नई दिल्ली: धारा 370 और जम्मू-कश्मीर पर विश्व के देशों में सही जानकारी दें प्रवासी भारतीय: उपराष्ट्रपति

नई दिल्ली - धारा 370 और जम्मू-कश्मीर पर विश्व के देशों में सही जानकारी दें प्रवासी भारतीय: उपराष्ट्रपति
| Updated on: 06-Sep-2019 11:33 AM IST
उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने प्रवासी भारतीय समुदाय से अपील की कि वे अपने प्रवास के देशों में जम्मू कश्मीर को लेकर सही जानकारी से अवगत करायेगा तथा पश्चिमी मीडिया के एक वर्ग द्वारा फैलाये जा रहे भ्रामक प्रचार के विरुद्ध कारगर जागरूकता अभियान चलायें। वो विश्व के देशों को बताएं कि धारा 370 को निरस्त करना, भारत का नितांत आंतरिक मसला है।
वे अपने निवास पर रजत कपूर द्वारा रचित, प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित विभूतियों के जीवन, व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित संकलन "ग्लोरियस डायस्पोरा: प्राइड ऑफ इंडिया" का लोकार्पण कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया में कूछ निहित स्वार्थों द्वारा अलग थलग, इक्का दुक्का घटनाओं को छोड़ मरोड़ कर नकारात्मक रूप से प्रचारित किया जा रहा है। प्रवासी भारतीय समुदाय इस भ्रामक प्रचार का कारगर जवाब दे सकते हैं और देश की  धार्मिक सहिष्णुता और सामाजिक सौहार्द की छवि को सही सकारात्मक रूप से प्रचारित कर सकते हैं। 
इस अवसर पर नायडू ने कहा कि प्रवासी भारतीय समुदाय भारत की विकास यात्रा में, विशेष कर, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में बराबर का साझेदार बन सकता है। उन्होंने आह्वान किया कि प्रवासी भारतीय समुदाय स्वच्छ भारत, नमामि गंगे, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, सर्किल इंडिया जैसे कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार सूचना प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान के क्षेत्र या इन्नोवेशन में निवेश के लिए या विकास के अन्य कार्यक्रमों में प्रवासी भारतीय समुदाय के सहयोग को प्रोत्साहित कर रही है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रवासी भारतीय हमारे देश के सच्चे सांस्कृतिक प्रतिनिधि हैं।
उन्होंने कहा कि आज की अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में प्रवासी समुदाय की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। चीनी और यहूदी प्रवासी समुदाय की उपलब्धियों और प्रभाव की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय प्रवासी समुदाय ने अपने अदम्य पुरुषार्थ और मेधा से, अपने प्रवास के देशों में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की है। उन्होंने कहा कि आपकी सफलताओं में भारत गौरवान्वित होता है।
9 जनवरी 1915 को जिस दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से वापस लौटे थे, उसी की स्मृति में 2003 से प्रतिवर्ष 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस आयोजित किया जाता है।
Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।