Cyrus Mistry Death: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत, मुंबई के पालघर में हुआ हादसा

Cyrus Mistry Death - टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत, मुंबई के पालघर में हुआ हादसा
| Updated on: 04-Sep-2022 05:43 PM IST
Cyrus Mistry Death: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का मुंबई के पालघर में सड़क हादसे में निधन हो गया. पालघर के एसपी ने हादसे में उनकी मौत की पुष्टी की है. उनका जन्म 4 जुलाई 1968 को एक भारतीय मूल के आयरिश व्यापारी परिवार में हुआ था. 

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 3 बजे के आसपास एक्सीडेंट हुआ और उस दौरान कोई महिला उनकी गाड़ी चला रहीं थी. इस हादसे में कार में बैठे दो लोगों की मौत हो गई. उनमें से एक साइरस हैं. महिला की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है. वहीं कार में बैठे अन्य दो लोग जीवित हैं.

हादसे पर क्या बोले जिले के एसपी?

जिले के एसपी ने बताया कि टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की रविवार को पालघर के चरोटी में सड़क हादसे में मौत हो गई. यह हादसा तब हुआ जब उनकी मर्सिडीज अहमदाबाद से मुंबई लौट रही थी. यह हादसा सूर्या नदी पर बने पुल पर हुआ. वहीं कार में सवार दो अन्य लोग अस्पताल में भर्ती हैं.

कैसे हुए एक्सीडेंट?

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नदी के पहले पुल पर एक डिवाइडर था, कार काफी तेज रफ्तार में थी और अचानक वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और कार में बैठे साइरस की मौत हो गई. इस साल की शुरूआत में ही उनके पिता पालोनजी मिस्त्री का निधन हो गया था.

साइरस के निधन के बाद उनके परिवार में अब उनकी मां पेरिन डुबास, उनकी दो बहनें लैला मिस्त्री और अलु मिस्त्री रह गईं हैं. वह टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन थे. दिसंबर 2012 में उनको रतन टाटा ने टाटा ग्रुप का चेयरमैन बनाया था. 2016 में उनको उनके पद से हटा दिया गया था.

अचानक पद से हटाए जाने की वजह से उन्होंने कोर्ट का भी रुख किया था और वह राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण गये थे जहां उनके पक्ष में फैसला आया था. हालांकि इस फैसले के बाद रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. 

टाटा ग्रुप के छठे अध्यक्ष

साइरस पालोनजी मिस्त्री का जन्म 4 जुलाई 1968 को हुआ था. वो शापूरजी पालोनजी ग्रुप के प्रमुख पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे थे. उन्होंने मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की और फिर बाद में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए लंदन भी गए. वह टाटा ग्रुप के छठे अध्यक्ष थे. बता दें कि 2012 में रतन टाटा के इस्तीफे के बाद साइरस मिस्त्री को टाटा सन्स का चैयरमैन पद सौंपा गया था.

वह दूसरे ऐसे व्यक्ति थे जिनके सरनेम में टाटा ना होते हुए भी इस ग्रुप की कमान सौंपी गई थी. हालांकि रतन टाटा के साथ मतभेदों के बाद अक्टूबर 2016 में साइरस मिस्त्री को टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था. दिसंबर 2019 में, कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने मिस्त्री को समूह के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में बहाल किया. लेकिन उससे पहले फरवरी 2017 में उन्हें टाटा संस के बोर्ड में निदेशक के पद से हटा दिया गया था.

पिता का भी इसी साल हुआ निधन

साइरस मिस्त्री के पिता का नाम पालोनजी मिस्त्री है. इस साल 28 जून को ही पालोनजी मिस्त्री का भी निधन हो गया था. मिस्त्री ने मुंबई में कैथेड्रल एवं एंड जॉन कॉनन स्कूल से पढ़ाई की थी. उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में बीएस के साथ इंपीरियल कॉलेज, लंदन से ग्रेजुएशन किया था. इसके अलावा लंदन बिजनेस स्कूल से प्रबंधन में विज्ञान में एक मास्टर डिग्री भी उन्होंने की थी. साइरस मिस्त्री के दो बच्चे हैं, जिनका नाम फिरोज मिस्त्री और जहान मिस्त्री है.

क्या है टाटा-मिस्त्री विवाद?

बता दें कि शापूरजी पल्लोनजी समूह की टाटा संस में 18.37% हिस्सेदारी है. साइरस मिस्त्री को साल 2012 में रतन टाटा की जगह टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया था, हालांकि 2016 में जब उन्हें अचानक पद से हटा दिया गया तभी से साइरस मिस्त्री की टाटा समूह के साथ ठन गई. इसके बाद टाटा समूह ने टाटा संस में एसपी ग्रुप की हिस्सेदारी खुद खरीदने का प्रस्ताव दिया था, जिसके लिए मिस्त्री परिवार राजी नहीं हुआ. इसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और टाटा के पक्ष में फैसला आया.

याचिका खारिज

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मई में शापूरजी पल्लोनजी (SP) समूह की एक याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें 2021 के फैसले की समीक्षा की मांग की गई थी, जिसमें टाटा समूह के टाटा संस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में साइरस मिस्त्री को हटाने के टाटा समूह के फैसले को बरकरार रखा गया था.

लंदन से की इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई

साइरस पालोनजी मिस्त्री का जन्म 4 जुलाई 1968 को हुआ था। वो शापूरजी पालोनजी ग्रुप के प्रमुख पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे थे। साइरस ने मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद वे सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए। उनके पास लंदन बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री भी थी।

साइरस ने 1991 में अपना फैमिली बिजनेस जॉइन किया था। उन्हें 1994 में शापूरजी पालोनजी ग्रुप का डायरेक्टर नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में कंपनी ने भारत का सबसे ऊंचा रेसिडेंशियल टावर, सबसे लंबा रेलवे पुल और सबसे बड़े पोर्ट का निर्माण किया। पालोनजी ग्रुप का कारोबार कपड़े से लेकर रियल एस्टेट, हॉस्पिटेलिटी और बिजनेस ऑटोमेशन तक फैला हुआ है।

शिंदे, गडकरी और गोयनका समेत कई लोगों ने दी श्रद्धांजलि

साइरस मिस्त्री के निधन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी है। गडकरी ने लिखा- महाराष्ट्र के पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। ओम शांति।

NCP की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा- दिल दहला देने वाली खबर। मेरे भाई साइरस मिस्त्री का निधन हो गया। विश्वास नहीं हो रहा है। रेस्ट इन पीस साइरस।" वहीं, आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हर्ष गोयनका ने भी मिस्त्री के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा.. एक दुर्घटना में साइरस मिस्त्री के निधन की चौंकाने वाली खबर के बारे में सुना। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे। उन्होंने शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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