ष के अंत में राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अमेरिका की राजकीय यात्रा के लिए भी आमंत्रित किया है और यह द्विपक्षीय आदान-प्रदान दोनों नेताओं के बीच सीधी और निरंतर बातचीत की इच्छा को दर्शाता है, जो एक महीने पहले दक्षिण कोरियाई शहर बुसान में उनकी आमने-सामने की मुलाकात के बाद आया है। इस तरह की उच्च-स्तरीय बैठकें वैश्विक स्थिरता और सहयोग के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं, खासकर ऐसे समय में जब अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य कई चुनौतियों का सामना कर रहा है।व्यापार संबंध और द्विपक्षीय संवाद
सोमवार को हुई फोन कॉल के दौरान, दोनों नेताओं ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। इनमें यूक्रेन में चल रहा संघर्ष, फेंटेनाइल का मुद्दा और सोयाबीन व्यापार शामिल थे। यूक्रेन पर चर्चा वैश्विक शांति और सुरक्षा के प्रति दोनों देशों की चिंता को दर्शाती है, जहां बड़े देशों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। फेंटेनाइल, एक शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड, अमेरिका में एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का कारण बना हुआ है, और इस पर चीन के साथ सहयोग नशीली दवाओं के अवैध व्यापार को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। सोयाबीन जैसे कृषि उत्पादों का व्यापार दोनों देशों के बीच गहरे आर्थिक संबंधों का प्रतीक है, और इन पर चर्चा व्यापारिक संतुलन और आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
चीन ने अपनी ओर से बताया कि दोनों नेताओं ने व्यापार पर भी चर्चा की। यह दर्शाता है कि व्यापारिक संबंध अमेरिका-चीन संबंधों का एक केंद्रीय स्तंभ बने हुए हैं।