Nora Fatehi Trivia: नोरा फतेही, एक ऐसा नाम जो आज बॉलीवुड में अपने शानदार डांस मूव्स के लिए जाना जाता है। उनके लटके-झटके और अनोखे अंदाज ने न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनियाभर में लाखों दिलों को जीत लिया है। कनाडा में जन्मीं नोरा ने अपने डांस के सपने को हकीकत में बदलने के लिए कड़ी मेहनत, लगन और हिम्मत दिखाई। लेकिन, यह सफर उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। आइए, जानते हैं नोरा फतेही की प्रेरणादायक कहानी, जिसमें उन्होंने चुनौतियों को पार कर अपने जुनून को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
33 वर्षीय नोरा फतेही का जन्म कनाडा में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें डांस का शौक था। स्कूल के दिनों में वह डांस में रुचि रखती थीं, लेकिन उनकी पतली-दुबली काया के कारण सहपाठी उनका मजाक उड़ाते थे। कुछ लोग तो यह भी कहते थे कि उन्हें डांस करना नहीं आता। लेकिन, इन तानों ने नोरा का हौसला नहीं तोड़ा। उन्होंने अपने जुनून को और मजबूत किया और डांस की प्रैक्टिस जारी रखी।
नोरा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह स्कूल में उन लड़कियों को देखकर डांस सीखती थीं, जो इसमें माहिर थीं। वह चाहती थीं कि वह भी उनके ग्रुप का हिस्सा बनें, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। फिर भी, नोरा ने हार नहीं मानी और घर पर चुपके-चुपके डांस की प्रैक्टिस शुरू कर दी।
नोरा के माता-पिता उनके डांस करने के सख्त खिलाफ थे। उनके मुस्लिम परिवार में डांस को अच्छा नहीं माना जाता था। नोरा ने बताया कि वह कमरे का दरवाजा बंद करके घंटों डांस प्रैक्टिस करती थीं, ताकि माता-पिता को पता न चले। लेकिन एक दिन उनकी मां ने उन्हें डांस करते हुए देख लिया। गुस्से में उनकी मां ने नोरा की जमकर पिटाई की। लेकिन, इस घटना ने भी नोरा के जुनून को कम नहीं किया। वह चुपके-चुपके अपने शौक को जिंदा रखती रहीं।
नोरा का सपना केवल डांस करना ही नहीं था, बल्कि वह अपने टैलेंट को पूरी दुनिया के सामने लाना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने एक बड़ा और साहसिक कदम उठाया। अपनी फैमिली को छोड़कर वह भारत आ गईं और बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की। शुरुआती दिनों में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें कामयाबी की नई मंजिलों तक पहुंचाया।
आज नोरा फतेही बॉलीवुड की उन चुनिंदा परफॉर्मर्स में से एक हैं, जिनके डांस मूव्स की तारीफ हर कोई करता है। 'दिलबर', 'साकी साकी', 'गर्मी' जैसे गानों में उनके डांस ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। नोरा ने न सिर्फ अपने सपनों को पूरा किया, बल्कि वह उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा भी बनीं, जो अपने जुनून को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं।
नोरा की कहानी हमें सिखाती है कि अगर दिल में जुनून और मेहनत करने का जज्बा हो, तो कोई भी मुश्किल आपके सपनों को रोक नहीं सकती। चाहे वह सामाजिक दबाव हो, परिवार का विरोध हो या फिर आलोचनाओं का सैलाब, अगर आप अपने लक्ष्य पर डटे रहें, तो कामयाबी जरूर मिलती है।
नोरा फतेही आज न सिर्फ एक बेहतरीन डांसर हैं, बल्कि एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई और दुनिया को दिखाया कि सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाते हैं, बल्कि वो हैं जो आपको सोने न दें।