Russia-Ukraine War: जंग के बीच ट्रंप का बड़ा फैसला- यूक्रेन को मिलने वाली US मदद पर लगी रोक
Russia-Ukraine War - जंग के बीच ट्रंप का बड़ा फैसला- यूक्रेन को मिलने वाली US मदद पर लगी रोक
Russia-Ukraine War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालते ही एक के बाद एक बड़े फैसले लेकर वैश्विक राजनीति को चौंका दिया है। इनमें सबसे हालिया और विवादास्पद फैसला यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता रोकने का है। ट्रंप के इस कदम ने न केवल यूक्रेन को झटका दिया है, बल्कि दुनिया भर में हलचल मचा दी है।
यूक्रेन के लिए बड़ा झटका
डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले से यूक्रेन के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। इससे पहले, पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में अमेरिका ने रूस से जारी युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए अरबों डॉलर की सैन्य सहायता दी थी। यह सहायता यूक्रेन को युद्ध में टिके रहने के लिए आवश्यक संसाधन मुहैया कराती थी। 2023 में अमेरिका ने यूक्रेन को $64 बिलियन से अधिक की मदद दी थी। लेकिन अब ट्रंप के फैसले से यह सहयोग खतरे में पड़ गया है।'अमेरिका फर्स्ट' नीति का असर
यह कदम ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति का हिस्सा है। इस नीति के तहत उन्होंने विदेशी सहायता को सख्ती से सीमित करने का ऐलान किया है। हालांकि, इजराइल और मिस्र जैसे सहयोगी देशों को इस फैसले से बाहर रखा गया है, जिससे इन देशों को अमेरिका की मदद मिलती रहेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से विकास परियोजनाओं और सैन्य सहायता पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।रूस और पुतिन को चेतावनी
ट्रंप ने हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अल्टीमेटम देकर एक और बड़ी घोषणा की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि रूस यूक्रेन के साथ समझौता करे, अन्यथा प्रतिबंधों का सामना करने के लिए तैयार रहे। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि वे इस युद्ध को समाप्त करने के लिए जेलेंस्की और पुतिन से बातचीत करने को तैयार हैं।विदेशी नीति में बड़े बदलाव
सत्ता संभालने के बाद ट्रंप ने अमेरिकी नीतियों में कई बड़े बदलाव किए हैं। इसमें अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई, बच्चों की नागरिकता को खत्म करने जैसे फैसले शामिल हैं। उन्होंने अमेरिकी संसद में 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद बाइडेन प्रशासन के कई फैसलों को पलट दिया।वैश्विक प्रतिक्रिया
ट्रंप के इन फैसलों से वैश्विक स्तर पर खलबली मच गई है। उनके कड़े और अप्रत्याशित कदमों ने दुनिया भर के नेताओं और विशेषज्ञों को हैरान कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के अनुसार, अगले 85 दिनों में विदेशी सहायता की आंतरिक समीक्षा की जाएगी, जिससे अन्य देशों पर भी इसका असर पड़ सकता है।निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम अमेरिका की प्राथमिकताओं को दोबारा परिभाषित करता है। हालांकि, इसके दीर्घकालिक प्रभावों का आकलन करना अभी बाकी है। ट्रंप प्रशासन की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति न केवल अमेरिका, बल्कि वैश्विक राजनीति और सहयोग के समीकरणों को भी बदल सकती है।