H-1B, H-4 Visa: H-1B, H-4 वीजा की नई सख्ती: सोशल मीडिया रिव्यू से हजारों अपॉइंटमेंट्स रद्द, IT प्रोफेशनल्स परेशान
H-1B, H-4 Visa - H-1B, H-4 वीजा की नई सख्ती: सोशल मीडिया रिव्यू से हजारों अपॉइंटमेंट्स रद्द, IT प्रोफेशनल्स परेशान
ट्रम्प प्रशासन द्वारा जल्द लागू होने वाले नए नियमों के तहत अमेरिकी वीजा प्रक्रिया में अचानक आई। सख्ती ने हजारों भारतीय IT प्रोफेशनल्स और उनके परिवारों के लिए चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। H-1B वीजा और H-4 वीजा (जो H-1B धारक के पति/पत्नी और बच्चों के लिए होता है) के सभी आवेदकों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की अनिवार्य जांच अब एक नई बाधा बन गई है और इस नीति के कारण देश भर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों में हजारों अपॉइंटमेंट्स रद्द कर दी गई हैं, जिससे भारतीय पेशेवरों और उनके आश्रितों की योजनाएं अधर में लटक गई हैं।
नई सोशल मीडिया स्क्रीनिंग नीति का विवरण
अमेरिकी विदेश विभाग (DoS) ने 15 दिसंबर 2025 से सभी H-1B वीजा आवेदकों और उनके H-4 आश्रितों (पति/पत्नी व बच्चे) पर अनिवार्य सोशल मीडिया स्क्रीनिंग लागू करने का फैसला किया है और यह नीति आवेदकों के ऑनलाइन गतिविधियों की गहन जांच सुनिश्चित करेगी। इस नियम के तहत, आवेदकों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को 'पब्लिक' करना अनिवार्य होगा ताकि अमेरिकी अधिकारी उनकी डिजिटल फुटप्रिंट की समीक्षा कर सकें। यह कदम वीजा आवेदन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा और आव्रजन नियमों के अनुपालन को बढ़ाना है। हालांकि, इसकी तात्कालिक प्रतिक्रिया व्यापक व्यवधान के रूप में सामने आई है।व्यापक अपॉइंटमेंट रद्द और देरी
इस नई नीति के लागू होने की घोषणा के साथ ही, भारत में अमेरिकी वाणिज्य दूतावासों में हजारों वीजा अपॉइंटमेंट्स अचानक रद्द कर दी गई हैं और इमीग्रेशन वकीलों के अनुसार, हैदराबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख भारतीय वाणिज्य दूतावासों में दिसंबर के मध्य से अंत तक निर्धारित कई इंटरव्यू रद्द कर दिए गए हैं। इन रद्द की गई अपॉइंटमेंट्स को कई मामलों में अगले साल मार्च तक के लिए टाल दिया गया है, जिससे आवेदकों को महीनों की अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। यह अचानक हुई देरी उन लोगों के लिए विशेष रूप से कठिन है जिन्होंने अपनी यात्रा और करियर की योजनाएं इन निर्धारित इंटरव्यू के आधार पर बनाई थीं।भारतीय IT प्रोफेशनल्स और परिवारों पर गहरा प्रभाव
इस बदलाव से प्रभावित होने वालों में नए जॉब लेने वाले पेशेवर शामिल हैं, जिनके अमेरिकी कंपनियों में नौकरी के अवसर अब अनिश्चितता के घेरे में आ गए हैं। इसके अलावा, शादी में शामिल होने आए परिवार या सर्दियों के मौसम में अपने। माता-पिता को अमेरिका छोड़ने आए लोग भी इस नीति से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई परिवारों को अब अपनी यात्रा योजनाओं को रद्द करना पड़ा है या उन्हें अनिश्चित काल के लिए स्थगित करना पड़ा है, जिससे वित्तीय और भावनात्मक दोनों तरह का तनाव बढ़ गया है। पेशेवरों के करियर की प्रगति और व्यक्तिगत जीवन की योजनाएं इस अप्रत्याशित देरी के कारण गंभीर रूप से बाधित हुई हैं।वाणिज्य दूतावासों में परिचालन परिवर्तन
वकीलों का कहना है कि सोशल मीडिया स्क्रीनिंग की नई आवश्यकता के चलते अमेरिकी दूतावास अब प्रतिदिन कम लोगों के इंटरव्यू कर रहे हैं। स्क्रीनिंग प्रक्रिया में लगने वाले अतिरिक्त समय के कारण, दूतावासों की इंटरव्यू क्षमता कम हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप पूर्व निर्धारित अपॉइंटमेंट्स को रद्द करना पड़ा है और नए इंटरव्यू के लिए प्रतीक्षा अवधि बढ़ गई है। यह परिचालन परिवर्तन सीधे तौर पर नई गाइडलाइन का परिणाम है, जो वीजा प्रक्रिया में एक अतिरिक्त और समय लेने वाला चरण जोड़ता है।यात्रा अलर्ट और संबंधित जोखिम
इस बीच, कई इमीग्रेशन लॉ फर्म्स ने अलर्ट जारी किया है, जिसमें विदेशी नागरिकों को सलाह दी गई है कि अगर जरूरी नहीं है तो अंतरराष्ट्रीय यात्रा न करें और यह चेतावनी इस चिंता से उपजी है कि सोशल मीडिया पोस्ट्स के आधार पर वीजा रद्द किए जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, यहां तक कि उन वीजा धारकों के लिए भी जो पहले से अमेरिका में मौजूद हैं। यह स्थिति मौजूदा वीजा धारकों के लिए भी जोखिम पैदा करती है, क्योंकि उनकी पुरानी ऑनलाइन गतिविधियों। की समीक्षा की जा सकती है और उनके वीजा की वैधता पर सवाल उठाया जा सकता है।नीति का पूर्ववर्ती और विकास
यह याद दिलाना महत्वपूर्ण है कि मई 2025 में अमेरिकी विदेश विभाग ने छात्र और एक्सचेंज विज़िटर वीजा (F, M, J) के लिए नए इंटरव्यू शेड्यूलिंग को अस्थायी रूप से रोक दिया था, जबकि सोशल मीडिया स्क्रीनिंग गाइडलाइन को अपडेट किया गया था। H-1B और H-4 वीजा धारकों के लिए भी इसी तरह की कड़ी जांच लागू होना इस। बात का संकेत है कि अमेरिकी आव्रजन प्रणाली में सोशल मीडिया की भूमिका लगातार बढ़ रही है। यह एक व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा है जहां डिजिटल फुटप्रिंट को वीजा पात्रता का एक महत्वपूर्ण घटक माना जा रहा है।बढ़ती चिंताएं और विशेषज्ञ सलाह
भारत में आईटी प्रोफेशनल्स और उनके परिवार सोशल मीडिया वेरिफिकेशन की नई शर्तों और लंबे वेटिंग पीरियड से काफी परेशान हैं और दूतावास में लंबे समय तक इंटरव्यू टालने के कारण पेशेवरों के करियर और व्यक्तिगत प्लानिंग पर बड़ा असर पड़ रहा है। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि यात्रा केवल अति आवश्यक होने पर ही करें, अन्यथा स्थिति सामान्य होने तक रुक जाएं। यह सलाह मौजूदा अनिश्चितता को देखते हुए दी गई है, ताकि आवेदकों को अनावश्यक जोखिम और परेशानी से बचाया जा सके।