Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के शांत और सुंदर पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस अमानवीय हमले में 27 बेकसूर लोगों की जान चली गई और 17 अन्य घायल हुए। यह हमला ना सिर्फ मृतकों के परिवारों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गहरा आघात है। इस दिल दहला देने वाली घटना पर देश-विदेश से शोक और गुस्से की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। आम लोगों से लेकर चर्चित हस्तियों तक, सभी इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने इस हमले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इंस्टाग्राम स्टोरी के ज़रिए गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि वह पहलगाम में निर्दोष लोगों पर हुए इस जघन्य हमले से बेहद आहत हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों के लिए शांति और शक्ति की प्रार्थना की और मांग की कि इस क्रूरता के दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भी इस हमले के प्रति अपना गहरा शोक जताते हुए एक अहम निर्णय लिया है। हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के बीच होने वाले आईपीएल मुकाबले के दौरान सभी खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरेंगे, जो शहीदों और पीड़ितों के प्रति एक मौन श्रद्धांजलि होगी। इसके अतिरिक्त, मैच के दौरान कोई चीयरलीडर्स प्रदर्शन नहीं करेंगी और ना ही किसी प्रकार की आतिशबाजी होगी, ताकि इस राष्ट्रीय शोक में खेल जगत भी अपनी भागीदारी निभा सके।
भारत के उभरते सितारे शुभमन गिल ने भी इस घटना पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि पहलगाम की हिंसा दिल को दहला देने वाली है। उन्होंने कहा, “मेरी प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हमारे देश में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।”
पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने इस घटना को “बेहद दुखद और परेशान करने वाला” बताया और पीड़ितों की मजबूती के लिए प्रार्थना की। वहीं, कमेंटेटर और पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इस हमले को “अकल्पनीय क्रूरता” करार देते हुए कहा कि दोषियों को जल्द पकड़कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
यह आतंकी हमला भारत के खिलाफ सिर्फ एक हिंसक कृत्य नहीं, बल्कि हमारी एकता, भाईचारे और शांति की भावना पर हमला है। लेकिन जैसे हर बार हुआ है, इस बार भी भारत एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़ा हुआ है। देश के नागरिकों की प्रतिक्रिया, खेल जगत की संवेदनाएं, और संस्थाओं की सक्रियता यह दिखाती है कि ऐसे हमले हमारे हौसले को कभी नहीं डिगा सकते।