Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों महाकुंभ के दौरे पर हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के साथ संगम में डुबकी लगाई। संगम स्नान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस दौरान उनके साथ प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे। योगी आदित्यनाथ ने संगम स्नान से पहले कैबिनेट बैठक आयोजित की, जिसमें राज्य के विकास और महाकुंभ की तैयारियों को लेकर कई अहम फैसले लिए गए।
संगम स्नान में अब तक लाखों श्रद्धालु शामिल
महाकुंभ के आरंभ से लेकर 21 जनवरी तक 9.24 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। अकेले 21 जनवरी को 30.47 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम पहुंचे। इनमें 10 लाख कल्पवासी और 20.47 लाख तीर्थयात्री शामिल हैं।
कैबिनेट बैठक में लिए गए मुख्य निर्णय
प्रयागराज में हुई इस विशेष कैबिनेट बैठक में राज्य की प्रगति और महाकुंभ से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए। बैठक में लिए गए प्रमुख फैसले इस प्रकार हैं:
- नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना: बागपत, कासगंज और हाथरस जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे।
- नगर निगम बॉन्ड जारी: प्रयागराज, वाराणसी और आगरा नगर निगम के लिए बॉन्ड जारी करने का निर्णय।
- युवाओं के लिए डिजिटल उपकरण: युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जाएंगे।
- इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी: बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और चित्रकूट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।
- नई एयरोस्पेस डिफेंस पॉलिसी: राज्य में रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई नीति तैयार होगी।
- प्रयागराज का विकास: यमुना नदी पर एक नया सिग्नेचर ब्रिज बनाया जाएगा।
2019 के अनुभव की पुनरावृत्ति
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के दौरान कैबिनेट बैठक की है। 2019 के अर्धकुंभ में भी उन्होंने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ संगम पर गंगा स्नान किया था। योगी आदित्यनाथ महाकुंभ की व्यवस्थाओं का व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं।
महाकुंभ 2025: बेहतर व्यवस्था और सुरक्षा
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के लिए प्रदेश सरकार ने अभूतपूर्व प्रयास किए हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए विशेष बल तैनात किए गए हैं।महाकुंभ का यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि प्रदेश के पर्यटन और आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभा रहा है। योगी सरकार के प्रयासों से यह आयोजन भव्यता और सुव्यवस्थितता का नया मानदंड स्थापित कर रहा है।