US-Israel Relations: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात करने वाले हैं। इस मुलाकात में दोनों नेताओं के एजेंडे अलग-अलग हैं। जहां अमेरिका गाजा युद्ध को जल्द खत्म करने की दिशा में काम करना चाहता है, वहीं नेतन्याहू वेस्ट बैंक पर इजराइल की संप्रभुता बढ़ाने की योजना को आगे बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इसके साथ ही, सीरिया में एक बफर जोन बनाने की योजना भी चर्चा का हिस्सा होगी।
एक सीनियर इजराइली अधिकारी के अनुसार, नेतन्याहू इस बैठक में वेस्ट बैंक को इजराइल में मिलाने की बात उठाएंगे। हालांकि, ट्रंप ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे वेस्ट बैंक पर इजराइली कब्जे की अनुमति नहीं देंगे। इसके बावजूद, वेस्ट बैंक के यहूदी इलाकों का प्रतिनिधित्व करने वाली येशा काउंसिल के नेता भी अमेरिका पहुंचे हैं। उनका कहना है कि यह एक आपातकालीन दौरा है, जिसका मकसद ट्रंप पर दबाव बनाना है ताकि वे इजराइल के पक्ष में फैसला लें।
नेतन्याहू ने गाजा युद्ध को खत्म करने की इच्छा जताई है, लेकिन उन्होंने अपने प्लान का विस्तृत विवरण नहीं दिया। उनका कहना है कि उनकी प्राथमिकता बंधकों को सुरक्षित घर लाना और हमास को पूरी तरह खत्म करना है। 7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुए इस युद्ध में अब तक 66,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। हमास की कैद में अभी भी 48 बंधक हैं, जिनमें से इजराइल का अनुमान है कि करीब 20 लोग अब भी जीवित हैं।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दावा किया कि पिछले चार दिनों से युद्ध खत्म करने के लिए बातचीत चल रही है, जिसमें नेतन्याहू, हमास और पूरे क्षेत्र के देश शामिल हैं। उन्होंने एक सकारात्मक शांति समझौते की उम्मीद जताई है। हालांकि, हमास ने स्पष्ट किया है कि ट्रंप की ओर से कोई औपचारिक शांति या बंधक रिहाई का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया गया है।
ट्रंप ने गाजा युद्ध को खत्म करने के लिए एक 21 पॉइंट की शांति योजना पेश की है। इस योजना की दो प्रमुख मांगें हैं:
सभी बंधकों की रिहाई: हमास को 48 घंटे के भीतर सभी बंधकों को रिहा करना होगा।
इजराइली सेना की वापसी: इजराइली सेना को गाजा से धीरे-धीरे हटना होगा।
नेतन्याहू ने सीरिया के दक्षिणी हिस्से में एक हथियार-मुक्त बफर जोन बनाने की योजना का जिक्र किया है। इसका उद्देश्य इजराइल की सीमा को सुरक्षित करना और वहां रहने वाले ड्रूज समुदाय को सुरक्षा प्रदान करना है। शनिवार को नेतन्याहू ने कहा, "हम अपने लोगों को हमास की कैद से वापस लाने और अपने दुश्मनों को हराने के करीब हैं।"
मुलाकात से पहले, नेतन्याहू रविवार को अमेरिका में यहूदी नेताओं से मिलेंगे और ट्रंप समर्थक मार्क लेविन के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यह दौरा दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अहम माना जा रहा है।