Share Market News: फेड बैठक से पहले भारतीय शेयर बाजार में उछाल, निवेशकों ने कमाए 3 लाख करोड़
Share Market News - फेड बैठक से पहले भारतीय शेयर बाजार में उछाल, निवेशकों ने कमाए 3 लाख करोड़
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की महत्वपूर्ण नीतिगत बैठक से ठीक 8। घंटे पहले, भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को रौनक लौट आई। निवेशकों ने इस उम्मीद पर जमकर खरीदारी की कि फेडरल रिजर्व जल्द ही ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकता है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्धविराम की बढ़ती संभावनाओं ने भी बाजार की धारणा को मजबूत किया। इस सकारात्मक माहौल के चलते, बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांकों में प्रभावशाली बढ़त दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की संपत्ति में 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा हुआ।
बाजार का शानदार प्रदर्शन
बुधवार के कारोबारी सत्र में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 368. 97 अंक, यानी 0. 44 प्रतिशत की मजबूती के साथ 84,997. 13 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 477 और 67 अंक बढ़कर 85,105. 83 अंक के उच्च स्तर पर भी पहुंच गया था। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 भी 117. 70 अंक, यानी 0. 45 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,053. 90 अंकों पर बंद हुआ और यह मौजूदा साल में पहली बार है जब निफ्टी 26 हजार अंकों के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर बंद हुआ है, जो बाजार में मजबूत तेजी का संकेत है। मंगलवार को बाजार में गिरावट दर्ज की गई थी, जब सेंसेक्स 150. 68 अंक और निफ्टी 29. 85 अंक के नुकसान के साथ बंद हुए थे।तेजी के प्रमुख कारण
बाजार की इस तेजी के पीछे कई बड़े कारण रहे। सबसे महत्वपूर्ण कारक अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की प्रबल उम्मीद है, जिससे वैश्विक तरलता में वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही, अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार विवाद में संभावित समाधान की खबरें भी निवेशकों के लिए राहत लेकर आईं। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से भारतीय बाजारों में लगातार खरीदारी भी एक प्रमुख उत्प्रेरक रही है। आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने मंगलवार को ही 10,339. 80 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीद की थी और रुपये में डॉलर के मुकाबले आई तेजी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने भी बाजार को अतिरिक्त सहारा दिया।क्षेत्रीय प्रदर्शन और वैश्विक संकेत
इस रैली में धातु, तेल एवं गैस, और एनर्जी जैसे सेक्टर्स ने सबसे आगे बढ़कर प्रदर्शन किया। इन क्षेत्रों के शेयरों में निवेशकों ने विशेष रुचि दिखाई। वैश्विक बाजारों से भी सकारात्मक संकेत मिल रहे थे। एशिया के प्रमुख बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट सभी बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के अधिकांश बाजार भी सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे, जबकि मंगलवार को अमेरिकी बाजार भी मजबूती के साथ बंद हुए थे, जिससे वैश्विक निवेशक धारणा में सुधार हुआ।जानकारों की राय और आगे की राह
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बाजार की मजबूती पर टिप्पणी करते हुए कहा कि एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों और वैश्विक व्यापारिक गतिशीलता पर स्पष्टता आने से घरेलू बाजार मजबूत हुआ और उन्होंने भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में संभावित प्रगति को लेकर आशावाद को भी बाजार की मजबूती का एक कारण बताया। नायर ने इस बात पर जोर दिया कि निवेशक अब फेडरल रिजर्व के आगामी निर्णय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जिसमें 0 और 25 फीसदी दर कटौती की संभावना है। फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों से भविष्य की मौद्रिक नीति और आर्थिक दृष्टिकोण। का भी पता चलेगा, जो आगे चलकर बाजार की दिशा तय करेगा।निवेशकों की संपत्ति में भारी उछाल
शेयर बाजार में इस उछाल का सीधा फायदा निवेशकों को मिला। बीएसई के मार्केट कैप के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को बाजार बंद होने पर कुल मार्केट कैप 4,71,11,090. 52 करोड़ रुपये था और बुधवार को बाजार बंद होने के बाद यह बढ़कर 4,74,28,886. 04 करोड़ रुपये हो गया। इसका मतलब है कि भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति में एक ही दिन में लगभग 3. 18 लाख करोड़ रुपये का जबरदस्त इजाफा हुआ, जिससे निवेशकों के चेहरे पर खुशी साफ दिखाई दी और यह तेजी भारतीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक संकेतों के प्रति निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।