Gold Price Today: सोना ₹2,341 बढ़कर ₹1.22 लाख प्रति 10 ग्राम हुआ, चांदी भी ₹3,368 महंगी होकर ₹1.52 लाख किलो
Gold Price Today - सोना ₹2,341 बढ़कर ₹1.22 लाख प्रति 10 ग्राम हुआ, चांदी भी ₹3,368 महंगी होकर ₹1.52 लाख किलो
आज, 10 नवंबर को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। यह वृद्धि निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कीमती धातुओं ने एक बार फिर अपनी चमक बिखेरी है और इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सोने और चांदी दोनों में ही आज भारी उछाल देखने को मिला है, जो बाजार की मौजूदा गतिशीलता को दर्शाता है।
आज के बाजार का प्रदर्शन
सोने की कीमतों में आज ₹2,341 की प्रभावशाली वृद्धि हुई है, जिससे 10 ग्राम सोने का भाव ₹1,22,441 पर पहुंच गया है। यह वृद्धि पिछले कारोबारी सत्र के ₹1,20,100 प्रति 10 ग्राम के भाव से काफी अधिक है, जो बाजार में मजबूत खरीदारी के रुझान को दर्शाता है और यह उछाल वैश्विक आर्थिक कारकों और घरेलू मांग में वृद्धि का परिणाम हो सकता है, जिससे निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर बढ़ा है। इस एक दिवसीय वृद्धि ने सोने को एक नए उच्च स्तर पर पहुंचा दिया है, जिससे यह उन लोगों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है जो अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखना चाहते हैं।
चांदी की कीमतों में भी आज जबरदस्त उछाल आया है। प्रति किलोग्राम चांदी ₹3,368 महंगी होकर ₹1,51,643 पर पहुंच गई है और इससे पहले, चांदी की कीमत ₹1,48,275 प्रति किलोग्राम थी। चांदी की यह वृद्धि औद्योगिक मांग और निवेश मांग दोनों से प्रेरित हो सकती है और चांदी, जिसे अक्सर 'गरीब आदमी का सोना' कहा जाता है, ने भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि यह सोने के साथ-साथ एक मजबूत प्रदर्शन कर रही है। इस वृद्धि ने चांदी को भी एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प के रूप में स्थापित किया है, जो निवेशकों को विविधीकरण के अवसर प्रदान करता है।ऐतिहासिक ऊंचाइयां और वार्षिक वृद्धि
हालांकि आज की कीमतें महत्वपूर्ण हैं, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोने। और चांदी दोनों ने हाल ही में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ था। 17 अक्टूबर को सोने ने ₹1,30,874 प्रति 10 ग्राम का सर्वकालिक उच्च स्तर बनाया था,। जबकि चांदी ने 14 अक्टूबर को ₹1,78,100 प्रति किलोग्राम का सर्वकालिक उच्च स्तर दर्ज किया था। ये आंकड़े बाजार में कीमती धातुओं की अंतर्निहित ताकत और उनके दीर्घकालिक मूल्य वृद्धि की क्षमता को दर्शाते हैं। ये ऐतिहासिक ऊंचाइयां निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक हैं कि बाजार में। अभी भी वृद्धि की गुंजाइश है, भले ही अल्पकालिक उतार-चढ़ाव क्यों न हों।
इस साल अब तक सोने और चांदी दोनों में ही भारी वृद्धि देखी गई है और 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत ₹76,162 थी, जो अब ₹1,22,441 हो गई है, यानी इस साल ₹46,279 की बढ़ोतरी हुई है। यह लगभग 60% की वृद्धि है, जो सोने को इस साल के सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले निवेशों में से एक बनाती है। इसी तरह, चांदी का भाव भी इस दौरान ₹65,626 बढ़ गया है। 31 दिसंबर 2024 को एक किलो चांदी की कीमत ₹86,017 थी, जो अब ₹1,51,643 प्रति किलो हो गई है। यह वृद्धि भी लगभग 76% है, जो चांदी के लिए एक असाधारण वर्ष को दर्शाती है और ये आंकड़े कीमती धातुओं में निवेश के दीर्घकालिक लाभ को उजागर करते हैं।IBJA दरों को समझना
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी की गई ये कीमतें बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण बेंचमार्क के रूप में कार्य करती हैं। हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि IBJA की सोने की कीमतों में 3% GST, मेकिंग चार्ज और ज्वेलर्स मार्जिन शामिल नहीं होता है। यही कारण है कि विभिन्न शहरों में सोने और चांदी के खुदरा मूल्य IBJA द्वारा घोषित दरों से भिन्न होते हैं। ये अतिरिक्त शुल्क और मार्जिन अंतिम उपभोक्ता मूल्य में जुड़ जाते हैं, जिससे वास्तविक खरीद मूल्य थोड़ा अधिक हो जाता है।
इन IBJA दरों का उपयोग भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए दरें तय करने के लिए किया जाता है, जो निवेशकों को भौतिक सोना रखने की आवश्यकता के बिना सोने में निवेश करने का एक सुरक्षित तरीका प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, कई बैंक गोल्ड लोन की दरें तय करने के लिए भी इन IBJA दरों का उपयोग करते हैं, जिससे ये दरें वित्तीय प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और इस प्रकार, IBJA दरें न केवल बाजार के रुझान को दर्शाती हैं, बल्कि विभिन्न वित्तीय उत्पादों के मूल्य निर्धारण के लिए एक आधार भी प्रदान करती हैं।विशेषज्ञों की राय और भविष्य के रुझान
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। यह अस्थिरता वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, भू-राजनीतिक तनावों और केंद्रीय बैंकों। की मौद्रिक नीतियों जैसे विभिन्न कारकों से प्रभावित हो सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि भारत में शादियों का सीजन शुरू हो चुका है, जिससे सोने की मांग को काफी समर्थन मिलेगा। पारंपरिक रूप से, भारतीय शादियों में सोने को एक शुभ और आवश्यक वस्तु माना जाता है, जिससे इस अवधि के दौरान इसकी खरीद बढ़ जाती है।
इस साल आने वाले दिनों में सोने की कीमत ₹1 और 20 लाख से ₹1. 22 लाख प्रति 10 ग्राम के आसपास रहने की उम्मीद है। यह अनुमान बाजार की मौजूदा गतिशीलता और मांग-आपूर्ति समीकरणों पर आधारित है। शादियों के मौसम की मांग सोने की कीमतों को एक निश्चित सीमा में बनाए रखने में मदद कर सकती है, जबकि वैश्विक कारक कीमतों को ऊपर या नीचे धकेल सकते हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार के रुझानों पर बारीकी से नजर रखें और सूचित निर्णय लें।सोना खरीदते समय उपभोक्ता मार्गदर्शन
सोना खरीदते समय उपभोक्ताओं के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वे हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें। हॉलमार्किंग सोने की शुद्धता और गुणवत्ता का एक प्रमाण है, जो उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाता है। हॉलमार्क पर एक अल्फान्यूमेरिक नंबर होता है, जैसे AZ4524, जो सोने की विशिष्टता और शुद्धता को दर्शाता है।
हॉलमार्किंग से यह भी पता चलता है कि सोना कितने कैरेट का है, जैसे 24 कैरेट, 22 कैरेट या 18 कैरेट। यह जानकारी उपभोक्ताओं को उनके पैसे के लिए सही मूल्य प्राप्त करने में मदद करती है। हॉलमार्क वाला सोना खरीदने से यह सुनिश्चित होता है कि आप वही शुद्धता प्राप्त कर रहे हैं जिसके लिए आप भुगतान कर रहे हैं, और यह भविष्य में सोने को बेचने या एक्सचेंज करने पर भी आसान बनाता है। इसलिए, सोने की खरीदारी करते समय हमेशा हॉलमार्क की जांच करना एक समझदारी भरा कदम है।