देश: भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर मिली सुंरग, इसके जरिए ही नगरोटा में घुसे थे आतंकी

देश - भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर मिली सुंरग, इसके जरिए ही नगरोटा में घुसे थे आतंकी
| Updated on: 22-Nov-2020 07:43 PM IST
सांबा: जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर एक सुंरग मिली है। जानकारी के मुताबिक, इस सुरंग की लंबाई करीब 150 मीटर है। इसी सुरंग के जरिए नगरोटा में आतंकी घुसे थे। सर्च ऑपरेशन के दौरान इस सुरंग का पता चला है। रेत के बैग और लकड़ियों से इस सुरंग को छिपाया गया था। रेग के बैग्स पर पाकिस्तान का पता छपा हुआ है। सुरंग में आने जाने के लिए सीढ़ियां भी बनी हुई हैं। इससे पहले जांच एजेंसियों ने शक जताया था कि पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों ने भारत में घुसपैठ के लिए सुरंग का इस्तेमाल किया।

जम्मू-कश्मीर के डीजीप दिलबाग सिंह से बातचीत में कहा कि ये सुरक्षाबलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। इसी सुरंग से आतंकी 18 तारीख की रात को आए थे। पाकिस्तान पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। आज 12 बजे के करीब ये सुरंग मिली है। पाकिस्तान के बैग सुरंग के मुंह से निकाले गए हैं। डीजीपी ने बताया कि ये टनल करीब 150 मीटर लंबी है और 15-20 फीट जमीन से गहरी है। पाकिस्तान के अंदर इसका एंट्री प्वाइंट बनता है।

इसके साथ ही डीजीपी ने कहा कि पुरानी सुरंग भी इसी तरह सरकंडे के अंदर थी। इसी तरह की जगह चुनी जाती है जिसमें निकलते वक्त और मूवमेंट करते वक्त किसी को पता न चले।

नगरोटा केस में चार संदिग्धों से पूछताछ जारी

बता दें कि 19 नवंबर के तड़के जम्मू के नगरोटा में सुरक्षाबलों ने चार पाकिस्तानी आतंकियों को ट्रक में ही मौत के घाट उतार दिया था। दरअसल, यह आतंकी जम्मू के सांबा इलाके के उस पार पाकिस्तान के शकरगढ़ इलाके से घुसपैठ कर जम्मू की सीमा में दाखिल हुए थे। आतंकियों से एनकाउंटर के बाद उनके पास से मोबाइल फोन, जीपीएस, वायरलेस सेट बरामद हुआ था। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी गिरफ्तार किया गया है। आतंकी जम्मू के त्राल का रहने वाला बताया जा रहा है। वहीं जम्मू के उधमपुर से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनसे नगरोटा केस के बारे में पूछताछ की जा रही है।

अगस्त महीने में भी सांबा में मिली थी सुरंग

इससे पहले अगस्त महीने में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सांबा जिले में ही एक सुरंग मिली थी, जिसकी लंबाई करीब बीस फीट और चौड़ाई तीन से चार फीट थी। इतना ही नहीं सुरंग को छुपाने के लिए इसके शुरू होने की जगह पर पाकिस्तान में बने सैंडबैग्स (रेत की बोरियां) भी मिले थे जिस पर शकर गढ़/कराची लिखा हुआ था।

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