China Visa Policy: वीजा पॉलिसी को लेकर चीन ने किया बड़ा बदलाव, जाने से पहले जान लें ये नियम

China Visa Policy - वीजा पॉलिसी को लेकर चीन ने किया बड़ा बदलाव, जाने से पहले जान लें ये नियम
| Updated on: 18-Dec-2024 01:00 AM IST
China Visa Policy: महामारी के कारण तीन साल तक अलग-थलग रहने के बाद, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करने और आर्थिक पुनरुत्थान के लिए कई बड़े कदम उठा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को बीजिंग ने अपनी वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी के विस्तार की घोषणा की है। इस नई नीति के तहत अमेरिका सहित 54 देशों के नागरिकों को चीन के कुछ हिस्सों में 10 दिनों तक ठहरने की अनुमति दी जाएगी।

यह कदम चीन की पर्यटन और अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से उठाया गया है। इससे पहले विदेशी यात्रियों को केवल 72 से 144 घंटे तक ही रुकने की अनुमति थी।


54 देशों के नागरिकों को मिलेगा लाभ

नई वीजा-फ्री ट्रांजिट नीति के तहत, अमेरिका, कनाडा, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड और कई यूरोपीय और एशियाई देशों के 54 देशों के पासपोर्ट धारकों को लाभ मिलेगा। हालांकि, इसका फायदा उठाने के लिए यात्रियों के पास 10 दिनों के भीतर चीन से बाहर जाने का कन्फर्म टिकट होना अनिवार्य है।

यात्री चीन के बीजिंग, शंघाई सहित 24 प्रांतों के 60 स्थानों से एंट्री कर सकते हैं। यह योजना ट्रांजिट विजिटर्स को कुछ सीमाओं के साथ चीन के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रा करने की अनुमति भी देती है।


पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा

यह नीति चीन की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के साथ-साथ पर्यटन, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगी। चीन ने हाल के महीनों में अपनी वीजा प्रक्रियाओं को और सरल किया है ताकि अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में इजाफा हो।

इससे पहले, चीन ने 38 देशों के नागरिकों के लिए वीजा आवश्यकताओं को माफ कर दिया था। इन देशों के यात्रियों को बिना वीजा के 30 दिनों तक चीन में ठहरने की अनुमति दी गई थी। इसमें फ्रांस, मलेशिया, न्यूजीलैंड, जापान और स्विट्जरलैंड शामिल हैं। हालांकि, इस लिस्ट में अमेरिका शामिल नहीं है।


अमेरिका के लिए ट्रैवल एडवाइजरी में सुधार

अमेरिका और चीन के बीच संबंधों में सुधार के संकेत भी मिले हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने हाल ही में चीन के लिए अपनी ट्रैवल एडवाइजरी को स्तर-3 से घटाकर स्तर-2 कर दिया है। यह कदम चीन में तीन अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के बाद उठाया गया। इस निर्णय के बाद चीन को फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों के बराबर स्थान दिया गया है।

हालांकि, एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में किसी अन्य देश की तुलना में अधिक अमेरिकी नागरिक हिरासत में हैं। दुई हुआ फाउंडेशन के अनुसार, इन मुद्दों को हल करने की दिशा में यह बदलाव सकारात्मक माना जा रहा है।


चीन की सेलेक्टिव वीजा नीति

हालांकि, वीजा नीतियों में लचीलापन दिखाते हुए भी चीन सेलेक्टिव रुख अपनाता है। जहां वह 38 देशों के नागरिकों को 30 दिनों तक बिना वीजा के ठहरने की अनुमति देता है, वहीं अमेरिका को अभी भी इस श्रेणी में शामिल नहीं किया गया है।


बुनियादी ढांचे में सुधार

चीन ने अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अपनी यात्रा प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और बुनियादी ढांचे में सुधार करने के कई कदम उठाए हैं। इसके अलावा, यात्रियों द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान पर भी चीन लगातार काम कर रहा है।


निष्कर्ष

चीन की नई वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी महामारी के बाद आर्थिक पुनरुत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि चीन और अन्य देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूती मिलेगी। हालांकि, अमेरिका को लेकर चीन के सतर्क रुख से यह स्पष्ट है कि भू-राजनीतिक समीकरणों का प्रभाव वीजा नीतियों पर भी पड़ता है।

चीन का यह कदम अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए चीन की ओर आकर्षण को फिर से बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।