Churu Road Accident: चूरू में भीषण सड़क हादसा: एक ही परिवार के 4 की मौत, 4 गंभीर घायल; ट्रेलर चालक फरार
Churu Road Accident - चूरू में भीषण सड़क हादसा: एक ही परिवार के 4 की मौत, 4 गंभीर घायल; ट्रेलर चालक फरार
राजस्थान के चूरू जिले में शुक्रवार शाम एक हृदय विदारक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। सांडवा थाना क्षेत्र में कातर और तेहनदेसर के बीच एक कॉलेज के पास हुए इस भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना शाम करीब 5:30 बजे हुई, जब एक बोलेरो कार और एक ट्रेलर के बीच आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार लोग बुरी तरह फंस गए।
भयावह टक्कर और उसका परिणाम
यह भीषण दुर्घटना शुक्रवार शाम लगभग 5:30 बजे घटित हुई, जब कातर और तेहनदेसर के मध्य स्थित एक कॉलेज के समीप सड़क पर एक बोलेरो और एक ट्रेलर के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गई और टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि घटनास्थल पर ही भयावह मंजर पैदा हो गया। दोनों वाहनों की गति और टक्कर की प्रकृति को देखते। हुए, यह स्पष्ट था कि इसका परिणाम अत्यंत विनाशकारी होगा। सड़क पर अचानक हुए इस हादसे ने आसपास के लोगों को स्तब्ध कर दिया और तुरंत ही चीख-पुकार मच गई और टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि दूर तक सुनाई दी, जिसने स्थानीय निवासियों को घटना स्थल की ओर दौड़ने पर मजबूर कर दिया। बोलेरो कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी, उसके धातु के हिस्से मुड़ गए थे। और शीशे टूट गए थे, जिससे यह अनुमान लगाना मुश्किल था कि यह कभी एक वाहन था।मृतक और घायलों की पहचान
थानाधिकारी चौथमल ने इस दर्दनाक घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बोलेरो कार सांडवा से लालगढ़ (चूरू) की ओर जा रही थी, जबकि ट्रेलर नोखा (बीकानेर) से सांडवा की तरफ आ रहा था। इस भीषण हादसे में लालगढ़ निवासी उम्मेद सिंह (55), प्रहलाद सिंह (35), राजू कंवर (35) पत्नी मदन सिंह और श्यामसर (नागौर) निवासी दिलीप सिंह (25) की मौके पर ही मौत हो गई। ये सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य थे, जिससे इस त्रासदी की गंभीरता और भी बढ़ जाती है। वहीं, मदन सिंह राजपूत, भैरों सिंह, नारायण सिंह और प्रेम सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इन सभी घायलों को तत्काल सांडवा पीएचसी ले जाया गया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए, उन्हें आगे के इलाज के लिए बीकानेर रेफर कर दिया गया। यह बताया गया है कि मृतक और घायल सभी एक ही परिवार के सदस्य थे और वे किसी पारिवारिक विवाद में समझौता कराने के लिए जा रहे थे, जिससे यह यात्रा और भी दुखद हो गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि बोलेरो कार पूरी तरह से चकनाचूर हो गई और उसमें सवार लोग वाहन के मलबे में बुरी तरह फंस गए थे। शवों को वाहन से बाहर निकालना एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य था। पुलिस और स्थानीय लोगों ने मिलकर बड़ी मशक्कत के बाद फंसे हुए शवों को बाहर निकाला। बचाव दल को धातु काटने वाले औजारों और अन्य उपकरणों का उपयोग करना पड़ा ताकि वाहन के विकृत हिस्सों को हटाया जा सके और पीड़ितों तक पहुंचा जा सके। इस प्रक्रिया में काफी समय लगा और यह दृश्य हृदय विदारक था। स्थानीय लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में भी मदद। की, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता मिल सके।ट्रेलर चालक फरार और पुलिस की कार्रवाई
हादसे के बाद, ट्रेलर सड़क से नीचे उतर गया, लेकिन उसका चालक मौके से फरार होने में सफल रहा। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटवाया ताकि यातायात को सुचारू किया जा सके। मृतकों के शवों को सांडवा पीएचसी की मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां उनका पोस्टमार्टम किया जाएगा। इस घटना की सूचना मिलते ही सुजानगढ़ एएसपी दिनेश कुमार भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया और उन्होंने पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और फरार ट्रेलर चालक की तलाश के लिए टीमें गठित की गईं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस दर्दनाक हादसे ने मदन सिंह राजपूत के परिवार पर दुखों का पहाड़ तोड़ दिया है। मदन सिंह ने अपनी पत्नी राजू कंवर और अपने भाई प्रहलाद सिंह को इस दुर्घटना में खो दिया है और स्वयं मदन सिंह और उनका बेटा भैरों सिंह भी गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। परिवार के अन्य सदस्य नारायण सिंह और प्रेम सिंह भी घायल हुए हैं और एक ही परिवार के इतने सदस्यों का एक साथ इस तरह की त्रासदी का शिकार होना, पूरे समुदाय के लिए एक गहरा सदमा है। यह घटना सड़क सुरक्षा के महत्व और लापरवाही से वाहन चलाने के गंभीर परिणामों को रेखांकित करती है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे के कारणों। का पता लगाया जा सके और जिम्मेदार व्यक्ति को कानून के कटघरे में खड़ा किया जा सके।