वैश्विक अनिश्चितताओं और घरेलू मांग के बीच सोने-चांदी की कीमतों में पिछले कुछ हफ्तों से रोलर-कोस्टर सवारी चल रही है। जहां एक तरफ भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रास्फीति की आशंकाओं ने कीमतों को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचाया, वहीं अब सुस्ती का दौर शुरू हो गया है। आज शनिवार को दिल्ली में 24 कैरेट सोने के दाम 10 ग्राम पर घटकर 1,22,160 रुपये हो गए, जबकि चांदी प्रति किलोग्राम 1,52,400 रुपये पर फिसल गई। आइए विस्तार से समझते हैं कि क्या हो रहा है बाजार में और आगे क्या हो सकता है।
पिछले दिनों की तेजी के बाद सोना-चांदी दोनों ही कमजोर पड़ रहे हैं। दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत कल की तुलना में करीब 570 रुपये प्रति 10 ग्राम नीचे आई है। 22 कैरेट का भाव भी 1,11,990 रुपये पर स्थिर होकर गिरावट दर्शा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन की मांग कम होने और डॉलर की मजबूती से यह दबाव आया है।
चांदी की बात करें तो शुक्रवार को दर्ज की गई बढ़त आज पलट गई। प्रति किलोग्राम 200 रुपये की गिरावट के साथ दिल्ली में भाव 1,52,400 रुपये हो गया। औद्योगिक मांग में कमी और सोने के साथ सह-संबंध ने चांदी को भी प्रभावित किया है।
नीचे दी गई तालिका में देश के प्रमुख शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के ताजा भाव दिए गए हैं:
| शहर | 22 कैरेट (रुपये) | 24 कैरेट (रुपये) |
|---|---|---|
| दिल्ली | 1,11,990 | 1,22,160 |
| मुंबई | 1,11,840 | 1,22,010 |
| अहमदाबाद | 1,11,890 | 1,22,060 |
| चेन्नई | 1,11,840 | 1,22,010 |
| कोलकाता | 1,11,840 | 1,22,010 |
| हैदराबाद | 1,11,840 | 1,22,010 |
| जयपुर | 1,11,990 | 1,22,160 |
| भोपाल | 1,11,890 | 1,22,060 |
| लखनऊ | 1,11,990 | 1,22,160 |
| चंडीगढ़ | 1,11,990 | 1,22,160 |
चांदी के दामों में भी एकरूपता दिख रही है, लेकिन दक्षिणी शहरों में थोड़ी अधिक कीमतें हैं:
| शहर | दाम (रुपये) |
|---|---|
| दिल्ली | 1,52,400 |
| मुंबई | 1,52,400 |
| अहमदाबाद | 1,52,400 |
| चेन्नई | 1,64,900 |
| कोलकाता | 1,52,400 |
| गुरुग्राम | 1,52,400 |
| लखनऊ | 1,52,400 |
| बेंगलुरु | 1,52,400 |
| जयपुर | 1,52,400 |
| पटना | 1,52,400 |
| भुवनेश्वर | 1,52,400 |
| हैदराबाद | 1,64,900 |
घरेलू गिरावट के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना मजबूत बना हुआ है। स्पॉट गोल्ड की कीमत 3,996.93 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। विश्लेषकों की राय सकारात्मक है:
यह तेजी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों, मध्य पूर्व तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी से प्रेरित है। हालांकि, मजबूत अमेरिकी अर्थव्यवस्था से डॉलर की मजबूती अल्पकालिक दबाव बना सकती है।
सोना हमेशा से 'सेफ हेवन' रहा है, लेकिन वर्तमान उतार-चढ़ाव में सतर्कता बरतें: