Fatty Liver: कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और किडनी रोगों के लिए साल में सिर्फ दो इंजेक्शन से मिलेगी राहत!
Fatty Liver - कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और किडनी रोगों के लिए साल में सिर्फ दो इंजेक्शन से मिलेगी राहत!
आधुनिक जीवनशैली की वजह से हाई कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और क्रोनिक किडनी जैसी बीमारियां भारत में लाखों लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई हैं और पौष्टिक भोजन की कमी, बढ़ते शुगर का सेवन और मोटापे के कारण इन रोगों का बोझ लगातार बढ़ रहा है, जिससे मरीजों को दैनिक जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हालांकि, चिकित्सा विज्ञान और फार्मास्युटिकल उद्योग में हालिया प्रगति ने इन बीमारियों के प्रबंधन और उपचार में एक नई उम्मीद जगाई है। भारतीय फार्मा कंपनियों और वैश्विक इनोवेटर्स के सहयोग से विकसित की गई नई दवाएं इन स्थितियों से निपटने के लिए अधिक प्रभावी और सुविधाजनक विकल्प प्रदान कर रही हैं।
हाई कोलेस्ट्रॉल का क्रांतिकारी उपचार: स्टेटिन से आगे
लंबे समय तक, एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर को नियंत्रित करने के लिए स्टेटिन दवाएं मुख्य विकल्प थीं। हालांकि, कुछ रोगियों के लिए स्टेटिन पर्याप्त प्रभावी नहीं होते थे या उनके दुष्प्रभाव होते थे। अब, हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए PCSK9 इन्हिबिटर्स एक गेम-चेंजर के रूप में उभरे हैं, जो कोलेस्ट्रॉल प्रबंधन के दृष्टिकोण को बदल रहे हैं और ये नई दवाएं शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए एक अद्वितीय तंत्र पर काम करती हैं।PCSK9 इन्हिबिटर्स की कार्यप्रणाली
PCSK9 इन्हिबिटर लीवर को रक्त से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को साफ करने में मदद करते हैं। यह उस प्रोटीन को ब्लॉक करते हैं जो इस सफाई प्रक्रिया को अक्षम करता है, जिससे लीवर अधिक कुशलता से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर पाता है। यह एक लक्षित दृष्टिकोण है जो शरीर की प्राकृतिक प्रक्रियाओं को बढ़ाता है। इस श्रेणी में दो प्रमुख दवाएं हैं जो भारतीय बाजार में उपलब्ध हैं या जल्द ही उपलब्ध होंगी, जो रोगियों को बेहतर विकल्प प्रदान करती हैं।प्रमुख दवाएं और उनकी उपलब्धता
Evolocumab (Repatha) डॉ. रेड्डीज द्वारा एम्जेन के लाइसेंस के तहत भारत में बेचा जाता है। इसकी कीमत ₹19,000–₹21,000 प्रति इंजेक्शन है, जिसमें दो मासिक खुराक का खर्च ₹30,000 से अधिक होता है। वहीं, Inclisiran (Leqvio) नोवार्टिस की एक siRNA थेरेपी है, जिसे। स्थानीय ब्रांडों जैसे Sybrava, Crenzlo, Izirize के तहत बेचा जाता है। यह Evolocumab की तरह PCSK9 प्रोटीन को बनने के बाद ब्लॉक करने। के बजाय, लीवर को शुरू से ही प्रोटीन बनाने से रोकता है। इसकी साल में केवल दो खुराक की आवश्यकता होती है, जिससे यह रोगियों के लिए बेहद सुविधाजनक हो जाता है। एक शॉट की कीमत ₹1. 2 लाख है, जो इसकी उच्च प्रभावकारिता और कम खुराक की आवृत्ति को दर्शाता है।फैटी लिवर रोग (MASLD/MASH) का ऐतिहासिक समाधान
भारत में फैटी लिवर, जिसे अब अक्सर MASLD (मेटाबॉलिक-एसोसिएटेड स्टीटोटिक लिवर डिजीज) और इसके गंभीर रूप MASH (मेटाबॉलिक-एसोसिएटेड स्टीटोहेपेटाइटिस) के रूप में जाना जाता है, एक बड़ी पुरानी बीमारी है जिसका कोई विशेष इलाज नहीं था। यह स्थिति अक्सर लिवर में सूजन और दाग (फाइब्रोसिस) का कारण बनती है, जिससे लिवर फेलियर का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, साल 2024–25 में यह स्थिति बदल गई है, जिससे लाखों रोगियों को नई उम्मीद मिली है।Resmetirom: पहला अनुमोदित उपचार
Resmetirom (Rezdiffra) को यूएसएफडीए द्वारा पिछले साल लिवर स्कारिंग (फाइब्रोसिस) के इलाज के लिए अनुमोदन मिल गया और यह इसके इलाज की इतिहास की पहली दवा बन गई और यह दवा लिवर में थायरॉइड हार्मोन रिसेप्टर को लक्षित करके लिवर की चर्बी को कम करती है, दागों को ठीक करती है, और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को भी कम करती है। यह एक दैनिक ली जाने वाली गोली है जो अभी तक भारत में लॉन्च. नहीं हुई है, लेकिन 2026 में मुख्य पेटेंट समाप्त होने के बाद मोरपेन, डॉ. रेड्डीज, मैनकाइंड जैसे भारतीय खिलाड़ी इसे लॉन्च करने की तैयारी में हैं, जिससे यह अधिक किफायती और सुलभ हो सकेगी।लिवर स्वास्थ्य के लिए अन्य आशाजनक उपचार
GLP-1 दवाएं, जैसे नोवो नॉर्डिस्क की Semaglutide और एली लिली की Tirzepatide (मूल रूप से मधुमेह। और वजन घटाने के लिए), भी लिवर की चर्बी को कम करने में प्रभावी साबित हुई हैं। इसके साथ ही, जाइडस लाइफसाइंसेज की Saroglitazar (Lipaglyn) NASH के लिए ₹1,500–₹2,000 प्रति माह की लागत पर उपलब्ध है, जो भारत में एक किफायती विकल्प प्रदान करती है। ये विकल्प रोगियों को उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं और वित्तीय क्षमताओं के अनुसार उपचार चुनने की सुविधा देते हैं।क्रोनिक किडनी रोग (CKD) का प्रबंधन: साइलेंट किलर को धीमा करना
क्रोनिक किडनी रोग (CKD) को अक्सर एक 'साइलेंट किलर' के रूप में जाना। जाता है, क्योंकि इसके शुरुआती चरणों में अक्सर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं। यह मुख्य रूप से शुगर और हाई ब्लडप्रेशर के कारण होता है और धीरे-धीरे किडनी के कार्य को खराब करता है। हालांकि, नई दवाओं ने इस प्रगति को धीमा करने और रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।SGLT2 इन्हिबिटर्स: दोहरा लाभ
एस्ट्राजेनेका की Dapagliflozin (Forxiga) और बोहरिंगर इंगेलहाइम की Empagliflozin (Jardiance) जैसी SGLT2 इन्हिबिटर्स किडनी पर दबाव कम करती हैं और क्षति को धीमा करती हैं। ये दवाएं न केवल मधुमेह को नियंत्रित करती हैं बल्कि किडनी की सुरक्षा में भी मदद करती हैं। इनोवेटर ब्रांड ₹1,400–₹1,600 प्रति माह हैं, जबकि भारतीय जेनेरिक ₹150–₹300 में उपलब्ध हैं, जिससे यह उपचार लाखों लोगों के लिए अधिक सुलभ हो गया है।Finerenone: फाइब्रोसिस और सूजन को लक्षित करना
बायर की Finerenone, एक नॉन-स्टेरॉयडल MRA है, जो विशेष रूप से किडनी में। फाइब्रोसिस (स्कारिंग) और सूजन को रोकने के लिए मिनरलोकॉर्टिकॉइड रिसेप्टर्स को ब्लॉक करती है। यह दवा CKD के प्रबंधन में एक और महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है, खासकर उन रोगियों के लिए जिन्हें मधुमेह नहीं है या जिन्हें अन्य उपचारों से पर्याप्त राहत नहीं मिल रही है। यह दवा ₹1,400–₹1,800 मासिक खर्च पर उपलब्ध है, जो किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए एक प्रभावी विकल्प प्रदान करती है।निष्कर्ष: आशा और पहुंच का भविष्य
ये चिकित्सा नवाचार हाई कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और क्रोनिक किडनी रोग से जूझ रहे लाखों भारतीयों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आए हैं। लक्षित उपचारों, कम खुराक की आवृत्ति और भारतीय फार्मा कंपनियों द्वारा किफायती जेनेरिक विकल्पों की उपलब्धता के साथ, इन गंभीर बीमारियों का प्रबंधन पहले से कहीं अधिक प्रभावी और सुलभ होता जा रहा है। यह प्रगति न केवल रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेगी बल्कि भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य पर इन पुरानी बीमारियों के बोझ को कम करने में भी मदद करेगी। आने वाले वर्षों में, इन दवाओं की व्यापक उपलब्धता से देश। भर में स्वास्थ्य परिणामों में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिल सकता है।