COVID-19 Update: अहमदाबाद के डॉक्टर ने किया दावा कोरोना वायरस फेफड़ों को बना देता है पत्थर
COVID-19 Update - अहमदाबाद के डॉक्टर ने किया दावा कोरोना वायरस फेफड़ों को बना देता है पत्थर
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Updated on: 02-Oct-2020 08:25 AM IST
Delhi: कोरोना ने कहर अभी भी बरकरार है। दुनिया भर के देश इस पर कई शोध कर रहे हैं और कई देश इसकी वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। इससे संबंधित कई शोध भारत में भी चल रहे हैं। अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस फेफड़ों को कैसे पथर बनाता है। दरअसल, डॉ. सिम्स, अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए लंबे समय से काम कर रहे हैं। अमित पटेल का कहना है कि कोरोना वायरस फेफड़ों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। जब संक्रमण बढ़ता है, तो फेफड़े जो नरम रहते हैं, वे पत्थरों की तरह मजबूत हो जाते हैं।डॉक्टर के अनुसार, फाइब्रोसिस तपेदिक और निमोनिया में भी होता है, लेकिन केवल फेफड़ों के ऊपरी और निचले हिस्से में इसका गहरा असर कोरोना में देखा गया है। फाइब्रोसिस पूरे फेफड़े में होता है, जो फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाता है। सिम्स अस्पताल के डॉ सुरभि के अनुसार, जब प्रतिरक्षा सक्रिय होती है, तो सबसे पहला प्रभाव फेफड़ों पर होता है। वायरस के बुरे प्रभावों और ऊतक मरम्मत की प्रतिक्रिया के कारण, फेफड़ों में तरल पदार्थ ठीक ट्यूबों से भर जाता है, जो बाद में जम जाता है। इससे फेफड़े धीरे-धीरे सख्त हो जाते हैं।
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