कोरोना अलर्ट: पाकिस्तानी मौलानाओं की इमरान सरकार को चेतावनी, मस्जिदों में नमाज़ शुरू करो वरना...

कोरोना अलर्ट - पाकिस्तानी मौलानाओं की इमरान सरकार को चेतावनी, मस्जिदों में नमाज़ शुरू करो वरना...
| Updated on: 14-Apr-2020 12:24 PM IST
इस्लामाबाद। एक तरफ जहां पाकिस्तान (Pakistan) में हर रोज़ कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के नए मामले सामने आ रहे हैं, वहीं मुस्लिम कट्टरपंथी लगातार मस्जिदों में फिर से नमाज़ शुरू करने पर अड़े हुए हैं। पाकिस्तान के टॉप 53 मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इमरान सरकार के लिए चेतावनी जारी कर दी है। इन्होने रमजान (Ramadan) के दौरान मस्जिदों में 'तरावीह' की इजाजत मांगी है।

पाकिस्तान के मशहूर मदरसे वफाकुल मदारिस अल अरबिया ने सोमवार को इमरान सरकार के लिए चेतावनी जारी कर कहा कि अब मस्जिदों में इकठ्ठा होने और नमाज़ पढ़ने पर लगा प्रतिबंध जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए। सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह को ताक पर रखकर सोमवार को रावलपिंडी और इस्लामाबाद से आए देश के टॉप 53 मुस्लिम धर्मगुरु दारूल उलूम जकारिया में इकट्ठे हुए। डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें देश के कई मुस्लिम सम्प्रदायों के सदस्य, कुछ प्रतिबंधित संगठनों के सदस्य और कई राजनीति से जुड़े चेहरे भी शामिल हुए।

रमजान में नहीं चलेगा प्रतिबंध

इस मीटिंग में ये तय किया गया कि रमजान के महीने में मस्जिदों में इकठ्ठा होने और नमाज़ पढ़ने पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता और सरकार को इसे वापस ही लेना होगा। इस मीटिंग के बाद एक वीडियो जारी किया गया जिसमें जमियत उलेमा इस्लाम फज़ल, आलमी तंजीम खातम ए नौबवत, तालीम उल कुरआन और प्रतिबंधित संगठन अहले सुन्नत वाल जमात से जुड़े धार्मिक गुरु सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नज़र आए।

इस वीडियो में मौलाना पीर अजीजुर रहमान हजरावी ने कहा कि हम सरकार से इस मामले में कोई मनमुटाव नहीं चाहते लेकिन रमज़ान में ये प्रतिबंध लागू नहीं रह सकते। मौलानाओं ने कहा कि शुक्रवार को मस्जिद में पांच वक़्त की नमाज़ और रमजान के महीने में तरावीह को प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता।

सऊदी अरब ने 'तरावीह' घर में पढ़ने के लिए कहा

सऊदी अरब ने कोरोना वायरस के मद्देनजर रमजान के दौरान लोगों से विशेष नमाज 'तरावीह' घरों में ही पढ़ने के लिए कहा है। सऊदी अरब ने पिछले महीने देश की सभी मस्जिदों में इकट्ठा होकर नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी। केवल मक्का और मदीना की मस्जिदों में इस तरह की नमाज की अनुमति है, जहां केवल मस्जिद के कर्मचारी परिसर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं।

'अल रियाद' अखबार ने इस्लामिक मामलों के सऊदी अरब के मंत्री अब्दुल लतीफ अल शेख के हवाले से कहा, 'तरावीह नमाज रोकने से ज्यादा महत्वपूर्ण है मस्जिदों में पांच बार नमाज अता करने से रोकना।' अल शेख ने कहा, 'हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि तरावीह नमाज मस्जिद में हो या घरों पर, वह कबूल करें जिसे हम लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर समझते हैं। हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि हम सभी की प्रार्थना स्वीकार करें और पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाली इस महामारी से मानवता की रक्षा करें।'

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