Maharashtra Politics: महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव: महायुति की 'महाविजय', 214 से अधिक सीटों पर बढ़त, MVA पीछे

Maharashtra Politics - महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव: महायुति की 'महाविजय', 214 से अधिक सीटों पर बढ़त, MVA पीछे
| Updated on: 21-Dec-2025 01:42 PM IST
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है, और शुरुआती रुझानों में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने एक प्रभावशाली बढ़त हासिल कर ली है और यह दिन महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि ये नतीजे शहरी इलाकों में जनता के रुझान और विभिन्न राजनीतिक गठबंधनों के प्रदर्शन को दर्शाएंगे। महायुति ने महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को काफी पीछे छोड़ दिया है, जिससे राज्य की राजनीतिक दिशा पर इसका गहरा असर पड़ने की उम्मीद है।

महायुति का दबदबा और सीटों का वितरण

अब तक के रुझानों के अनुसार, महायुति ने नगर परिषदों की कुल 288 सीटों में से 200 का आंकड़ा पार कर लिया है। यह गठबंधन 211 नगर परिषदों में आगे चल रहा है, जो इसकी व्यापक स्वीकार्यता को दर्शाता है। इस बढ़त में बीजेपी का प्रदर्शन सबसे मजबूत रहा है, जिसने 122 नगर परिषदों में अपनी पकड़ बनाई है। शिवसेना (शिंदे गुट) ने भी 54 नगर परिषदों में बढ़त हासिल की है, जबकि एनसीपी (अजित पवार गुट) 35 नगर परिषदों में आगे चल रही है। नगर पंचायतों में भी बीजेपी ने अपनी बढ़त बरकरार रखी है, जो ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी उसकी मजबूत स्थिति का संकेत है। मतगणना शुरू होने से पहले ही बीजेपी ने 3 सीटों पर निर्विरोध। जीत दर्ज कर ली थी, जो उसकी प्रारंभिक सफलता को उजागर करता है।

देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी की अहम मुलाकात

स्थानीय चुनाव के नतीजों और आगामी महानगरपालिका चुनावों से पहले, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से नागपुर स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों नेताओं ने नागपुर की सीटों के साथ-साथ अन्य जिलों की सीटों पर उम्मीदवारों के संबंध में विस्तृत चर्चा की होगी। यह बैठक महायुति की रणनीति और भविष्य की चुनावी तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, खासकर। ऐसे समय में जब स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम राज्य की राजनीतिक हवा का रुख बता रहे हैं।

प्रमुख क्षेत्रों में महायुति की जीत

महायुति ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया है। भोकर नगर परिषद नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी ने मेयर पद पर जीत हासिल की और कुल 13 सीटों पर कब्जा किया। मराठवाड़ा जनहित पार्टी को 4, एनसीपी (अजित पवार गुट) को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटें मिलीं और पालघर नगर परिषद में भी बीजेपी ने अपनी 18 पार्षदों की सीटें बरकरार रखीं, जबकि राष्ट्रवादी शरद पवार गुट ने आठ सीटें और शिवसेना (शिंदे गुट) ने एक सीट जीती। अमरावती जिले में, कुल 12 सीटों में से बीजेपी ने 6, कांग्रेस ने 2, शिवसेना (शिंदे) ने 1, शिवसेना (ठाकरे) ने 1, वंचित ने 1 और प्रहार ने 1 सीट जीती।

लातूर और गढ़चिरौली में बीजेपी का परचम

लातूर जिले में बीजेपी ने कुल 5 नगर परिषद/नगर पंचायतों में से 4 पर कब्जा जमाया, जिनमें उदगीर, अहमदपुर, निलंगा और रेणापुर शामिल हैं। एनसीपी (अजित पवार गुट) ने औसा में एक सीट जीती। गढ़चिरौली के देसाईगंज नगर निगम चुनाव में बीजेपी की लता मुरलीधर सुंदरकर ने नगर अध्यक्ष का चुनाव 741 वोटों के अंतर से जीता, उन्हें 6641 वोट मिले, जबकि प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की वनिता नाकतोडे को 5900 वोट मिले और यह जीत बीजेपी की जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ को दर्शाती है।

उदगीर और कोंकण में महायुति की बड़ी सफलता

उदगीर नगर परिषद में महायुति ने 40 में से 34 सीटों पर जीत हासिल करके 'महाविजय' दर्ज की। यहां अजित पवार की एनसीपी और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा, जिसमें। एनसीपी (अजित पवार समूह) ने 20 सीटें और बीजेपी ने 14 सीटें जीतीं। विपक्ष को केवल छह सीटों से संतोष करना पड़ा। महायुति दल की बीजेपी उम्मीदवार स्वाति ने दस हजार वोटों के अंतर से महापौर पद जीता। कोंकण के मालवण नगर परिषद में शिवसेना (शिंदे गुट) को बड़ी जीत मिली, जो एक हाई-प्रोफाइल लड़ाई थी। इस चुनाव में शिंदे सेना और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर थी, जिसमें शिंदे सेना के विधायक निलेश राणे ने बीजेपी पर पैसे बांटने का आरोप लगाया था, जिसे बीजेपी ने झूठा बताया था। इस जीत से शिंदे सेना का कोंकण क्षेत्र में प्रभाव मजबूत हुआ है।

कुछ मंत्रियों को लगा झटका

इन शानदार जीतों के बावजूद, कुछ मंत्रियों को स्थानीय निकाय चुनावों में झटका लगा है। बीजेपी के मंत्री नितेश राणे को झटका लगा, क्योंकि शहर विकास अघाड़ी के संदेश पारकर विजयी हुए। विधायक निलेश राणे ने अपने छोटे भाई नितेश को झटका दिया। बीजेपी के मंत्री जयकुमार रावल को भी धुले के शिंदखेड़ा नगराध्यक्ष पद के चुनाव में एनसीपी (अजित पवार गुट) की महिला उम्मीदवार कलावती माली से हार का सामना करना पड़ा। एकनाथ शिंदे के मंत्री गुलाबराव पाटिल का उम्मीदवार भी चुनाव हार गया, जहां स्थानीय गठबंधन का उम्मीदवार जीता। ये नतीजे दर्शाते हैं कि व्यक्तिगत प्रभाव के बावजूद, स्थानीय स्तर पर समीकरण बदल सकते हैं।

बदलापुर में शिवसेना (शिंदे गुट) की जीत

बदलापुर वार्ड नंबर 1 से शिवसेना (शिंदे गुट) के तुकाराम म्हात्रे ने जीत हासिल की। इस जीत की घोषणा होते ही कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा गया। और ढोल-ताशों, पटाखों और नारों के साथ जीत का जश्न मनाया गया। यह जीत शिवसेना (शिंदे गुट) के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और स्थानीय स्तर पर उसकी बढ़ती लोकप्रियता का संकेत है। कुल मिलाकर, महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनावों के परिणाम महायुति के लिए एक बड़ी सफलता और राज्य की राजनीति में उसके बढ़ते प्रभाव का प्रमाण हैं।

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