देवघर रोपवे हादसा : 40 घंटे में वायुसेना ने 46 को सुरक्षित निकाला, गरुड़ कमांडो ने ट्रॉली में बच्चों के साथ गुजारी रात

देवघर रोपवे हादसा - 40 घंटे में वायुसेना ने 46 को सुरक्षित निकाला, गरुड़ कमांडो ने ट्रॉली में बच्चों के साथ गुजारी रात
| Updated on: 13-Apr-2022 11:04 AM IST
झारखंड के देवघर में त्रिकुट रोपवे पर वायुसेना ने 40 घंटे चले अभियान में 48 में से 46 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। 32 लोगों को सोमवार रात तक निकाल लिया गया था। बचे 15 में से 14 को वायुसेना ने मंगलवार को निकाल लिया। हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। 

वायुसेना के बचाव कार्य के दौरान मंगलवार को  60 वर्षीय महिला की हेलिकॉप्टर से गिरकर मौत हो गई। सोमवार को भी एक व्यक्ति की ऐसे ही मौत हुई थी। रविवार को हादसे वाले दिन भी एक महिला ने दम तोड़ा था। 12 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। 

गरुड़ कमांडो ने ट्रॉली में बच्चों के साथ गुजारी रात 

देवघर हादसे में राहत अभियान के दौरान वायुसेना के एक गरुड़ कमांडो ने सोमवार की रात हवा में लटकी ट्रॉली में दो बच्चों के साथ गुजारी, ताकि बच्चे अकेले हवा में डरें नहीं। कमांडो ने दहशत की स्थिति को देखते हुए खुद आगे बढ़कर यह फैसला लिया। मंगलवार को सुबह होते ही जैसे अभियान शुरू हुआ वह इन बच्चों को सुरक्षित निकाल कर लाया। 

ये बच्चे रविवार शाम 4 बजे से ट्रॉली पर हवा में लटके थे। सोमवार को दिनभर चले बचाव कार्य के बाद वायुसेना ने रातभर में अभियान रोक दिया। तब इस कमांडो ने अपने साथियों के बार-बार बुलाने पर भी इन बच्चों को अकेले नहीं छोड़ने का फैसला लिया। कमांडो ने कहा, वह बुरी तरह डरे बच्चों को ऊपर अकेला नहीं छोड़ सकता। कमांडो के इस फैसले का सभी ने स्वागत किया। 

हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान जांच के दिए आदेश

रोपवे हादसे का स्वत: संज्ञान लेते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। कोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगा, तब तक सरकार को विस्तृत जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। 

सभी राज्य रोपवे परियोजनाओं की सुरक्षा ऑडिट कराएं : गृहमंत्रालय 

देवघर में हुए रोपवे हादसे के बाद केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सभी राज्यों से उनके यहां चलने वाली रोपवे परियोजनाओं का सुरक्षा ऑडिट कराने का निर्देश मंगलवार को जारी किया है। इसके अलावा ऐसी घटनाओं की स्थिति से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी तैयार करने को कहा है। 

गृहसचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र में लिखा, सभी रोपवे प्रोजेक्ट के लिए एक रखरखाव मैन्युअल तैयार की जाए। सुरक्षा मानकों का खास ध्यान रखा जाए और ये बेहतर उद्योग प्रथाओं के अनुरूप होने चाहिए। रोपवे का संचालन करने वाली कंपनी को रखरखाव कार्यक्रम के तौर पर की गई गतिविधियों का पूरा रिकार्ड रखना होगा। 

पांच-पांच लाख मुआवजा देने की घोषणा 

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में रोपवे हादसा एवं लोहरदगा हिंसा में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का निर्णय लिया। रोपवे हादसे की जांच के समिति गठित करने का भी निर्देश दिया।

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