जयपुर: एसीबी का खुलासा- महिला कर्मचारियों काे मजबूर कर रातभर साथ रखता था गृह विभाग का अनुभाग अधिकारी

जयपुर - एसीबी का खुलासा- महिला कर्मचारियों काे मजबूर कर रातभर साथ रखता था गृह विभाग का अनुभाग अधिकारी
| Updated on: 31-Oct-2019 05:06 PM IST
जयपुर | पुलिसकर्मियाें से रिश्वत लेकर विभागीय कार्रवाइयों में राहत दिलाने और तबादले की एवज में महिलाकर्मियाें से अस्मत मांगने वाले गृह विभाग ग्रुप-11 के तत्कालीन अनुभाग अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निराेधक ब्यूराे (एसीबी) ने याैन शाेषण का मामला दर्ज करने की भी तैयारी कर ली है। हाल ही एसीबी के अधिकारियाें द्वारा काेर्ट में आराेपी तत्कालीन अनुभाग अधिकारी राकेश मीणा के खिलाफ पेश की गई चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है।

एसीबी ने चार्जशीट में माना है कि राकेश मीणा कार्यालय में पदस्थापित क्लर्क ग्रेड-द्वितीय महिला कर्मचारी से फाेन पर अश्लील बात करता था। जब महिला विरोध करती थी ताे वह उसकाे धमकाकर उससे उलटे काम करवाता था। अाराेपी से अधीनस्थ महिला कर्मचारी उसकी जान-पहचान वाली महिला कर्मचारी का सचिवालय में तबादला कराने के लिए कहा ताे राकेश मीणा ने जवाब दिया- वह उस महिला का तबादला करा देगा, बदले में उसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए भेजना पड़ेगा। राकेश मीणा द्वारा महिलाकर्मियाें के साथ गलत टिप्पणियां की जाती थीं।

एसीबी की जांच में सामने आया कि आराेपी राकेश मीणा अपनी अधीनस्थ एक अन्य महिलाकर्मी के साथ भी अश्लील बात करता था। खास बात यह है कि उस महिलाकर्मी पर आराेपी उसकी शादी से पहले जबरन दबाव बनाकर साथ घूूूमने के लिए और रात काे साथ में रुकने व दूसरे दिन जाने के लिए दबाव बनाता था। आराेपी महिलाकर्मियाें का अनैतिक लाभ उठाता था। ऐसे में एसीबी ने जांच में आराेपी राकेश मीणा काे याैन शाेषण करने का आराेपी भी माना है। इस संबंध में जल्द ही एसीबी के अधिकारी तीन महिलाओं के धारा-161 सीआरपीसी के तहत बयान लेकर आगे की कार्रवाई करेगी। इसकी जिम्मेदारी इंस्पेक्टर मीना वर्मा काे दी गई है।

अवैध कारोबार रोकना था, थानों को गलत कामों का संरक्षक बना दिया

एसीबी ने आराेपी राकेश मीणा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक शिकायत के आधार पर उसके माेबाइल नंबर 9414200145 काे सर्विलांस पर लिया था। सर्विलांस के दाैरान एसीबी के जांच में सामने आया कि राकेश मीणा व विकास साेनी नाम के बीच में बातचीत हुई थी। राकेश मीणा ने विकास साेनी काे आश्वासन दिया था कि वह उसके द्वारा किए जाने वाले अवैध कार्याें के लिए माेतीडूंगरी व शास्त्रीनगर थाने के पुलिसकर्मियाें से सांठगांठ करा देगा। ऐसे में फिर आसानी से दाेनाे थाना इलाकाें में पुलिस संरक्षण में अवैध काम कर सकेगा। इस कार्य के बदले में राकेश मीणा ने विकास से घर पर एसी लगाने की डिमांड की थी।

23 अगस्त काे पकड़ा : एसीबी ने 23 अगस्त काे गृह विभाग ग्रुप-11 के तत्कालीन अनुभाग अधिकारी राकेश मीणा काे गिरफ्तार किया। पुलिस वालाें के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अपील इसी सेक्शन में हाेती है। आराेपी पुलिसकर्मियाें से राज्यपाल के यहां अपील करवाकर रुपए लेता था। वह सरकारी भर्तियाें में भी लाेगाें से रुपए लेता था।

रिश्वत के सेल्फ चेक : राकेश मीणा के घर पर सर्च के दाैरान एसीबी काे 7 लाख रुपए के सेल्फ चेक मिले थे। यह चेक अलग-अलग जनाें से काम के बदले लिए थे। कुछ छात्राें से नाैकरी दिलाने की एवज में चेक लिए। सेल्फ चेक के साथ कुछ छात्राें की मार्कशीट भी मिली थी। घर पर 17 भूखंड के दस्तावेज मिले थे। अाय अाैर संपत्ति की भी जांच अभी जारी है। 

रिश्वत के साथ याैन शाेषण का केस भी

रिश्वत; कारोबारी विकास सोनी से कहा- माेतीडूंगरी और शास्त्रीनगर पुलिस अवैध धंधे में तुम्हारी मदद करेगी, बदले मेरे घर में एसी लगवाना पड़ेगा। ऐसी और भी कई फोन टेपिंग का उल्लेख एसीबी अफसरों ने अपनी चार्जशीट में किया है।

अस्मत; अपने अनुभाग में पदस्थापित महिला कर्मचारियों को राजकार्य का भय दिखाकर शारीरिक शोषण करने और समझौते के बदले ड्यूटी से फ्री रखने की कहता था। एसीबी की जांच में अनुभाग की तीन महिलाओं के नाम सामने आ चुके हैं, दबे मुंह और भी महिलाओं पर दबाव बनाने की बात सामने आ रही है। 

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