Delhi MCD By-Election: दिल्ली MCD उपचुनाव नतीजे आज: 12 वार्डों में BJP और AAP के बीच सीधी टक्कर, किसके सिर सजेगा ताज?
Delhi MCD By-Election - दिल्ली MCD उपचुनाव नतीजे आज: 12 वार्डों में BJP और AAP के बीच सीधी टक्कर, किसके सिर सजेगा ताज?
देश की राजधानी दिल्ली में 30 नवंबर को दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों के लिए उपचुनाव कराया गया था। इन उपचुनावों के नतीजे आज, 3 दिसंबर को घोषित किए जा रहे हैं, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) दोनों की निगाहें टिकी हुई हैं और यह चुनाव MCD में दोनों प्रमुख दलों की स्थिति को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कम मतदान प्रतिशत और शांतिपूर्ण चुनाव
30 नवंबर को हुए मतदान में कुल मिलाकर 38. 51% मतदान दर्ज किया गया, जो अपेक्षाकृत कम रहा और हालांकि, मतदान प्रक्रिया पूरी तरह से शांतिपूर्ण रही और किसी भी इलाके से किसी तरह के हंगामे या झड़प की कोई खबर सामने नहीं आई। चुनाव आयोग ने नतीजों के लिए पूरी तैयारी कर ली है, और वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है।
दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान 143 मतदान केंद्रों के 580 बूथों पर कराया गया था। इन 12 वार्डों के लिए कुल 51 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 26 महिलाएं भी शामिल थीं। कई सीटों पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है, जिससे इन नतीजों का महत्व और बढ़ जाता है।इन सीटों के आएंगे नतीजे
आज जिन 12 सीटों के नतीजे घोषित किए जाएंगे, उनमें ग्रेटर कैलाश, चांदनी चौक, शालीमार बाग बी, अशोक विहार, संगम विहार ए, चांदनी महल, डिचाओं कलां, नारैना, दक्षिण पुरी, मुंडका, विनोद नगर और द्वारका बी शामिल हैं। इन सभी सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज होगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन से दल इन वार्डों में अपनी पकड़ मजबूत कर पाते हैं।MCD में दलों की स्थिति पर असर
इन उपचुनावों के नतीजे दिल्ली नगर निगम सदन में भाजपा और आम आदमी पार्टी की स्थिति को स्पष्ट करेंगे। साल 2022 में हुए MCD चुनावों में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस उपचुनाव में बीजेपी 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट चाहती है, जिससे उसे सदन में पूर्ण बहुमत हासिल हो सके। इन परिणामों से यह भी तय होगा कि भाजपा अपनी स्थिति और मजबूत करती है या विपक्षी आम आदमी पार्टी अपना प्रभाव बढ़ाने में सफल रहती है।सीएम रेखा गुप्ता की पहली परीक्षा
इन उपचुनावों को सीएम रेखा गुप्ता की पहली परीक्षा भी माना जा रहा है। उनके नेतृत्व में बीजेपी इन सीटों पर जीत हासिल कर पाती है या नहीं, यह देखना होगा। इन नतीजों का असर दिल्ली की राजनीतिक गतिशीलता पर भी पड़ सकता है, खासकर MCD के भीतर शक्ति संतुलन के संदर्भ में।