India-Pakistan News: डेड होने लगे 2 प्रमुख बांध, नहीं हो रही फसलों की बुआई; जानें कैसे फड़फड़ाने लगा पाकिस्तान

India-Pakistan News - डेड होने लगे 2 प्रमुख बांध, नहीं हो रही फसलों की बुआई; जानें कैसे फड़फड़ाने लगा पाकिस्तान
| Updated on: 12-Jun-2025 11:35 AM IST

India-Pakistan News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही कनाडा के कनानास्किस में आयोजित होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना होंगे। इस बहुप्रतीक्षित दौरे से पहले कनाडा में राजनीतिक और सुरक्षा स्तर पर बड़ी हलचल देखी जा रही है। कनाडा की नई सरकार, जिसके प्रधानमंत्री मार्क कार्नी हैं, ने भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया है। इस ऑपरेशन को Project Pelican नाम दिया गया है।

खालिस्तानियों पर बड़ी कार्रवाई

Project Pelican के तहत कनाडाई पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी ड्रग जब्ती करते हुए 479 किलोग्राम कोकीन बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 47.9 मिलियन डॉलर है। इस कार्रवाई में सात भारतीय मूल के नागरिकों सहित कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस नेटवर्क के तार खालिस्तान समर्थक समूहों और अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया से जुड़े बताए जा रहे हैं।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस नेटवर्क ने अमेरिका और कनाडा के बीच कमर्शियल ट्रकिंग रूट का इस्तेमाल करते हुए मैक्सिकन ड्रग कार्टेल और अमेरिकी डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ गठजोड़ किया था। जांच एजेंसियों को आशंका है कि ड्रग तस्करी से अर्जित धन का उपयोग भारत विरोधी गतिविधियों जैसे कि विरोध प्रदर्शन, जनमत संग्रह और हथियारों की खरीद के लिए किया जा रहा था। खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इस नेटवर्क को समर्थन दे रही है।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में साजगिथ योगेन्द्रराजा (31), मनप्रीत सिंह (44), फिलिप टेप (39), अरविंदर पोवार (29), करमजीत सिंह (36), गुरतेज सिंह (36), सरताज सिंह (27), शिव ओंकार सिंह (31) और हाओ टॉमी हुइन्ह (27) शामिल हैं। इन पर आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।

पीएम मोदी का दौरा और संभावित एजेंडा

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत और कनाडा के संबंधों में फिर से स्थिरता लाने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए मार्क कार्नी को उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी और शिखर सम्मेलन में आमंत्रण के लिए धन्यवाद जताया। उन्होंने कहा कि भारत और कनाडा दोनों जीवंत लोकतंत्र हैं और साझा लक्ष्यों के लिए एकजुट होकर काम करेंगे।

जी7 समिट से इतर प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री कार्नी के बीच द्विपक्षीय बैठक भी प्रस्तावित है। इस बैठक में खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भारत का प्रमुख एजेंडा हो सकता है। मोदी सरकार, विशेष रूप से जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल के दौरान कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ावा देने को लेकर नाराज रही है।

ट्रूडो युग की नीतियों का असर

पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के समय में कनाडा की नीतियों ने भारत के साथ रिश्तों को काफी नुकसान पहुंचाया था। ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर के मुद्दे पर भारत को सार्वजनिक मंचों पर घेरने की कोशिश की थी, जबकि भारत ने उन्हें ठोस सबूतों की मांग के साथ जवाब दिया। भारत के खिलाफ ट्रूडो की यह सख्त नीति अंततः उनकी साख और सत्ता दोनों पर भारी पड़ी।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।