Donald Trump News: ट्रंप की बड़ी चेतावनी: आतंकी हमले के बाद थर्ड वर्ल्ड देशों से अमेरिका में एंट्री होगी बंद
Donald Trump News - ट्रंप की बड़ी चेतावनी: आतंकी हमले के बाद थर्ड वर्ल्ड देशों से अमेरिका में एंट्री होगी बंद
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बड़ा बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने थर्ड वर्ल्ड के देशों से आने वाले आव्रजन को स्थायी रूप से रोकने की चेतावनी दी है। यह चेतावनी वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड्स को गोली मारे। जाने की घटना के बाद आई है, जिसे ट्रंप ने 'आतंकी हमला' करार दिया है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक विस्तृत पोस्ट में अपनी भविष्य की आव्रजन नीतियों का खाका प्रस्तुत किया।
आव्रजन नीति पर ट्रंप का दृष्टिकोण
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में अमेरिकी आव्रजन नीति पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने तर्क दिया कि तकनीकी प्रगति के बावजूद, वर्तमान आव्रजन नीतियों ने इन लाभों और कई अमेरिकी नागरिकों के जीवन स्तर को कम कर दिया है। उनका मानना है कि देश को अपनी प्रणाली को पूरी तरह। से ठीक होने देने के लिए एक कठोर बदलाव की आवश्यकता है। यह दृष्टिकोण उनकी 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के अनुरूप है, जिसमें वे अमेरिकी नागरिकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य उन सभी को हटाना है जो संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए शुद्ध संपत्ति नहीं हैं या जो देश से प्यार करने में असमर्थ हैं।थर्ड वर्ल्ड देशों से स्थायी आव्रजन प्रतिबंध
ट्रंप ने घोषणा की कि यदि वे सत्ता में लौटते हैं, तो उनका प्रशासन सभी थर्ड वर्ल्ड के देशों से आव्रजन को स्थायी रूप से रोक देगा। यह एक व्यापक नीति होगी जिसका उद्देश्य उन देशों से आने वाले लोगों के प्रवेश को पूरी तरह से बंद करना है जिन्हें वे 'थर्ड वर्ल्ड' के रूप में वर्गीकृत करते हैं और उनका मानना है कि यह कदम अमेरिकी प्रणाली को 'पूरी तरह से ठीक होने' का अवसर देगा। इस प्रतिबंध का सीधा असर उन लाखों लोगों पर पड़ेगा जो बेहतर जीवन की तलाश में अमेरिका आने की उम्मीद करते हैं, और यह वैश्विक आव्रजन परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।गैर-नागरिकों के लिए संघीय लाभों की समाप्ति
अपनी प्रस्तावित नीतियों के तहत, ट्रंप ने गैर-नागरिकों के लिए सभी संघीय लाभों और सब्सिडी को समाप्त करने का भी प्रस्ताव रखा। उनका तर्क है कि ये लाभ अमेरिकी करदाताओं पर बोझ डालते हैं और। उन लोगों को आकर्षित करते हैं जो देश के लिए 'शुद्ध संपत्ति' नहीं हैं। इस कदम का उद्देश्य अमेरिका में रहने वाले गैर-नागरिकों के लिए आर्थिक प्रोत्साहन को कम करना है, जिससे वे आत्मनिर्भर बनने या देश छोड़ने के लिए मजबूर हों। यह नीति उन लोगों के लिए विशेष रूप से कठिन हो सकती है जो अमेरिका में कानूनी रूप से रह रहे हैं लेकिन अभी तक नागरिकता प्राप्त नहीं कर पाए हैं।प्रवासियों का निर्वासन और सुरक्षा जोखिम
ट्रंप ने यह भी कहा कि उनका प्रशासन उन प्रवासियों। को 'अप्राकृतिक' कर देगा जो घरेलू शांति को कमजोर करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे किसी भी विदेशी नागरिक को निर्वासित कर देंगे जो सार्वजनिक बोझ है, सुरक्षा जोखिम पैदा करता है, या पश्चिमी सभ्यता के साथ असंगत है। यह नीति सुरक्षा और सांस्कृतिक एकीकरण पर उनके कड़े रुख को दर्शाती है। 'सार्वजनिक बोझ' की परिभाषा व्यापक हो सकती है, जिसमें वे लोग शामिल हो सकते हैं जो सरकारी सहायता पर निर्भर हैं। 'सुरक्षा जोखिम' और 'पश्चिमी सभ्यता के साथ असंगत' होने के मानदंड भी व्यापक व्याख्या के अधीन हो सकते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान की संभावना बढ़ जाती है।रिवर्स माइग्रेशन ही एकमात्र समाधान
पूर्व राष्ट्रपति ने तर्क दिया कि उनके लक्ष्यों का उद्देश्य 'अवैध और विघटनकारी आबादी में भारी कमी' लाना होगा, जिसमें अनधिकृत और अवैध ऑटोपेन अनुमोदन प्रक्रिया के माध्यम से प्रवेश पाने वाले लोग भी शामिल हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल 'रिवर्स माइग्रेशन' ही इस स्थिति का पूरी तरह से समाधान कर सकता है। 'रिवर्स माइग्रेशन' का अर्थ है कि लोगों को उनके मूल देशों में वापस भेजा जाए, जिससे अमेरिका में प्रवासी आबादी कम हो और यह एक आक्रामक रणनीति है जो देश की जनसांख्यिकी और सामाजिक संरचना पर गहरा प्रभाव डाल सकती है।व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी की घटना
ट्रंप की ये कड़ी चेतावनी हाल ही में वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई एक गंभीर घटना के बाद आई है। इस घटना में दो नेशनल गार्ड्स को करीब से गोली मार दी गई, जिससे पूरे अमेरिका में हड़कंप मच गया और पुलिस को शक है कि यह हमला 'टारगेटेड किलिंग' की वारदात हो सकती है, जिसका अर्थ है कि पीड़ितों को जानबूझकर निशाना बनाया गया था। इस घटना ने देश की सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है और ट्रंप जैसे नेताओं को आव्रजन पर कड़ा रुख अपनाने का मौका दिया है।ट्रंप ने बताया ‘आतंकी हमला’
इस घटना के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने जनता को संबोधित किया और हमला करने वाले को लेकर कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि हमला करने वाले को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी बताया कि नेशनल गार्ड्स को गोली मारने वाले संदिग्ध की पहचान एक अफगानी नागरिक के रूप में की गई है और इससे पहले एक बयान में ट्रंप ने इस गोलीबारी को 'आतंकी हमला' करार दिया और बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान युद्ध में अमेरिकी फौजों की मदद करने वाले अफगानों को अमेरिका में आने की इजाजत देकर गलती की गई। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनका प्रशासन बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान चला रहा है, जिसमें नेशनल गार्ड की मदद ली जा रही है। यह बयान बाइडेन प्रशासन की आव्रजन नीतियों की सीधी आलोचना थी और यह दर्शाता है कि ट्रंप भविष्य में किस तरह की कार्रवाई की योजना बना रहे हैं।