वर्चुअल समिट: शिखर बैठक में पीएम मोदी ने रिश्तों में प्रगाढ़ता को बताया अहम, ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने यूक्रेन संकट का मुद्दा उठाया

वर्चुअल समिट - शिखर बैठक में पीएम मोदी ने रिश्तों में प्रगाढ़ता को बताया अहम, ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने यूक्रेन संकट का मुद्दा उठाया
| Updated on: 21-Mar-2022 04:58 PM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन के बीच सोमवार को दूसरी वर्चुअल शिखर बैठक हुई। बैठक में पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच हर साल शिखर बैठक के तंत्र की स्थापना पर खुशी जताई। उन्होंने रिश्तों में निरंतर प्रगाढ़ता को भी अहम बताया। पीएम मॉरिसन ने यूक्रेन संकट व जानमाल के नुकसान का उल्लेख करते हुए रूस को इसके लिए जिम्मेदार बताया। 

पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि अपनी पिछली वर्चुअल समिट में हमने अपने रिश्ते को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी का रूप दिया था। मुझे खुशी है कि आज हम दोनों देशों के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन का तंत्र स्थापित कर रहे हैं। इस तंत्र से हमारे रिश्तों की नियमित समीक्षा का एक ढांचा तैयार हो सकेगा। बीते कुछ सालों में हमारे संबंधों में उल्लेखनीय विकास हुआ है। व्यापार व निवेश, रक्षा, सुरक्षा, शिक्षा, नवाचार, विज्ञान व प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों में हमारा काफी निकट सहयोग है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्राचीन भारतीय कलाकृतियों को लौटाने की पहल के लिए मैं आप को विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं। इनमें राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ कई अन्य भारतीय राज्यों से अवैध तरीकों से निकाली गई सैकड़ों वर्ष पुरानी मूर्तियां और चित्र शामिल हैं। 

मॉरिसन ने कहा कि यद्यपि हमारी बातचीत का फोकस भारत-प्रशांत क्षेत्र है, लेकिन यूरोप की दयनीय दशा देखकर हम निश्चित रूप से व्यथित हैं। यूक्रेन पर हमले व जनहानि के लिए रूस को जिम्मेदार माना जाना चाहिए। 

म्यांमार के हालात पर जताई चिंता

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि दोनों पक्षों ने म्यांमार के हालात पर चिंता जताई। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि वहां की आम जनता की सुरक्षा की जानी चाहिए और उन तक मानवीय सहायता पहुंचाई जानी चाहिए।  

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने क्या-क्या कहा पढ़ें-

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने आज वर्चुअल समिट किया। ये समिट भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच के घनिष्ठ संबंधों और द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ाने के दोनों प्रधानमंत्रियों के साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है।
  • इस समिट में क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों को कवर किया गया। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 2023 में जी-20 की भारत की अध्यक्षता का स्वागत किया और भारत के साथ वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर करीब से काम करने की ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धता को दोहराया।
  • वर्चुअल शिखर सम्मेलन का एक महत्वपूर्ण परिणाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत सरकार के प्रमुखों के स्तर पर वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय था। ऑस्ट्रेलिया तीसरा देश होगा जिसके साथ भारत का इंस्टीट्यूशनल वार्षिक शिखर सम्मेलन होगा।
  • यह लगभग 15 बिलियन डॉलर का निवेश है जो ऑस्ट्रेलिया ने भारत में किया है और हमने ऑस्ट्रेलिया में लगभग 12 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। दोनों निवेश लगातार बढ़ रहे हैं। एनआईआईएप (NIIF) एक छोटा सा क्षेत्र है जिसमें हमारे बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण निवेश की संभावना है। 
  • विज्ञान और तकनीक सहयोग का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, लीडर्स ने ऑस्ट्रेलिया-भारत स्ट्रेटिजिक रिसर्च फंड के विस्तार का स्वागत किया। 
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