H-1B Visa: अमेरिका जाने वालों को बड़ा झटका: भारत में अचानक कैंसिल हो रहीं H-1B रिन्यूअल अपॉइंटमेंट्स
H-1B Visa - अमेरिका जाने वालों को बड़ा झटका: भारत में अचानक कैंसिल हो रहीं H-1B रिन्यूअल अपॉइंटमेंट्स
अमेरिका में कार्यरत हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए यह खबर किसी बड़े झटके से कम नहीं है। साल के अंत में अपने परिवार से मिलने या अन्य जरूरी काम निपटाने के लिए। भारत आए H-1B वीजा धारकों की अमेरिका लौटने की योजनाएं अचानक पटरी से उतर गई हैं। इन प्रोफेशनल्स को उस समय गहरी निराशा का सामना करना पड़ा, जब उन्हें पता चला कि भारत में उनके पहले से तय H-1B वीजा रिन्यूअल इंटरव्यू अपॉइंटमेंट्स अचानक रद्द कर दिए गए हैं। यह स्थिति उन लोगों के लिए विशेष रूप से चिंताजनक है जो पहले ही भारत आ चुके थे और अब वैध वीजा स्टैंप के बिना अमेरिका वापस नहीं जा पा रहे हैं।
अचानक रद्द हुई नियुक्तियां और लंबी प्रतीक्षा
दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में जिन आवेदकों के इंटरव्यू शेड्यूल थे, उन्हें बिना किसी पूर्व चेतावनी के कई महीनों बाद की नई तारीखें दे दी गई हैं। कुछ मामलों में, इन नई तारीखों को अक्टूबर 2026 तक बढ़ा दिया गया है, जिससे। हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स की नौकरी, परिवार और भविष्य की योजनाएं अधर में लटक गई हैं। यह अनिश्चितता न केवल व्यक्तिगत स्तर पर तनाव पैदा कर रही है, बल्कि उनके। पेशेवर जीवन और अमेरिकी कंपनियों के संचालन पर भी गहरा असर डाल रही है। अमेरिकी दूतावास ने स्पष्ट रूप से सूचित किया है कि जिन लोगों को नई तारीख की। सूचना मिली है, वे पुरानी अपॉइंटमेंट डेट पर दूतावास न पहुंचें, अन्यथा उन्हें प्रवेश नहीं मिलेगा।वीजा प्रक्रिया में बढ़ी सख्ती और गहन जांच
इन अचानक रद्दीकरणों के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी प्रशासन द्वारा वीजा प्रक्रिया में बढ़ाई गई सख्ती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब वीजा आवेदकों की बैकग्राउंड जांच और सोशल मीडिया वेरिफिकेशन पहले से कहीं ज्यादा गहराई से की जा रही है। इस गहन जांच प्रक्रिया के कारण ही भारत में 15 दिसंबर के बाद निर्धारित सभी H-1B वीजा इंटरव्यू को स्थगित कर दिया गया है और यह नई नीति न केवल H-1B वीजा धारकों को प्रभावित कर रही है, बल्कि अन्य वीजा कैटेगरी के इंटरव्यू भी इसी वजह से टाले जा रहे हैं। इस बढ़ी हुई जांच का उद्देश्य वीजा आवेदकों की विश्वसनीयता और पात्रता को और अधिक सुनिश्चित करना है, लेकिन इसका तात्कालिक परिणाम हजारों लोगों के लिए परेशानी के रूप में सामने आया है।भारत में फंसे प्रोफेशनल्स की मुश्किलें
इस फैसले का सबसे बड़ा असर उन लोगों पर पड़ा है जो पहले ही अपने इंटरव्यू के लिए भारत आ चुके थे। चूंकि उनके पास अमेरिका में काम करने के लिए वैध H-1B वीजा स्टैंप नहीं है, वे अमेरिका वापस नहीं जा पा रहे हैं। इस स्थिति के कारण कई प्रोफेशनल्स की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है,। क्योंकि वे अपनी कंपनियों के लिए काम पर वापस नहीं लौट पा रहे हैं। कंपनियों को भी अपने प्रोजेक्ट्स में देरी का सामना करना पड़ सकता है, जिससे वित्तीय नुकसान और परिचालन संबंधी चुनौतियां पैदा हो सकती हैं। यह स्थिति उन परिवारों के लिए भी मुश्किल खड़ी कर रही है जिनके सदस्य अमेरिका में हैं और अब भारत में फंसे हुए हैं।कर्मचारियों और कंपनियों पर दोहरा प्रभाव
ह्यूस्टन स्थित इमिग्रेशन वकील एमिली न्यूमैन ने इस स्थिति पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्व चेतावनी के अपॉइंटमेंट रद्द होना। कर्मचारियों और कंपनियों दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। न्यूमैन का मानना है कि इस प्रक्रिया में अब कोई स्पष्टता या भरोसा नहीं रह गया है, जिससे भविष्य की योजना बनाना बेहद मुश्किल हो गया है। कंपनियों को अपने विदेशी कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा करने में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जबकि कर्मचारी अपनी आजीविका और कानूनी स्थिति को लेकर चिंतित हैं।ट्रंप प्रशासन की सख्त वीजा नीतियां
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन पहले से ही H-1B वीजा प्रोग्राम को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए है। सोशल मीडिया एक्टिविटी की गहन जांच और हाल ही में H-1B वीजा फीस को 1 लाख डॉलर तक बढ़ाने जैसे कदम इसी नीति का हिस्सा माने जा रहे हैं। ये नीतियां अमेरिकी श्रमिकों के हितों की रक्षा और वीजा धोखाधड़ी को रोकने के उद्देश्य से लागू की गई हैं, लेकिन इनका सीधा असर भारतीय प्रोफेशनल्स पर पड़ रहा है। मौजूदा हालात में, इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि वीजा स्टैंपिंग की प्रक्रिया बेहद अनिश्चित। हो गई है, और आवेदकों को अप्रत्याशित देरी और चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए।