IND vs SA: आज धर्मशाला में निर्णायक मुकाबला, पिच पर किसका दिखेगा जलवा?
IND vs SA - आज धर्मशाला में निर्णायक मुकाबला, पिच पर किसका दिखेगा जलवा?
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी20 सीरीज अब अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है और शुरुआती दो मुकाबलों के बाद सीरीज 1-1 की बराबरी पर खड़ी है, जिसने तीसरे मैच को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। यह निर्णायक मुकाबला हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA) के धर्मशाला स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां दोनों टीमें सीरीज में बढ़त बनाने के इरादे से उतरेंगी। दूसरे टी20 मुकाबले में मिली हार के बाद भारतीय टीम के लिए इस मैच में वापसी। करना बेहद जरूरी होगा, और सभी की निगाहें धर्मशाला की पिच के मिजाज पर टिकी हुई हैं।
धर्मशाला की पिच का मिजाज: बल्लेबाजों का दबदबा संभव
धर्मशाला स्टेडियम की पिच को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यहां बल्लेबाजों का दबदबा देखने को मिल सकता है और इसकी सबसे बड़ी वजह मैदान की छोटी बाउंड्रीज हैं, जो गेंदबाजों के लिए रनों को रोकना बेहद मुश्किल बना देती हैं। तेज आउटफील्ड और छोटी बाउंड्रीज के कारण बल्लेबाजों को बड़े शॉट खेलने में आसानी होगी, जिससे एक हाई-स्कोरिंग मुकाबला देखने को मिल सकता है। गेंदबाजों को अपनी लाइन और लेंथ पर अतिरिक्त नियंत्रण रखना होगा ताकि वे। रन लुटाने से बच सकें और बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका न मिले।टॉस की भूमिका और सर्द मौसम का प्रभाव
इस मुकाबले में टॉस की भूमिका भी काफी अहम रहने वाली है। धर्मशाला में मैच के दौरान मौसम काफी सर्द रहने की उम्मीद है, जिसका सीधा असर दूसरी पारी में ओस के रूप में देखने को मिल सकता है। ओस के कारण गेंद पर ग्रिप बनाना गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण हो जाएगा, जिससे स्पिनर्स को खास तौर पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और गेंद के गीले होने से उसे पकड़ना और सही टप्पा खिलाना मुश्किल होगा, जिससे बल्लेबाजों को फायदा मिलेगा। ऐसे में, टॉस जीतने वाली टीम बिना किसी देरी के पहले गेंदबाजी करने का फैसला ले सकती है, ताकि वे ओस के प्रभाव से बच सकें और लक्ष्य का पीछा करने में आसानी हो।भारतीय टीम का धर्मशाला में रिकॉर्ड
भारतीय टीम का धर्मशाला स्टेडियम में टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में रिकॉर्ड मिला-जुला रहा है। टीम इंडिया ने यहां कुल 4 मुकाबले खेले हैं, जिनमें से 2 में उन्हें जीत मिली है, जबकि एक में हार का सामना करना पड़ा है और एक मुकाबला रद्द भी रहा था, जिससे टीम को अपनी पूरी क्षमता दिखाने का मौका नहीं मिला। साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत का अनुभव यहां अच्छा नहीं रहा है, क्योंकि साल 2015 में खेले गए एक मैच में उन्हें साउथ अफ्रीका के हाथों 7 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा था। यह इतिहास भारतीय टीम के लिए एक चुनौती पेश करेगा और उन्हें इस बार बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा देगा।धर्मशाला में अब तक का टी20 इंटरनेशनल रिकॉर्ड
धर्मशाला के स्टेडियम में अब तक कुल 11 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले गए हैं। इन 11 मैचों में से 4 बार टारगेट का पीछा करने वाली टीम ने जीत हासिल की है, जबकि 4 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम भी जीत दर्ज करने में सफल रही है। यह दर्शाता है कि यहां दोनों ही परिस्थितियों में टीमें जीत दर्ज करने में सक्षम रही हैं। पहली पारी का औसत स्कोर लगभग 140 रनों के करीब रहा है और हालांकि, मौजूदा परिस्थितियों और टी20 क्रिकेट के बदलते स्वरूप को देखते हुए, इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को कम से कम 180 से अधिक का स्कोर बनाना होगा, ताकि उनके गेंदबाजों के पास दूसरी पारी में बचाव करने के लिए एक मजबूत लक्ष्य हो। यह स्कोर गेंदबाजों को ओस के बावजूद कुछ हद तक आत्मविश्वास। प्रदान कर सकता है और मैच को रोमांचक बना सकता है।