Israel-Iran War: इजरायली सेना (IDF) ने दावा किया है कि उसने तेहरान पर किए गए एक सटीक हवाई हमले में ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारी और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी मेजर जनरल अली शादमानी को मार गिराया है। शादमानी हाल ही में ‘ख़ातम-अल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर’ के प्रमुख नियुक्त किए गए थे, जब इज़रायल ने पूर्व प्रमुख घोलाम अली राशिद की हत्या कर दी थी।
मेजर जनरल अली शादमानी, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के वरिष्ठतम कमांडर माने जाते थे और उन्हें खामेनेई का विश्वसनीय सैन्य सलाहकार माना जाता था। IDF के मुताबिक, वह ईरान के युद्धकालीन सैन्य ढांचे की रीढ़ थे और उनकी हत्या ईरानी सैन्य रणनीति के लिए एक गहरा झटका है।
तेहरान में हमले के तुरंत बाद जोरदार धमाकों से पूरा शहर थर्रा उठा। दूसरी ओर, ईरान ने भी इज़रायल पर पलटवार शुरू कर दिया। तेल अवीव और पश्चिम यरुशलम में एयर रेड सायरन बज उठे और कई इलाकों में मिसाइलों और उनके टुकड़ों के गिरने की खबरें आईं। इज़रायली डिफेंस फोर्स ने बताया कि उन्होंने हमलों को रोकने के लिए सक्रियता से एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया।
ईरानी मिसाइलें इज़रायल के चार अलग-अलग इलाकों में गिरीं। विशेषकर तटीय शहर हर्ज़लिया में एक आठ मंजिला इमारत को भारी नुकसान पहुंचा और एक खाली बस में आग लग गई। हालांकि, अब तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। दान ज़िले में भी मिसाइल हमलों की खबर है, जहां फायर और रेस्क्यू टीमें सक्रिय हैं।
अली शादमानी की हत्या से दो दिन पहले, 15 जून को इज़रायल ने एक और बड़ा हमला किया था, जिसमें IRGC के खुफिया प्रमुख मोहम्मद काज़ेमी और उनके डिप्टी हसन मोहाकेक मारे गए थे। बताया गया कि दोनों के शव ईरानी खुफिया मुख्यालय के मलबे से बरामद किए गए।
ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इज़रायली भूमि पर अब तक का सबसे बड़ा मिसाइल हमला करने की तैयारी कर रहा है। इससे साफ है कि संघर्ष का स्तर केवल सीमित सैन्य टकराव तक नहीं रहेगा, बल्कि यह एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में तब्दील हो सकता है।