Pakistan News: इमरान खान की बहन समेत 400 पर आतंकवाद का मुकदमा, पाकिस्तान में बवाल
Pakistan News - इमरान खान की बहन समेत 400 पर आतंकवाद का मुकदमा, पाकिस्तान में बवाल
पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल एक नए मोड़ पर पहुंच गई है, जहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान। के परिवार और उनकी पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हाल ही में, पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर के सीडीएफ (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) बनने के बाद से इमरान खान और उनके करीबियों के लिए चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही हैं और ताजा घटनाक्रम में, मुनीर के कथित आदेश पर इमरान खान की बहन अलीमा खान सहित पीटीआई के लगभग 400 अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ आतंकवाद की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान की सियासत में एक बड़ी खलबली मचा। दी है और देश में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
विरोध प्रदर्शन और पुलिस पर हमला
यह गंभीर कार्रवाई मंगलवार रात रावलपिंडी की अडियाला जेल के बाहर हुए एक विरोध प्रदर्शन के बाद हुई और इमरान खान की बहनें और सैकड़ों पीटीआई समर्थक जेल के बाहर इकट्ठा हुए थे, क्योंकि अधिकारियों ने उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मिलने की अनुमति नहीं दी थी। इस दौरान, प्रदर्शनकारियों ने सरकार और राज्य के खिलाफ नारे लगाए, सड़कों को जाम कर दिया और पुलिस के आधिकारिक कर्तव्यों में बाधा डाली। स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब समर्थकों ने पुलिस कर्मियों पर कांच की बोतलें और पत्थर बरसाने शुरू कर दिए, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने इस घटना के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए 14 संदिग्धों को गिरफ्तार। किया है, जिन्हें बाद में रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत में पेश किया गया।दर्ज की गई एफआईआर और धाराएं
पुलिस स्टेशन सदर बेरोनी में अलीमा खान, नूरीन नियाजी, कासिम खान, आलिया हमजा, सलमान अकरम राजा, नईम पंजोथा और अल्लामा राजा नासिर अब्बास सहित अन्य के नाम पर एफआईआर दर्ज की गई है और इन सभी पर एंटी-टेररिज्म एक्ट (आतंकवाद विरोधी अधिनियम) की विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं, जो पाकिस्तान में आतंकवाद से संबंधित अपराधों से निपटने के लिए बनाई गई हैं। इसके अतिरिक्त, इस मुकदमे में पाकिस्तान पीनल कोड (पीपीसी) की धारा 120 का भी इस्तेमाल किया गया है और यह धारा राज्य के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, पुलिस कर्मियों पर हमला करने और धारा 144 का उल्लंघन करने जैसे आरोपों से संबंधित है। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने इन सभी कृत्यों को अंजाम दिया, जिससे राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक शांति भंग हुई।इमरान खान और पीटीआई पर बढ़ता दबाव
यह मामला पीटीआई और मौजूदा सरकार के बीच बढ़ते तनाव का एक और उदाहरण है। इमरान खान इस समय अडियाला जेल में बंद हैं, और उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही पीटीआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। आर्मी चीफ असीम मुनीर के पदभार संभालने के बाद से ही इमरान खान और उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई में तेजी देखी गई है। इस नए मुकदमे को पीटीआई पर दबाव बनाने और उसके विरोध प्रदर्शनों। को रोकने की एक और कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से देश में राजनीतिक अस्थिरता। और बढ़ सकती है, और यह पीटीआई के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।आगे की कानूनी प्रक्रिया
गिरफ्तार किए गए 14 संदिग्धों को रावलपिंडी की आतंकवाद निरोधी अदालत में। पेश किया गया है, जहां उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत दर्ज मामलों में अक्सर कठोर दंड का प्रावधान होता है, और इन मामलों की सुनवाई विशेष अदालतों में की जाती है। अलीमा खान और अन्य पीटीआई नेताओं के खिलाफ दर्ज इस एफआईआर से पार्टी के भीतर और बाहर दोनों जगह चिंताएं बढ़ गई हैं। यह देखना बाकी है कि यह कानूनी लड़ाई पाकिस्तान की राजनीति को किस दिशा में ले जाती है और क्या इससे इमरान खान और उनकी पार्टी पर दबाव कम होता है या बढ़ता है।