दिल्ली में ठंड शुरू हो चुकी है. लेकिन फिर भी गरमी का माहौल लगातार बना हुआ है. पिछले चार दिनों से. क्योंकि दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जमकर झगड़ा चल रहा है. ये लड़ाई 2 नवंबर के दिन तीस हजारी कोर्ट से शुरू हुई थी. और अब ये कानूनी केस का रूप ले चुकी है. वकील दिल्ली पुलिस के विरोध में हैं, पुलिस वकीलों के विरोध में.तीस हजारी कोर्ट के बाद, कड़कड़डूमा कोर्ट और साकेत कोर्ट में भी बवाल हो गया. फिर रोहिणी कोर्ट भी इस बवाल की चपेट में आ गया. यहां भी वकीलों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहिणी कोर्ट में दो वकीलों ने ‘पुलिस की क्रूरता’ का विरोध करते हुए सुसाइड करने की कोशिश कर डाली.एक वकील जिसने खुद को जिंदा जलाने की कोशिश की. उससे जब सवाल किया गया कि उसने ऐसा क्यों किया. इसके जवाब में वकील ने कहा,
‘हमारे आत्मसम्मान की लड़ाई. कल पुलिसवालों ने जो धमकियां दी हैं, उससे हमारे आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है.’
वहीं दूसरा वकील ऊंची बिल्डिंग पर चढ़ गया.
आपको बता दें कि 5 नवंबर के दिन दिल्ली पुलिस ने पुलिस हेडक्वार्टर के सामने विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद पुलिस कमिशनर अमूल्य पटनायक ने उन्हें वापस ड्यूटी पर लौटने के लिए कहा था. उसके बाद भी दिन भर विरोध होता रहा. लेकिन 6 नवंबर को पुलिसकर्मी वापस अपनी ड्यूटी पर लौट गए.बार काउंसिल ने वकीलों को प्रदर्शन बंद करने के लिए कहा है. लेकिन वकीलों का कहना है कि वो तब तक प्रदर्शन करेंगे, जब तक फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मियों को, तीस हजारी कोर्ट में वकीलों के साथ क्रूरता करने वाले पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करके सस्पेंड नहीं कर दिया जाता.