Dharmendra: धर्मेंद्र का 'प्लान बी': एक्टिंग में फेल होते तो मुंबई की सड़कों पर ऐसे होती कमाई

Dharmendra - धर्मेंद्र का 'प्लान बी': एक्टिंग में फेल होते तो मुंबई की सड़कों पर ऐसे होती कमाई
| Updated on: 16-Nov-2025 06:30 AM IST
हिंदी सिनेमा के 'ही-मैन' के नाम से मशहूर दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने अपनी शानदार अदाकारी से लाखों दिलों पर राज किया है. 65 साल पहले, साल 1960 में फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से उन्होंने बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया था. इस लंबी और सफल यात्रा के बावजूद, धर्मेंद्र ने हमेशा एक दूरदर्शी सोच रखी थी और अपने लिए एक वैकल्पिक योजना तैयार कर रखी थी. उन्होंने एक बार खुलासा किया था कि अगर फिल्मी दुनिया में उन्हें वो. सफलता नहीं मिलती जिसकी उन्होंने उम्मीद की थी, तो उनका गुजारा कैसे होता.

फिल्मी दुनिया से पहले का संघर्ष

धर्मेंद्र का फिल्मी सफर शुरू होने से पहले, उन्होंने कई छोटे-मोटे काम किए थे. वे गैराज में नौकरी करते थे और एक ड्रिलिंग फर्म में भी काम किया था और यह उनके शुरुआती जीवन के संघर्ष को दर्शाता है, जिसने उन्हें भविष्य के लिए हमेशा तैयार रहने की सीख दी. मुंबई में एक अभिनेता के रूप में अपनी किस्मत आजमाने से पहले, उन्होंने शायद ही सोचा होगा कि वह हिंदी सिनेमा के सबसे चहेते सितारों में से एक बन जाएंगे. लेकिन, उनकी मेहनत और लगन ने उनके हालात और किस्मत दोनों को पूरी तरह से बदल दिया.

भाई अजीत सिंह देओल से साझा किया था 'प्लान बी'

धर्मेंद्र ने अपने छोटे भाई और दिवंगत अभिनेता अजीत सिंह देओल के साथ एक बार अपने 'प्लान बी' के बारे में बात की थी. यह किस्सा अभिनेता ने कुछ साल पहले एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में साझा किया था. उन्होंने बताया था कि जिस साल उन्होंने डेब्यू किया था, उसी साल उन्होंने अपनी पहली कार, एक फिएट खरीदी थी. यह कार आज 65 साल बाद भी उनके पास है, जो उनकी दूरदर्शिता और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक है.

फिएट कार और दूरदर्शी सोच

धर्मेंद्र की पहली फिएट कार उनके भाई अजीत को कुछ खास पसंद नहीं आई थी. अजीत ने उनसे कहा था, "पाजी, आप कोई और अच्छी दिखने वाली कार ले सकते थे, शायद एक कन्वर्टिबल, आखिरकार आप तो हीरो हैं. " इस पर धर्मेंद्र ने अपने भाई को बड़े ही समझदारी. से जवाब दिया था, जो उनकी व्यावहारिक सोच को दर्शाता है. उन्होंने कहा था, "हम इस इंडस्ट्री पर डिपेंड नहीं रह सकते. अगर किसी दिन मुझे काम नहीं मिला तो क्या होगा? अगर हालात बिगड़े तो कम से कम मेरे पास ये फिएट तो रहेगी. मैं इसे टैक्सी में बदलकर अपना गुजारा कर सकता हूं.

पहली कार की कीमत और भावनात्मक जुड़ाव

धर्मेंद्र ने अपनी पहली फिएट कार 18,000 रुपये में खरीदी थी और 1960 के दशक में यह एक बड़ी रकम मानी जाती थी. 2021 में, धर्मेंद्र ने अपनी इस प्यारी फिएट कार के साथ एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, "दोस्तों, FIAT मेरी पहली कार थी. मेरी प्यारी बच्ची एक स्ट्रगल करने वाले व्यक्ति के लिए ईश्वर का महान आशीर्वाद. (1960) और " वीडियो में उन्होंने यह भी कहा था, "नमस्कार दोस्तों, मेरी पहली कार. मैंने इसे सिर्फ 18,000 रुपये में खरीदा था. उन दिनों 18 हजार रुपये बहुत बड़ी बात थी. मैंने इसे अच्छे से रखा है. अच्छा लगता है? इसके लिए प्रार्थना करो, ये हमेशा मेरे साथ रहे और " यह किस्सा न केवल धर्मेंद्र की विनम्रता और दूरदर्शिता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में भी भविष्य की अनिश्चितताओं के लिए तैयारी कर रखी थी.

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