Quad Summit 2024: US विदेश मंत्री से मिले जयशंकर, इन मुद्दों पर की बात

Quad Summit 2024 - US विदेश मंत्री से मिले जयशंकर, इन मुद्दों पर की बात
| Updated on: 29-Jul-2024 08:07 AM IST
Quad Summit 2024: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तीन हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में आई तल्खी के बाद रविवार को अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के साथ लंबी बातचीत की. बता दें कि एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन आज चार देशों के समूह क्वाड या विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए टोक्यो में हैं. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब वाशिंगटन, न्यूयॉर्क में सिख चरमपंथी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश से संबंधित मामले में नई दिल्ली से लगातार जवाबदेही की मांग कर रहा है.

रूस यात्रा और पन्नू हत्या पर चर्चा

हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा और हत्या की साजिश पर जयशंकर-ब्लिंकन की बातचीत में चर्चा हुई या नहीं. ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जयशंकर ने कहा कि उन्होंने और ब्लिंकन ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. उन्होंने कहा कि आज टोक्यो में अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मिलकर बहुत खुशी हुई.

अमेरिका-भारत सहयोग गहरा

जयशंकर ने कहा कि हमारा द्विपक्षीय एजेंडा लगातार आगे बढ़ रहा है. क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा हुई. एक्स पर अपने पोस्ट में ब्लिंकन ने लिखा कि उन्होंने जयशंकर से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि अमेरिका-भारत सहयोग को गहरा करने और क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा की. साथ ही रूस-यूक्रेन संघर्ष और गाजा की समग्र स्थिति पर बातचीत हुई.

मॉस्को यात्रा से नाराज

अमेरिका और उसके कई सहयोगी पीएम मोदी की 8 से 9 जुलाई की मॉस्को यात्रा के समय पर नाराज थे. क्योंकि यह वाशिंगटन में नाटो शिखर सम्मेलन के साथ मेल खाता था. कुछ पश्चिमी देशों को भी इस बात पर नाराजगी थी कि मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के लिए रूस को चुना. दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस की सुनवाई में कहा कि अमेरिका मोदी की रूस यात्रा के प्रतीकात्मकता और समय से निराश है.

पीएम मोदी की कीव यात्रा की योजना

बाइडेन प्रशासन के अधिकारी ने विशेष रूप से इस बात पर प्रकाश डाला कि भारतीय प्रधानमंत्री ने मॉस्को की यात्रा ऐसे समय की जब वाशिंगटन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा था. नई दिल्ली ने गुरुवार को लू की टिप्पणियों को खारिज कर दिया और कहा कि बहुध्रुवीय विश्व में सभी देशों को पसंद की स्वतंत्रता है और सभी को ऐसी वास्तविकताओं के प्रति सचेत रहना चाहिए. इस बीच, भारत और यूक्रेन अगले महीने भारतीय प्रधानमंत्री की कीव यात्रा की योजना बना रहे हैं.

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