Delhi Car Blast: जैश कमांडर डॉ. शाहीन शाहिद ने कबूली 2 साल से आतंकी साजिश रचने की बात
Delhi Car Blast - जैश कमांडर डॉ. शाहीन शाहिद ने कबूली 2 साल से आतंकी साजिश रचने की बात
देश की राजधानी दिल्ली में हुए हालिया ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियों की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। जैश-ए-मोहम्मद की महिला कमांडर डॉ. शाहीन शाहिद ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि वह और उसके साथी पिछले दो साल से भारत में बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। इस कबूलनामे ने देश में आतंकी गतिविधियों के एक बड़े नेटवर्क की ओर इशारा किया है, जिसकी जड़ें काफी गहरी हो सकती हैं।
सोमवार को दिल्ली में हुए इस भयावह ब्लास्ट में 10 लोगों की दुखद मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए, जिससे पूरे देश में दहशत का माहौल बन गया। इस हमले के तुरंत बाद, देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं और लगातार छापेमारी कर रही हैं और ब्लास्ट में शामिल लोगों की तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में, सुरक्षा एजेंसियों ने ब्लास्ट से पहले ही डॉ. शाहीन शाहिद को गिरफ्तार कर लिया था, और उसकी पूछताछ से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
आतंकी साजिश का बड़ा खुलासा
डॉ. शाहीन शाहिद, जो भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला कमान संभाल रही थी, ने जांच के दौरान कबूल किया है कि वह लगभग पिछले दो साल से विस्फोटक जमा कर रही थी। सूत्रों के अनुसार, उसने यह भी स्वीकार किया है कि वह और उसके साथी डॉक्टर भारत में बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने की गहन साजिश रच रहे थे। यह कबूलनामा जांच एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है, जो उन्हें। इस आतंकी नेटवर्क की गहराई तक पहुंचने में मदद कर सकता है। उसकी गिरफ्तारी और उसके बाद के खुलासे ने इस बात की पुष्टि की है कि देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना काफी समय से चल रही थी और इसके पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा था।सहयोगियों की भूमिका और जैश-ए-मोहम्मद का हाथ
शाहीन ने पूछताछ में बताया कि उसकी जब भी डॉ. उमर से मुलाकात होती थी, वह जोश के साथ कहता था कि पूरे देश में कई आतंकी हमले करने हैं। इस जानकारी से डॉ. उमर की भूमिका संदिग्ध हो गई है और वह इस साजिश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा प्रतीत होता है। शाहीन ने यह भी बताया कि वह, मुजम्मिल और आदिल के साथ मिलकर दो साल से अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक इकट्ठा कर रही थी और यह सब आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (JeM) के इशारों पर किया जा रहा था, जिससे इस हमले के पीछे एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन का हाथ होने की पुष्टि होती है। जैश-ए-मोहम्मद का भारत में अपनी गतिविधियों को बढ़ाने का यह एक और प्रयास हो सकता है।विस्फोटकों का संग्रह और हमले की तैयारी
डॉ. शाहीन शाहिद और उसके साथियों द्वारा अमोनियम नाइट्रेट जैसे विस्फोटकों का दो साल से अधिक। समय तक संग्रह करना यह दर्शाता है कि उनकी योजना कितनी विस्तृत और दीर्घकालिक थी। अमोनियम नाइट्रेट एक शक्तिशाली विस्फोटक है जिसका उपयोग कई आतंकी हमलों में किया गया है। इतनी बड़ी मात्रा में और इतने लंबे समय तक इसका संग्रह करना इस बात का। प्रमाण है कि वे भारत में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की फिराक में थे। यह भी संकेत देता है कि उनके पास एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला और भंडारण क्षमता थी, जिसकी जांच एजेंसियां अब गहराई से पड़ताल कर रही हैं।लाल किला मेट्रो स्टेशन ब्लास्ट और सीसीटीवी फुटेज
सोमवार शाम करीब 6 और 52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास हुए ब्लास्ट में जिस सफेद i20 कार का इस्तेमाल हुआ था, उसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इस फुटेज में मेट्रो स्टेशन की पार्किंग से निकल रही कार में काला मास्क पहने एक शख्स बैठा दिखाई दिया। ऐसा माना जा रहा है कि यह शख्स कश्मीर का रहने वाला उमर नबी। था, जिसकी पहचान अब सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण लक्ष्य बन गई है। इस फुटेज से जांचकर्ताओं को ब्लास्ट में शामिल लोगों की पहचान करने में मदद मिली है और यह एक महत्वपूर्ण सबूत के तौर पर काम कर रहा है।अल-फलाह यूनिवर्सिटी जांच के दायरे में
दिल्ली में ब्लास्ट के बाद फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल लेवल पर सुर्खियों में आ गई है और सुरक्षा एजेंसियों ने इस यूनिवर्सिटी से 7 डॉक्टरों समेत कुल 13 लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है। इस यूनिवर्सिटी से इतनी बड़ी संख्या में लोगों की हिरासत में लिए जाने से इसके संभावित लिंक और आतंकी गतिविधियों में इसकी भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। यह जांच का एक महत्वपूर्ण पहलू है, क्योंकि यह दर्शाता है कि आतंकी। संगठन समाज के विभिन्न वर्गों में अपने पैर पसारने की कोशिश कर रहे हैं।जारी है गहन पूछताछ और आगे के खुलासे की उम्मीद
सुरक्षा एजेंसियां लगातार डॉ. शाहीन शाहिद से पूछताछ कर रही हैं और ऐसा माना जा रहा है कि इस पूछताछ में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। खासतौर पर, एजेंसियां दिल्ली ब्लास्ट को लेकर शाहीन से गहन पूछताछ कर रही हैं ताकि इस हमले के पीछे के सभी मास्टरमाइंड और उनके नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। इस मामले में आगे की जांच से देश में सक्रिय अन्य आतंकी मॉड्यूल। और उनके सहयोगियों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है। सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। ताकि भविष्य में ऐसे हमलों को रोका जा सके और देश की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।