Rajasthan Election 2023: लाल डायरी का षड़यंत्र गृह मंत्रालय में रचा गया... CM गहलोत का बड़ा आरोप
Rajasthan Election 2023 - लाल डायरी का षड़यंत्र गृह मंत्रालय में रचा गया... CM गहलोत का बड़ा आरोप
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पूरी तरह से आक्रामक अंदाज में आ चुके है और लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हो रहे है. राजस्थान में लाल डायरी के चार पन्ने सामने आने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर से केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार से 7 सवाल पूछने के साथ लाल डायरी को लेकर भी घेरा है.लाल डायरी के चार पन्नों के सवाल पर गहलोत ने कहा- जहां तक मैं समझता हूं बाकी तो पता नहीं लाल डायरी और काली डायरी कौन-सी है, लेकिन मुझे ऐसा एहसास है कि यह तमाम षड्यंत्र केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंदर हुआ. वहीं पर डायरी का नाम लाल डायरी रखा गया.कांग्रेस ने बीजेपी के सामने रखे सात सवालजयपुर में कांग्रेस के वॉर रूम में सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 7 सवाल पूछते हुए बाड़मेर के बायतु में पीएम के होने वाले दौर के वक्त उनसे सवालों के जवाब मांगे हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि राजस्थान की तरह देश के सभी नागरिकों को 25 लाख का स्वास्थ्य बीमा कब देंगे?सीएम गहलोत ने दूसरा प्रश्न पूछते हुए कहा कि पीएम मोदी बताएं देश के सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस कब लागू करेंगे? देश के सभी घरों में 500 रुपए में गैस सिलेंडर कब देंगे? सीएम गहलोत ने तीसरा प्रश्न पूछते हुए पीएम मोदी से कहा कि देश के सभी जरूरतमंद नागरिकों को एक जैसी पेंशन देने वाला राइट टू सोशल सिक्योरिटी कानून कब लागू करेंगे.राजस्थान शांतिप्रिय प्रदेश, इस पर कृपा करो: गहलोतसीएम गहलोत ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर प्रदेश में लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान शांतिप्रिय प्रदेश है, यहां सभी धर्म, जाति के लोग एक साथ रहते हैं. आप राजस्थान पर कृपा करो, आपका यह एजेंडा यूपी में कामयाब हो गया.‘कन्हैया लाल केस को हमने एनआईए को दिया’सीएम ने आगे कहा कि कन्हैया लाल मर्डर के मामले में बीजेपी नेताओं की संवेदनशीलता कैसी थी यह सब सामने आ चुका है. हम लोग चिंता कर रहे हैं कि कन्हैया लाल के परिवार को समय पर न्याय कैसे मिले. केस एनआईए को दे दिया. अब हम लोग चिंता कर रहे हैं कि अब तक कार्रवाई क्यों नहीं कर पाए. हमें कभी-कभी लगता है कि जानबूझकर लंबा खींचा गया ताकि चुनाव आए तो उसका फायदा उठाएं.