Delhi Car Blast: अल फलाह यूनिवर्सिटी में मिली शाहीन की ब्रेजा कार, क्या इसमें विस्फोटक है? सीरियल ब्लास्ट की साजिश का खुलासा
Delhi Car Blast - अल फलाह यूनिवर्सिटी में मिली शाहीन की ब्रेजा कार, क्या इसमें विस्फोटक है? सीरियल ब्लास्ट की साजिश का खुलासा
हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी में एक बड़ी सुरक्षा चुनौती सामने आई है, जहां आतंकी लेडी डॉक्टर शाहीन की सिल्वर कलर की ब्रेजा कार बरामद की गई है। इस बरामदगी के बाद पूरे परिसर में हड़कंप मच गया और तुरंत हरियाणा पुलिस की बम डिस्पोजल टीम को मौके पर बुलाया गया। टीम यूनिवर्सिटी कैंपस में ब्रेजा कार की गहनता से जांच कर रही है, यह पता लगाने के लिए कि कहीं इसमें कोई विस्फोटक सामग्री तो नहीं है। यह घटना एक बड़े आतंकी षड्यंत्र का हिस्सा मानी जा रही है, जिसमें कई गाड़ियों को फिदायीन बम में बदलने की योजना थी।
आतंकियों का फिदायीन बम का बड़ा षड्यंत्र
जांच एजेंसियों के अनुसार, आतंकी एक बड़े सीरियल ब्लास्ट की तैयारी में थे, जिसमें एक या दो नहीं, बल्कि कुल चार गाड़ियों को फिदायीन बम के तौर पर इस्तेमाल करने की योजना थी। इस भयावह साजिश का उद्देश्य बड़े पैमाने पर तबाही मचाना था। पुलिस अब उन सभी गाड़ियों की तलाश में जुटी है, जो इस आतंकी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती हैं। इस कड़ी में पहले शाहीन की स्विफ्ट कार मिली थी, जिसके बाद उमर की i20 कार का पता चला, जिसका इस्तेमाल एक ब्लास्ट में किया गया था और इसके अतिरिक्त, एक लाल रंग की इकोस्पोर्ट कार की भी तलाश जारी है, और अब अल फलाह यूनिवर्सिटी से शाहीन की ब्रेजा कार की बरामदगी इस जांच में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह दर्शाता है कि आतंकी अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए कितनी गहराई तक घुसपैठ कर चुके थे।शाहीन की रिक्रूट कमांड सेंटर बनाने की कोशिश
आतंकी शाहीन साइद, जो एक लेडी डॉक्टर बताई जा रही है, उत्तर प्रदेश में एक बड़ी साजिश रच रही थी। वह सहारनपुर और हापुड़ जैसे रणनीतिक स्थानों पर रिक्रूट कमांड सेंटर स्थापित करने की कोशिश में थी। इन सेंटरों का उद्देश्य नए रंगरूटों को भर्ती करना और उन्हें आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार करना था। यह प्रयास पिछले छह महीनों से चल रहा था, जिससे पता चलता है कि शाहीन अपने नेटवर्क को मजबूत करने और अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए कितनी सक्रिय थी। इन सेंटरों के माध्यम से वह अपने आतंकी एजेंडे को आगे बढ़ाना चाहती थी और देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी पहुंच बनाना चाहती थी।मुस्लिम लड़कियों को आतंकी ट्रेनिंग देने की योजना
शाहीन की योजनाओं में एक और खतरनाक पहलू मुस्लिम गरीब लड़कियों को निशाना बनाना और उन्हें आतंकी ट्रेनिंग देना था। वह इन लड़कियों को अपने नेटवर्क में शामिल कर उन्हें कट्टरपंथी बनाना चाहती थी। इस सेंटर में 10 बड़े कमरे और एक बड़ा ट्रेनिंग हॉल तहखाने में बनाने की तैयारी थी, जो यह दर्शाता है कि शाहीन की योजना कितनी विस्तृत और सुनियोजित थी और यह सेंटर एक गुप्त ठिकाने के रूप में काम करता, जहां इन लड़कियों को आतंकी गतिविधियों के लिए तैयार किया जाता। शाहीन का यह कदम समाज के कमजोर तबके का फायदा उठाकर उन्हें। हिंसा के रास्ते पर धकेलने की एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था।जैश की महिला विंग और लिट्टे से प्रेरणा
शाहीन का अंतिम लक्ष्य जैश-ए-मोहम्मद के लिए एक महिला विंग खड़ी करना था, ठीक उसी तरह जैसे श्रीलंका के आतंकी संगठन लिट्टे (LTTE) की महिला विंग थी और उसने लिट्टे से जुड़े लेखों का भी गहन अध्ययन किया था, जिससे पता चलता है कि वह इस मॉडल को भारत में दोहराना चाहती थी। लिट्टे की महिला विंग अपनी क्रूरता और फिदायीन हमलों के लिए जानी जाती थी, और शाहीन। भी उसी तर्ज पर जैश के लिए एक खतरनाक महिला ब्रिगेड तैयार करने की कोशिश में थी। उसकी यह रणनीति भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर रही। थी, क्योंकि महिला आतंकियों का पता लगाना और उन्हें रोकना अक्सर अधिक कठिन होता है।जांच एजेंसियों की कार्रवाई और शाहीन की कट्टरता
गिरफ्तार आतंकी शाहीन एक बार तुर्किए भी गई थी, जिससे उसकी अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कट्टरपंथी विचारधारा के बारे में संदेह पैदा होता है। जांच एजेंसियां शाहीन को एक बहुत ही हार्डकोर रेडिकलाइज्ड व्यक्ति मानकर जांच को आगे बढ़ा रही हैं। उसकी गतिविधियों, यात्राओं और योजनाओं से यह स्पष्ट होता है कि वह एक गहरी जड़ें जमा चुकी आतंकी विचारधारा से प्रभावित थी और बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों को अंजाम देने की फिराक में थी। ब्रेजा कार की बरामदगी और उसके अन्य वाहनों की तलाश इस बात का संकेत है कि सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए तेजी से काम कर रही हैं और देश को संभावित आतंकी खतरों से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। यह घटना देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर। चेतावनी है और सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।