Russia-Ukraine War: यूक्रेन के साथ जंग को लेकर बदल रहे हालात? रूसी अधिकारी अमेरिका के साथ करेंगे बात
Russia-Ukraine War - यूक्रेन के साथ जंग को लेकर बदल रहे हालात? रूसी अधिकारी अमेरिका के साथ करेंगे बात
Russia-Ukraine War: रूस और अमेरिका के उच्च पदस्थ अधिकारी आज सऊदी अरब में महत्वपूर्ण वार्ता के लिए मिल रहे हैं। इस वार्ता का उद्देश्य न केवल दोनों देशों के तनावपूर्ण संबंधों को सुधारना है, बल्कि यूक्रेन संकट के समाधान की दिशा में संभावित बातचीत को भी आगे बढ़ाना है।
क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने सोमवार को जानकारी दी कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव इस महत्वपूर्ण वार्ता में भाग लेने के लिए सऊदी अरब की राजधानी पहुंचे हैं। उनके अमेरिकी समकक्षों के साथ यह वार्ता रूस-अमेरिका संबंधों को बहाल करने के साथ-साथ रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को समाप्त करने की संभावनाओं पर भी केंद्रित होगी।
ट्रंप-पुतिन बैठक की तैयारी शुरू
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने ‘फॉक्स न्यूज संडे’ को दिए गए बयान में कहा कि वह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज यूक्रेन मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सऊदी अरब जाएंगे। इस बीच, राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह सऊदी अरब में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं। यदि यह बैठक होती है, तो यह दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण कूटनीतिक संवाद की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।क्या यूक्रेन युद्ध समाप्ति की ओर?
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर हैं, जहां वह क्षेत्रीय नेताओं के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के संभावित उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो सऊदी अरब में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इस वार्ता का प्रमुख उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए संभावित समझौतों पर चर्चा करना है।राजनयिक संबंधों की नई दिशा
विश्लेषकों का मानना है कि यह वार्ता अमेरिका-रूस संबंधों को एक नई दिशा दे सकती है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है, जिसमें आर्थिक प्रतिबंध, कूटनीतिक टकराव और सैन्य गतिविधियाँ प्रमुख मुद्दे रहे हैं। अगर यह वार्ता सफल रहती है, तो यह न केवल यूक्रेन संकट को हल करने में मददगार साबित होगी, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी एक सकारात्मक संकेत देगी।राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, यदि अमेरिका और रूस एक साथ आकर कूटनीतिक समाधान की दिशा में आगे बढ़ते हैं, तो इससे वैश्विक परिदृश्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सऊदी अरब में होने वाली वार्ता कितनी सफल रहती है और क्या यह युद्ध समाप्ति के लिए कोई ठोस समाधान निकाल सकती है।